Web  hindi.cri.cn
    आप की पसंद 140816
    2014-08-15 16:36:38 cri

    नमस्कार श्रोता मित्रों मैं पंकज श्रीवास्तव आपकी पसंद कार्यक्रम में आप सभी का स्वागत करता हूं। हर सप्ताह की तरह हम आज भी आपको देंगे कुछ रोचक,ज्ञानवर्धक और आश्चर्यजनक जानकारियां और साथ में सुनवाएँगे आपकी पसंद के कुछ फिल्मी गाने।

    अंजली:श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपको ढेर सारी दिलचस्प जानकारियां देते हैं साथ ही आपको सुनवाते हैं आपकी पसंद के फिल्मी गीत। आज हम जिस फिल्म का गाना आपको सुनवाने जा रहे हैं उसे हमने लिया है फिल्म .... शरीफ़ बदमाश से, जिसे गाया है आशा भोंसले और किशोर कुमार ने, गीतकार हैं आनंद बख्शी, संगीत दिया है राहुल देव बर्मन ने और गीत के बोल हैं ----

    सांग नंबर 1. नींद चुरा के रातों में ....

    पंकज: 'स्टेम सेल से जल्द ठीक होंगे' स्ट्रोक के मरी़ज़

    स्ट्रोक होने के बाद दिमाग में स्टेम सेल डालने से सेहत में सुधार की रफ़्तार बढ़ सकती है।

    लंदन के इंपीरियल कॉलेज के वैज्ञानिकों ने इस पद्धति की सुरक्षा की जांच के लिए किए गए शुरुआती प्रयोग में स्ट्रोक का शिकार हुए पांच लोगों की अस्थि मज्जा यानी बोन मैरो में ख़ास तरह के स्टेम सेल्स डाले।

    इन्हें दिमाग में सीधे जाने वाली नस के ज़रिए क्षतिग्रस्त हिस्से में पहुंचाया गया।

    इन पांच लोगों में से चार को गंभीर स्ट्रोक पड़ा था। वह बोलने में अक्षम हो गए थे और शरीर का एक हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया था।

    ऐसे स्ट्रोक से मरने वालों और विकलांग होने वालों की दर ज़्यादा होती है।

    लेकिन छह महीने पूरे होते-होते चार में से तीन ख़ुद अपनी देखभाल करने लगे थे। थोड़ी मदद से सभी चलने और रोज़मर्रा के काम भी करने लगे।

    हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी इसके लिए व्यापक अध्ययन की ज़रूरत है।

    अंजली: ये जानकारी तो बहुत उपयोगी लगी, ऐसी वैज्ञानिक खोजों से इंसान के जीने की राह आसान बनती जा रही है। लेकिन असल जिंदगी में बदलाव उस समय आएगा जब वैज्ञानिक स्ट्रोक्स को पूरी तरह रोकने में सफल होंगे और किसी भी गंभीर बीमारी का इलाज तुरंत संभव हो पाएगा। लेकिन इस बात से इतना तो पता चलता ही है कि मानव स्वास्थ्य से जुड़े नित नए अनुसंधान सामने आ रहे हैं, और कई तरह की गंभीर बीमारियों का इलाज किया जा रहा है, इसकी परिणति मानव जीवन की दीर्घायु में होगी। खैर अब मैं आप सभी को सुनवाने जा रहा हूं कार्यक्रम का अगला गाना जिसके लिये फरमाईश की है देश प्रेमी रेडियो लिस्नर्स क्लब के राम कुमार रावत, गीता रावत, अमित रावत, ललित रावत, दीपक रावत, मनीष रावत और इनके सभी परिजनों ने, आप सभी ने सुनना चाहा है मेरे अपने फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार और मुकेश ने गीतकार हैं गुलज़ार और संगीत दिया है शलिल चौधरी ने गीत के बोल हैं ----

    सांग नंबर 2. हाल चाल ठीक ठाक है ...

    पंकज:मित्रों एक शोध में ये बात सामने आई है कि औरतें मर्दों की तुलना में ज्यादा जीती हैं। औरतें मर्दों की तुलना में ज्यादा क्यों जीती हैं ? ये सवाल अक्सर पूछा जाता है और कई तरह के जवाब सामने उभर कर आते हैं लेकिन अब वैज्ञानिकों ने इसकी वजह खोज निकाली है।

    महिलाएं पुरुषों की तुलना में कुछ हद तक ज्यादा जीती हैं। एक अध्ययन में यह कहा गया है कि महिलाओं की प्रतिरोधक क्षमता धीरे-धीरे कमज़ोर होती है और उनकी लंबी आयु की यही वजह होती है।

    जापान के वैज्ञानिकों के मुताबिक समय के साथ-साथ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती जाती है और बीमारियों से पुरुषों के प्रभावित होने की बढ़ती संभावना की वजह से उनकी उम्र पर इसका असर पड़ता है।

    'इम्यूनिटी एंड एजींग जर्नल' में प्रकाशित इस रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रतिरोधक क्षमता की जांच से किसी व्यक्ति की सच्ची उम्र का पता चलता है।

    प्रतिरोधक क्षमता शरीर की किसी संक्रमण और कैंसर से रक्षा करती है लेकिन अगर यह ठीक से काम न करे तो बीमारियों की वजह भी बनती है।

    सफेद रक्त कोशिकाएं

    जापानी अनुसंधानकर्ताओं के अध्ययन के केंद्र में इस विवादास्पद सवाल की पड़ताल की गई कि क्या प्रतिरोधक क्षमता में उम्र से जुड़े होने वाले बदलाव को पुरुषों और महिलाओं की औसत उम्र के अंतर के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।

    अंजली: वैसे भी जो विकसित राष्ट्र हैं वहां पर आमतौर पर देखा जाता है कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की उम्र अधिक होती है, हालांकि मुझे इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण मालूम नहीं था लेकिन जो शोध रिपोर्ट सामने आई है उसके अलावा एक बात मुझे ये भी सही लगती है कि उन्नत राष्ट्रों में लोगों का खान-पान बहुत अच्छा और संतुलित होता है जिसका असर लोगों की आयु पर पड़ता है। इसी के साथ अब मैं उठाता हूं कार्यक्रम का अगला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है ग्राम महेशपुर खेम, ज़िला मुरादाबाद से तौफीक सिद्दीकी, अतीक अहमद सिद्दीकी, मोहम्मद दानिश सिद्दीकी और इनके ढेर सारे साथी, आप सभी ने सुनना चाहा है कालीचरण फिल्म का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर ने संगीत दिया है कल्याणजी आनंदजी ने और गीत के बोल हैं ---

    सांग नंबर 3. जा रे जा ओ हरजाई ....

    पंकज: टोकियो मेडिकल और डेंटल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर काट्सुइकु हिरोकावा और उनके सहयोगियों ने 20 साल से 90 साल की उम्र के बीच के 356 स्वस्थ पुरुषों और महिलाओं के खून के नमूनों की जांच की.

    इसके लिए उन्होंने साइटोकाइन्स के नाम से पुकारे जाने वाली सफेद रक्त कोशिकाओं और ऊतकों को मापा। ये बीमारियों से लड़ने की शरीर की प्रतिरोधक क्षमता से जुड़ी कोशिकाओं के साथ संपर्क कर काम करती हैं।

    पुरुषों और महिलाओं दोनों में ही उम्र के साथ-साथ प्रति व्यक्ति सफेद रक्त कोशिकाओं में गिरावट देखी गई। इससे पहले के अध्ययनों में भी यह कहा जाता रहा है।

    हालांकि नजदीकी जांच से यह पता चला कि पुरुषों और महिलाओं की प्रतिरोधक क्षमताओं के दो प्रमुख घटकों में अंतर है। टी-कोशिकाएं शरीर का संक्रमणों से संरक्षण करती हैं और बी-कोशिकाएं एंटीबॉडीज़ रिलीज़ करती हैं।

    अंजली: अगर वैज्ञानिकों को लंबी उम्र का सटीक रहस्य पता चल गया तो आने वाले समय में बीमारियों से असमय होने वाली मौतों पर लगाम लगाई जा सकेगी जिससे औसत आयु तो बढ़ेगी ही साथ ही लोग निरोग जीवन भी जी सकेंगे, आने वाले वर्षों में हो सकता है कि वैज्ञानिक बुढ़ापे के कारण होने वाली कमज़ोरी को खत्म करने में भी कामयाबी पा लें जिससे मानव की उम्र तो लगातार बढ़ती जाएगी लेकिन उसके बावजूद उसमें उम्र के निशान नज़र नहीं आएंगे जिससे वो चिर युवा बना रहेगा। ये बातें सोचने में बहुत अच्छी लगती हैं, काश कि ये सबकुछ जल्दी ही सच हो जाए, खैर अब मैं अपने श्रोताओं का पत्र उठाता हूं, ये पत्र हमारे पास आया है विश्व रेडियो श्रोता संघ चौक रोड, कोआथ, रोहतास, बिहार से इसे लिख भेजा है सुनील केशरी ने जो कि विश्व रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष भी हैं, इनके साथ इनके सभी मित्रजनों ने भी हमें अपना फरमाईशी पत्र लिख भेजा है तो मित्रों अब हम आप सभी को आपकी पसंद का फिल्मी गाना सुनवाने जा रहे हैं। ये गाना हमने लिया है फिल्म इल्ज़ाम से जिसे गाया है अमित कुमार ने संगीत दिया है बप्पी लाहिरी ने और गीत के बोल हैं ----

    सांग नंबर 4. आई एम अ स्ट्रीट डांसर ....

    पंकज:वास्तविक उम्र

    ज्यादातर 'टी' और 'बी' कोशिकाओं की पुरुषों में तेजी से गिरावट देखी गई।

    प्रतिरोधक क्षमता से जुड़ी दो प्रमुख कोशिकाएं 'सीडी4टी' और प्राकृतिक रूप से मारने वाली कोशिकाएं महिलाओं में उम्र के साथ तेजी से बढ़ती हुई देखी गईं। जबकि पुरुषों में यह रफ्तार महिलाओं की तुलना में कम देखी गईं।

    अनुसंधानकर्ताओं को यह भरोसा है कि किसी व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता से जुड़े मापदंड उनकी वास्तविक उम्र को बताते हैं.

    प्रोफेसर हिरोकावा और उनके सहयोगी अपनी रिपोर्ट में कहते हैं, "उम्र की वजह से होने वाले बदलावों में प्रतिरोधक क्षमता से जुड़े कई मापदंड पुरुषों और महिलाओं के अंतर को बताते हैं। शोध के नतीजों से पता चलता है कि महिलाओं में इन मापदंडों में धीमी रफ्तार से गिरावट देखी गई जबकि पुरुषों में इस बात की पुष्टि हुई कि औरतें मर्दों की तुलना में ज्यादा जीती हैं।"

    यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूकासल के इंस्टीट्यूट ऑफ एजींग एंड हेल्थ के प्रोफेसर टॉम किर्कवुड ने इस अध्ययन के नतीजों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ये महत्वपूर्ण जरूर हैं लेकिन बुनियादी तौर पर चौंकाते नहीं हैं।

    पंकज:मित्रों क्या ये संभव है कि किसी के शरीर में चाकू तीन वर्षों तक धंसा रहे और फिर भी वो व्यक्ति जीवित हो ?ये बात विचित्र तो ज़रूर है लेकिन है एकदम सच, दरअसल ये घटना है कनाडा की जहां पर डाक्टरों ने तीन साल पहले हुए एक झगड़े के दौरान एक आदमी की पीठ में घुसे चाकू के टुकड़े को निकाल दिया है।

    नार्थ-वेस्ट टेरिटोरी के निवासी 32 साल के बिली मैकनिले ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उन्हें पीठ में खुजली और हल्के दर्द की शिकायत थी। लेकिन मुझे यह नहीं पता था कि चाकू का टुकड़ा अभी भी पीठ में धंसा हुआ है।

    अंजली:ये तो वाकई बहुत हैरतअंगेज़ लेकिन दुख भरी खबर है लेकिन इसमें राहत की बात ये है कि इन साहब की पीठ में धंसा हुआ चाकू बाहर निकाल लिया गया और इन्हें भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा। खैर अब मैं उठाने जा रहा हूं कार्यक्रम का अगला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है बाबू रेडियो श्रोता संघ आबकिला, गया बिहार से मोहम्मद जावेद खान, जरीना खानम, मोहम्मद जामिल खान, रजिया खानम, शाहिना परवीन, खाकशान जाबीन, बाबू टिंकू, जे के खान, बाबू, लड्डू, तौफीक उमर खान, इनके साथ ही के पी रोड गया से हमें लिखा है मोहम्मद जमाल खान मिस्त्री, शाबिना खातून, तूफ़ानी साहेब, मोकिमान खातून, मोहम्मद सैफुल खान, ज़रीना ख़ातून ने आप सभी ने सुनना चाहा है तराना फिल्म का गाना जिसे गाया है शैलेन्द्र सिंह ने और संगीत दिया है राम लक्ष्मण ने गीत के बोल हैं ----

    सांग नंबर 5. गूंजे लगे हैं कहने ....

    पकंज: इस हफ़्ते खुजलाते हुए चाकू की नोक उसके नाखून में आई, तब उन्हें पता चला कि पीठ में चाकू धंसा हुआ है।

    प्रेमिका ने खोजा

    उन्होंने बाताया,''मैं कुछ समय तक जेल में भी रहा हूं. वहाँ जेल के सुरक्षा गार्ड पीठ को एक मेटल डिटेक्कटर से रगड़ते हैं. हर बार वे मेरे पीठ में पर उससे मारते थे. इससे चाकू और अंदर चला गया.''

    बिली मैकनिले ने कनाडा की एक समाचार एंजसी को बताया कि अप्रैल 2010 में पंजा लड़ाने के खेल में मारपीट हो गई थी. इस दौरान मुझ पर पांच बार चाकू से हमला हुआ.

    उन्होंने बताया कि स्थानीय दुर्घटना और आपातकालीन सेवा के डॉक्टरों ने घांव पर टांके लगा दिए. लेकिन उन्होंने उसका एक्सरे नहीं किया. परेशानी बढ़ने पर जब उन्होंने और इलाज के लिए कहा तो, उन्हें बाताया गया कि उन्हें तंत्रिका के नुक़सान का सामना करना पड़ सकता है.

    इस हफ़्ते बिली मैकनिले हमेशा की तरह अपनी पीठ खुजला रहे थे कि उनके नाखून से कुछ टकराया. उसे उनकी प्रेमिका ने देखा.

    सीबीसी न्यूज़ को स्टेफनी सायना ने बताया, मैंने बिली से कहा, ''तुन्हारी पीठ के बाहर एक चाकू चिपका हुआ है. मैं बहुत डरी हुई थी. मैं उसे चिमटी से खिंचने के लिए तैयार थी.''

    बिली मैकनिले अब स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के बारे में सोच रहे हैं.

    अंजली: तो मित्रों अभी वक्त हो चला है कार्यक्रम का अगला पत्र उठाने का, जिसे हमें लिख भेजा है मोजाहितपुर पूरबटोला, भागलपुर, बिहार से मोहम्मद खालिद अंसारी, मोहम्मद ताहिर अंसारी, कादिर, मुन्ना खान मुन्ना, नुरुलहोदा, शब्बीर ज़फ़र, एम के नाज़, इनके साथ ही नवगछिया मोमताज मोहल्ला से ज़फ़र अंसारी, शौकत अंसारी, मास्टर अतहर अंसारी ने, आप सभी ने सुनना चाहा है सुरक्षा फिल्म का गाना जिसे गाया है बप्पी लाहिरी और एनेटी पिंटो ने गीतकार हैं फारूख कैसर और संगीत दिया है बप्पी लाहिरी ने गीत के बोल हैं ----

    सांग नंबर 6. मौसम है गाने का .....

    पंकज: तो मित्रों इस गाने के साथ ही हमें आपकी पसंद कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दें, अगले सप्ताह हम आज के दिन और आज ही के समय पर फिर आपके सामने आएंगे कुछ रोचक, ज्ञानवर्धक और आश्चर्यजनक जानकारी के साथ और आपको सुनवाएंगे आपकी पसंद के कुछ मधुर फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।

    अंजली : नमस्कार।

    © China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
    16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040