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    टी टाइम 140916 (अनिल और वेइतुंग)
    2014-09-16 10:31:59 cri

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ..चाय की आवाज .........आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।...........................................

    दोस्तो वैसे एक सप्ताह में सात दिन होते हैं, लेकिन हमें आपके लिए प्रोग्राम पेश करने का बड़ा इंतजार रहता है। तो क्या कर रहे हैं आप लोग, रेडियो सेट ऑन किया कि नहीं, अगर नहीं तो जल्दी कीजिए। क्योंकि टी-टाइम प्रोग्राम हो चुका है शुरू।

    अनिलः वैसे होमवर्क से हर जगह के बच्चे परेशान रहते हैं। स्कूल से मिलने वाला होमवर्क शायद ही कोई बच्चा मन से करता हो। हर बच्चे का सिरदर्द कहे जा सकने वाला होमवर्क चीन के एक बच्चे पर इतना भारी पड़ा कि उसने एक कुछ ऐसा किया कि आप भी चौक जाएंगे। एक समाचार पत्र के मुताबिक हर मां-बाप की तरह इस बच्चे की भी मां होमवर्क को लेकर उसके पीछे पड़ी रहती थीं। मामला चीन के यिबिन सिटी का है। च्यो खाय नाम का 12 साल का बच्चा 11वीं मंजिल पर रहता था।

    होमवर्क ना करने के लिए उसने ऐसी तरकीब अपनाई कि पुलिस को तक उसके पीछे आना पड़ा।

    बच्चे के स्कूल में मिड ऑटम फेस्टिवल शुरू होने वाला था। लेकिन इससे पहले सोमवार को उसके स्कूल की छुट्टी थी। स्कूल से मिले होमवर्क को निबटाने के लिए उसकी मां ने उसे जल्दी ही सुबह उठा दिया। लेकिन जैसा कि आम तौर पर होता है, बच्चा और सोना चा‌हता था। लेकिन मां के चिल्लाने से वो इतना ज्यादा परेशान था कि अपने मंजिल के बाहर लगी बालकनी के नीचे बने छोटे से स्लैब पर ही चुपके से जाकर बैठ गया।

    उसने अपनी मां से पहले ही कुछ और देर सोने के लिए कहा था, लेकिन झगड़े के बाद भी जब वो नहीं मानी, तो जीओ ने कमरा बंद कर लिया। अब जिओ की मां परेशान होने लगी। उन्हें लगा कि कहीं जल्दी-जल्दी में जीओ ऐसा-वैसा कोई कदम ना उठा ले। इस पर मां अब दरवाजा पीटने लगी। उन्हें लगा कि बच्चे ने जरूर कुछ अंदर कर लिया होगा। उन्होंने पुलिस को बुलवाया।

    उन्हें तब भी अंदर से बच्चा नहीं मिला। दो मंजिलों के बीच बैठे उस बच्चे को आखिरकार सेक्योरिटी गार्ड ने देखा और नीचे से उसकी सूचना ऊपर पहुंचाई। उसकी मां को यकीन ही नहीं हुआ कि जीओ होमवर्क से बचने के लिए इस तरह का कदम उठाएगा।

    ऐसे में उसकी जान भी जा सकती थी। पुलिस ने बच्चे को रस्सी फेंककर ऊपर बुलाया। नाराज बच्चे को बुलाने के लिए पुलिस को भी बहुत मनाना पड़ा। तब जाकर कहीं वह वापस लौटा।

    वेइतुंगः उधर एक अमेरिकी शोध के मुताबिक़ दुर्लभ ब्लड ग्रुप और कमज़ोर याददाश्त के बीच कुछ संबंध हो सकता है।

    एबी ब्लड ग्रुप के लोगों की तादाद दुनिया की कुल आबादी का लगभग चार प्रतिशत है और उम्र बढ़ने के साथ-साथ ऐसे लोगों की सोचने की ताक़त और याददाश्त में दिक़्क़तें आ सकती हैं।

    'न्यूरोलॉज़ी' पत्रिका में हाल में प्रकाशित शोध के मुताबिक़ बर्लिंगटन स्थित वरमॉन्ट कॉलेज ऑफ़ मेडिसिन के डॉक्टर मैरी कुशमैन के नेतृत्व में अमरीकी टीम ने लगभग 30 हज़ार लोगों से लिए गए आंकड़ों को आधार बनाया। शोध में 45 साल और इससे अधिक उम्र के लोगों को शामिल किया गया।

    तीन साल के इस अध्ययन में पाया गया कि 495 लोगों की याददाश्त कमज़ोर हुई।

    उनकी तुलना ऐसे 587 लोगों से की गई, जिनकी याददाश्त में कोई समस्या नहीं आई।

    शोध के मुताबिक़ एबी ब्लड ग्रुप वाले व्यक्तियों में याददाश्त कमज़ोर होनी जैसी दिक़्क़तें छह प्रतिशत तक पाई गई, जबकि दूसरे लोगों में यह आंकड़ा लगभग चार प्रतिशत रहा। शोध के मुताबिक़ अध्ययन में पागलपन जैसी हालत में पहुंचने की दशा को शामिल नहीं किया गया था।

    अनिलः डॉक्टर कुशमैन के मुताबिक, हमारे अध्ययन में ब्लड ग्रुप और याददाश्त पर इसके असर को शामिल किया गया था। लेकिन कई शोध पहले भी बता चुके हैं कि उच्च रक्तचाप, कॉलेस्ट्रॉल का ऊंचा स्तर और मधुमेह से याददाश्त पर बुरा असर पड़ता है।

    शोध टीम से जुड़े डॉक्टर साइमन रिडले कहते हैं, "मौजूदा प्रमाण बताते हैं कि दिमाग स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा तरीक़ा संतुलित आहार, धूम्रपान से दूरी और नियमित व्यायाम है।

    वेइतुंगः वहीं वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि व्यक्ति जब सो रहा होता है तब भी उसका दिमाग़ काम कर रहा होता है।

    विज्ञान पत्रिका 'करेंट बायोलॉजी' में प्रकाशित ये शोध कैंब्रिज और पेरिस के वैज्ञानिकों ने किया। इसमें सोते और जागते समय दिमाग के व्यवहार का अध्ययन किया गया. वैज्ञानिकों ने प्रतिभागियों को उस समय एक शब्द से परिचित करवाया, जब वो जाग रहे थे. लेकिन सोते समय भी उन लोगों ने उस शब्द पर सही प्रतिक्रिया दी। इसमें कहा गया है कि सोते समय दिमाग कठिन काम भी कर सकता है, ख़ासकर जब काम स्वचालित हो।

    अब आगे होने वाले अध्ययन इस बात पर केंद्रित होंगे कि क्या सोने के समय का भी फ़ायदा उठाया जा सकता है।

    इस अध्ययन में वैज्ञानिकों ने प्रतिभागियों के दिमाग का व्यवहार देखने के लिए एक इलेक्ट्रोइनसिफेलोग्राम (ईईजी) का इस्तेमाल किया।

    इसमें प्रतिभागियों से पूछा गया कि जो शब्द बोला जा रहा है, वह किसी जानवर से संबंधित है या वस्तु से. प्रतिक्रिया देने के लिए उन्हें एक बटन दबाना था।

    अध्ययन में शामिल पेरिस के वैज्ञानिक सिड कोईडर ने कहा, हमने दिखाया कि एक सोए हुए व्यक्ति का दिमाग उससे अधिक सक्रिय रहता है जितना कि कोई व्यक्ति सोचता है।

    दोस्तो अब वक्त हो गया है, लिस्नर्स के कमेंट शामिल करने का। पहला ई-मेल हमें आया है, जमशेदपुर, झारखंड से एस.बी.शर्मा का। लिखते हैं कि टी टाइम प्रोग्राम में अफ्रीकी चाड देश में हाथियों के झुण्ड की निर्मम हत्या और झुण्ड से बचे एक नौ महीने के बच्चे को चार सीट वाले छोटे विमान में ले जाकर पायलट गैरी रॉबर्ट्स ने बचाने की कोशिश की। और उसका इलाज करवाया। लेकिन यह पहली वार सुना और जाना कि गाय का दूध हाथी के बच्चे के लिये हानिकारक होता है। यह जानकार ख़ुशी हुई की आने वाले दिनों में भारत इंटरनेट गवर्नेंस के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है। इस मांसाहारी युग में ब्रिटिश वैज्ञानिकों की खोज जिसमें कहा गया है कि मांसाहार के चलते जीवन और पर्यावरण पर खतरा उत्पन्न हो गया है। इस दुनिया को सोचने पर मजबूर करेगा, इस शोध से पता चलता है कि मांसाहारी देशों जैसे चीन अमेरिका ब्रिटेन आदि के कारण पर्यावरण को ज्यादा खतरा हो गया है। वैसे भारत में सबसे ज्यादा शाकाहारी व्यक्ति रहते है। इसकी वजह से पर्यावरण को ज्यादा खतरा नहीं है।

    वहीं पश्चिम बंगाल से विधान चंद्र सान्याल ने भी हमें पत्र भेजा है। लिखते हैं टी-टाइम प्रोग्राम श्रोताओं के सबसे पसंदीदा प्रोग्राम में से एक है। मन पसंदीदा जोक्स, हेल्थ टिप्स समेत रोचक जानकारी और पेश करने का अलग अंदाज। इसके लिए आपको धन्यवाद।

    अगला मेल भेजने वाले हैं, सऊदी अरब से सादिक आजमी। लिखते हैं कि प्रोग्राम की पहली रिपोर्ट से ज्ञात हुआ कि उत्तरी अफ़्रीका के देश चार्ड मे हाथियों के झुंड को मार दिया गया। जो कि तस्करी की वजह से लगता है। हाथी दांतों की तस्करी के चलते लालच के चक्कर में लोग यह भूलते जा रहे हैं कि यह प्रजाति इस धरती से विलुप्त होती जा रही है। इतिहास के पन्नों पर नज़र डालें तो इन हाथियों की भूमिका मानव जीवन मे काफी महत्व रखती है। दैनिक जीवन से लेकर सत्ता की नींव रखने तक युद्ध मे इनसे लाभ उठाया जाता रहा है। पर आज पैसों की खातिर इन्हें मिटाने की होड़ लगी है। जो कि निंदनीय है। गैरी रौबर्ट की कोशिश और विमान मे हाथी का सफ़र हैरान करने वाला रहा। पर अफसोस कि उस नौ महीने के बच्चे को बचाया न जा सका।

    किस्मत के खेल को दर्शाती परिणीति चोपड़ा की लंदन से लेकर बालीवुड के सफ़र की कहानी रोचक लगी। पर शायद इसी को किस्मत कहते हैं। इन्सान करना कुछ चाहता है मगर समय के भंवर मे फंस कर कुछ और करने पर विवश हो जाता है। और सफलता व लोकप्रियता उसे उस रास्ते पर चलने पर मजबूर कर देती है। वहीं भारत में इंटरनेट की बढ़ती मांग को देखते हुए भारत सरकार की नीतियों का खुलासा किया जाना भी रोचक लगा। साल 2020 में इंटरनेट यूज़र्स की संख्या 60 करोड़ तक पहुंचना सचमुच हैरान करने वाली है। पर आधुनिक युग में ऐसा होना सम्भव लगता है।

    ग्लोबल इन्टरनेशनल काउन्सिल की सदस्यता हासिल कर यूज़र्स के हितों की रक्षा के प्रति भारत की भूमिका अत्यन्त आवश्यक है। क्योंकि इसमे कोई दो राय नही कि भविष्य में भारत एक बहुत बड़ा इंटरनेट बाजार बनेगा।

    सेहत से सम्बंधित जागरूकता लाने हेतु लंच बाक्स के सही चयन की सलाह हम पर उपकार करने जैसी लगी। सत्य कथन है आपका कि हमें इस ओर विशेष ध्यान देने की आवश्कता है। वरना गम्भीर बीमारी के शिकार हो सकते हैं।

    आजके सभी हंसगुल्ले लाजवाब रहे और सवाल जवाब की तो बात ही निराली है । यह कार्यक्रम की लोकप्रियता को बल देता है अच्छी प्रस्तुति हेतु बहुत बहुत बधाई।

    वैसे सादिक ने दो जोक भेजे हैं, आज हम इसमें से एक को अपने प्रोग्राम में शामिल करेंगे।

    जोक कुछ इस तरह है। एक स्त्री को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। शवयात्रा निकाली जाने लगी, रास्ते में महिला की अर्थी खंभे से टकरा गई।

    टकराने के कारण महिला का शव सड़क पर गिर पड़ा और तभी उस महिला की सांस लौट आई। वो जीवित हो उठी। सब ख़ुशी-ख़ुशी उसे लेकर घर वापस आ गए।

    लगभग तीन साल बाद फिर उस महिला का देहांत हो गया। अबकी शवयात्रा निकाले जाने पर सभी शामिल लोग बोल रहे थे राम-नाम सत्य है, राम-नाम सत्य है। और उस महिला का पति कहता जा रहा था - खंभा बचा के, खंभा बचा के।

    वहीं केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल लिखते हैं कि साप्ताहिक "टी टाइम" के तहत अफ्रीकी देश चाड में हाथीझुण्ड की निर्मम हत्या और झुण्ड से बचे एक नौ महीने के बच्चे को अपने चार सीट वाले छोटे विमान में उड़ा कर लाने वाले पायलट गैरी रॉबर्ट्स को हमारा सलाम। मानवता की इससे बड़ी मिसाल भला और क्या हो सकती है। यह जानकारी भी महत्वपूर्ण लगी कि गाय का दूध हाथी के बच्चे के लिये हानिकारक होता है। नवोदित बॉलीवुड अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा की कहानी भी बड़ी दिलचस्प लगी कि कैसे वह बैंकर्स बन कर लन्दन में बस जाना चाहती थी, क़िस्मत उन्हें फ़िल्मों में ले आयी। कार्यक्रम में विश्व में सर्वाधिक कमाई करने वाले टीवी कलाकारों के नाम बताने के लिये भी धन्यवाद। हम भारतीयों के लिये यह जानकारी भी किसी ख़ुशी के पैगाम जैसी है कि आने वाले समय में इण्टरनेट गवर्नेंस के क्षेत्र में भारत की भूमिका अहम होने वाली है। ब्रिटिश वैज्ञानिकों का वह शोध भी क़ाबिल-ए-तारीफ़ है, जिसके अनुसार अधिक मांसाहार और डेयरी उत्पादों का उपयोग पर्यावरण के लिये घातक है। हेल्थटिप्स में यह सुन कर हमारी जानकारी में इज़ाफ़ा हुआ कि प्लास्टिक के लंचबॉक्स सेहत के लिये कितने ख़तरनाक साबित हो सकते हैं। हंसगुल्लों में भाई सादिक़ आज़मी का भेजा छोटे संते वाला जोक सबसे उम्दा लगा। वैसे मेमोरी डिलीट करने वाला जोक भी गुदगुदाने में कामयाब रहा। धन्यवाद इस सम्पूर्ण जानकारी के लिये।

    श्रोताओं के कमेंट के बाद लीजिए पेश हैं हेल्थ टिप्स। रात में भोजन कैसा हो, सेहत के लिए यह जितना जरूरी है, भोजन कब हो जैसा सवाल भी उससे कम जरूरी नहीं है।

    आमतौर पर डॉक्टरों का मानना है कि रात के भोजन और सोने के बीच कम से कम 2 घंटे का अंतर सेहतमंद जीवन के लिए बहुत जरूरी है।

    ऐसे में अगर आप अब भी देर रात खाना खाते हैं तो जल्दी भोजन करने के ये 5 फायदे जानने के बाद आप भी जल्दी खाना शुरू कर देंगे। अगर आप देर रात खाना खाएंगे तो सुबह का नाश्ता इससे प्रभावित होगा। कई शोधों में यह माना जा चुका है कि सुबह का नाश्ता ठीक से न करने के कारण लोग दिन भर ओवरडाइट करते हैं।

    रात के भोजन का आपकी बॉडी क्लॉक व्यवस्थित रखने में बड़ा रोल है जिससे और ओवरडाइट न करें और मोटापे के शिकार न हो सकें। अगर आपको गैस्ट्रिक संबंधी समस्याएं अधिक होती हैं तो आप रात में जल्दी खाने की आदत डाल ही लें।

    दरअसल, खाने के ठीक बाद सोने से भोजन का पाचन अच्छी तरह नहीं हो पाता है जिससे हार्टबर्न जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। रात में जल्दी और सेहतमंद भोजन करने से नींद न आने की समस्या को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। यह बॉडी क्लॉक को व्यवस्थित रखने में मददगार है जिससे नींद न आने की दिक्कत दूर होती है। देर रात तक ढेर सारा भोजन करने से आप नाश्ता अच्छी तरह नहीं कर पाते जिससे दिन भर आपको ऊर्जा की कमी महसूस होती है। रात में जल्दी खाने से अगले दिन सुबह का नाश्ता भरपूर होता है जिससे ऊर्जा बनी रहती है। कई शोधों में माना जा चुका है कि रात में जल्दी भोजन करने वाले लोगों को हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसे दिल के रोगों का रिस्क कम होता है।

    अब जोक्स की बारी है।

    पहला जोक.... पति और पत्‍‌नी कहीं जा रहे थे।

    तभी एक भिखारी वहां से गुजरा और आवाज लगाई- 'ऐ हुस्न की मल्लिका, अंधे को 5 रूपए दे दे।'

    पति ने पत्‍‌नी की तरफ देखा और बोला- 'दे दो, बेचारा वाकई अंधा है..'

    दूसरा जोक है....

    टीचर स्टूडेंट से ...

    टीचर(स्टूडेंट से)-जिस आदमी के दोनों हाथ न हो उसे हिंदी और इंग्लिश में क्या कहेंगे?

    संता-हिंदी में ठाकुर और इंग्लिश में हैंड्स फ्री।

    तीसरा जोक....

    एक अमेरिकन ने एक भारतीय बच्चे से पूछा- तुम्हारी उम्र क्या है?

    बच्चे ने जवाब दिया- घर पर 13 साल, स्कूल में 12 साल, बस में 9 साल, ट्रेन में 7 साल और फेसबुक पर 18 साल।

    ....हंसने की आवाज....

    .....

    हंसने और हंसाने के बाद अब सवाल-जवाब की बारी है। दोस्तो हमने पिछले सप्ताह दो सवाल पूछे थे, पहला सवाल था- टीवी जगत में सबसे अधिक कमाई करने वाले एक्टर का क्या नाम है और उसकी कमाई कितनी है। सोफिया वेरागारा और कमाई 3. 7 अरब रुपये।

    दूसरा सवाल था--- मांस और डेयरी उत्पादों की खपत का क्या असर होता है।

    सही जवाब है, सर्वाधिक नुकसान पर्यावरण को होगा और यह शोध है ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने किया है।

    इन दोनों सवालों का सही जवाब हमें लिखकर भेजा है,

    झारखंड से एस.बी.शर्मा, सऊदी अरब से सादिक आजमी, उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल, भागलपुर बिहार से हेमंत कुमार और पश्चिम बंगाल से देवाशीष गोप और रविशंकर बसु, विधान चंद्र सान्याल आदि ने।

    आप सभी को बधाई---- तालियों की आवाज.....आगे भी हमारे सवाल सुनते रहिए। .....

    ....म्यूजिक.....छोटा सा..

    अनिलःअब आज के सवालों की बारी है। पहला सवाल है..सोत वक्त इंसान का दिमाग क्या करता है, इस शोध को कहां के वैज्ञानिकों ने किया है।

    दूसरा सवाल है , दुर्लभ ब्लड ग्रुप का हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn.

    ...... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें। ........म्यूजिक........

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही ...अगले हफ्ते फिर मिलेंगे.....चाय के वक्त......तब तक आप चाय पीते रहिए और सीआरआई के साथ जुड़े रहिए। नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर,चाइ च्यान.....

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