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    एक हफ्ते में कार्यक्रमों पर श्रोताओं की राय
    2014-06-18 09:19:32 cri

     


    अनिल:आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडे का नमस्कार।

    वनिता:सभी श्रोताओं को वनिता का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः आज के प्रोग्राम में हम श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके बाद एक श्रोता के साथ हुई बातचीत के मुख्य अंश पेश किए जाएंगे।

    दोस्तो, आज का पहला खत भेजने वाले हैं, पश्चिम बंगाल से देवशंकर चक्रवर्ती । वे लिखते हैं कि 28 मई 2014 को सीआरआई की हिंदी वेबसाइट पर सीआरआई की तकनीकी इमारत का शिलान्यास और साथ ही उसके मॉडल के फोटो देखकर बहुत अच्छा लगा। मैं उम्मीद करता हूं कि आने वाले वर्षो में यह एक अंतराष्ट्रीय आधुनिक मीडिया संस्था के रूप में पूरी दुनिया को चीन एवं उसकी संस्कृति से अवगत कराएगा। जो काम आज भी सीआरआई कर रहा है।

    वनिता:दोस्तो, यह वर्ष भारत चीन मित्रवत वर्ष है। इस अवसर पर खुनमिंग चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। हमें न्यू हराइजन रेडियो लिस्नर्स क्लब के देवशंकर चक्रवर्ती और अन्य कुछ श्रोताओं के चित्र मिले हैं। सभी चित्र बहुत सुन्दर हैं। हमें खुशी है कि श्रोता इस प्रतियोगिता के बारे में जानकारी रखते हुए इसमें भाग ले रहे हैं। यहां बता दें कि युन्नान और खुनमिंग चीन में सबसे सुन्दर जगहों में से एक है। आशा है कि अन्य श्रोता भी इस प्रतियोगिता में भाग लेंगे और ज्यादा चित्र हमें भेजेंगे। प्रतियोगिता समाप्त होने के बाद हम वेबसाइट पर पुरस्कार जीतने वालों की सूची जारी करेंगे।

    अनिल:दोस्तो, देवशंकर चक्रवर्ती यह भी लिखते हैं कि सोमवार 26 मई को शाम छह बजे 15वें प्रधानमंत्री के रूप में 63 वर्षीय नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में लगभग 4000 देशी -विदेशी मेहमानों की मौजूदगी में शपथ ली। मोदी के साथ उनके मंत्रिमंडल के कुल 45 सदस्यों ने शपथ ग्रहण की। मैं उम्मीद करता हूं कि आने वाले वर्षो में वह एक बेहतरीन प्रधानमंत्री साबित होंगे जिनका नारा है कि "अच्छे दिन आने वाले हैं "; और हम आम भारतीय उस आने वाले अच्छे दिन के इंतज़ार में हैं।

    दोस्तो, अगला खत आया है पश्चिम बंगाल से। भेजने वाले हैं बिधान चंद्र सान्याल । वे लिखते हैं कि भारत स्थित चीनी राजदूत वेइ वेई जी ने 26 मई को इकनॉमिक टाइम्स मेँ China : Opportunity for India's Economic Takeoff यानि चीन -भारत के आर्थिक विकास का मौका होगा शीर्षक जो लेख लिखा । वह बहुत समयोपयोगी (timewise) और महत्वपूर्ण लगा । यह बिलकुल सही है कि विश्व का विकास चीन -भारत के सहयोग से अलग नही हो सकता । आशा है भारत की नई सरकार भी भारत-चीन मैत्री को प्राथमिकता देगी ।

    भारत में नई सरकार को चीनी नेताओं की ओर से बधाई देने के लिए चीनी स्टेट कौँसुलर यांग चेछी ने भारतीय राजदूत अशोक कंठ से मुलाकात की । भारत चीन मैत्री और सहयोग बनाए रखने के लिए ये एक महत्वपूर्ण कदम था । चीनी नेताओं का अनुभव यांग चेछी के माध्यम से जानने के बाद अशोक जी ने कहा कि भारत की नयी सरकार चीन के प्रति मैत्रीपूर्ण नीतियों पर कायम रहेगी । आशा है कि दोनो देशों के नेता आने वाले दिनो मेँ अपने प्रयास जारी रखेंगे।

    वनिता:वे आगे लिखते हैं कि चीन मेँ कहते हैँ कि जहाँ नदी , पहाड़ और पेड़ हो वह जगह बहुत सुंदर होती है । अगर यह कहावत सच है तो पश्चिमी हुनान प्रांत चीन मेँ सबसे सुंदर प्रांत मेँ एक है । पश्चिमी हुनान प्रांत के पास विशाल प्राकृतिक स्रोत है । यहां की धरती पर बिखरी 1700 से अधिक नदियां और झरने समृद्ध जलस्रोत प्रदान करते हैं। पर्यटन एक महत्वपूर्ण उद्योग के रूप मेँ विकसित होने वाला है । अर्थव्यवस्था के विकास की दृष्टि से पश्चिमी हुनान प्रांत सुविधा संपन्न है । सीआरआई हिन्दी सेवा से विस्तृत सूचना और वेबपेज मेँ कुल दस फोटो देखकर यही कहना चाहूंगा कि अगर मुझे भी मौका मिला तो पश्चिमी हुनान प्रांत का अवश्य दौरा करूंगा।

    अनिल:खुनमिंग चित्रकला प्रतियोगिता की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि सी आर आई हिन्दी सेवा द्वारा आयोजित 2014 की खुनमिंग कला प्रतियोगिता ने मुझे आकर्षित किया। लेकिन जब मैने प्रतियोगिता मेँ हिससा लेने कि फैसला लिया तो मैँ उलझन मेँ पड़ गया । उलझन इस बात की नही थी कि आपको कैसे चित्र भेजूं। उलझन इस बात की थी कि कौन सा चित्र बनाना शुरू करूं। चीन मेँ कहते हैँ कि जहाँ लेक , नदी , पहाड़ और पेड़ हो वह जगह बहुत सुंदर होती है। अगर यह कहावत सच है तो खुनमिंग भी चीन मेँ सबसे सुंदर जगह मेँ एक है । खुनमिंग की प्राकृतिक सुंदरता, स्थापत्य की सुंदरता को कोई एक दो चित्र मेँ बयान नहीं कर सकता। ऐसा लगता है जैसे प्रकृति ने , स्थापत्य कला ने भी अपनी सारी सुंदरता यहीँ बिखेर दी हो । इसलिए कौन सा चित्र बनाऊं, इसके लिए उलझन में था। अंत मैने खुनमिँग लेक और Golden horse memorial Archway – दोनों के चित्र बनाए। पिछले 23 मई को स्पीड पोस्ट के जरिए सी आर आई हिन्दी सेवा के पते पर भेज दिए हैं। इस फोटो मेँ मैने सी आर आई हिन्दी सेवा के लिए चित्र बना रहा हूं और मेरी बिटिया विनीता सान्याल मेरे चित्र को निहार रही है। आशा है कि आप इस फोटो को वेबपेज पर लगाएंगे। उम्मीद है कि एक दिन मुझे भी वहां का दौरा करने का मौका जरूर मिलेगा।

    वनिता:दोस्तो, आज का दूसरा खत भेजा है, केसिंगा ओड़िशा से सुरेश अग्रवाल ने। लिखते हैं कि ख़ुशी की बात है कि इन दिनों समाचारों में भारत सम्बन्धी ख़बरों को काफी तरज़ीह दी जा रही है। कल की तरह आज भी समाचार बुलेटिन का आधे से अधिक समय भारत केन्द्रित समाचारों को दिया गया, जिसके लिये हम ह्रदय से आपके आभारी हैं।

    श्रोताओं के अपने साप्ताहिक मंच "आपका पत्र मिला" के तहत हर बार की तरह इस बार भी विभिन्न कार्यक्रमों पर श्रोताओं से प्राप्त महत्वपूर्ण प्रतिक्रियाओं को स्थान दिया जाना अच्छा लगा। एक प्रश्न के उत्तर में चीन में बहने वाली विश्व की तीसरी सबसे लम्बी यांगसी नदी पर दी गई जानकारी सामान्य-ज्ञान में इज़ाफ़ा करने वाली लगी। कार्यक्रम के अन्त में श्रोताओं से बातचीत क्रम में आज मुझे श्रोताओं से रूबरू होने का मौक़ा प्रदान करने हेतु धन्यवाद स्वीकार करें। आज भी पत्रोत्तर के दौरान दो गाने बजाये गये, ज़ाहिर है कि इनके स्थान पर कुछ और पत्रों को शामिल किया जा सकता था। बहरहाल, एक सरस प्रस्तुति हेतु आप सभी को पुनः एकबार धन्यवाद।

    अनिलः वे आगे लिखते हैं कि बीजिंग में आयोजित तीसरे सेवा व्यापार मेले पर पेश विशेष रिपोर्ट में भारत-चीन आपसी सहयोग की बेहतर संभावनाओं बारे में जान कर बहुत ख़ुशी हुई। संगोष्ठी में भारतीय राजदूत अशोक कण्ठ, सीआईआई की अंजुला सोलंकी, पर्यटन विभाग की उषा शर्मा, चीनी भाषा में निपुण ऋचा नयाल, शिक्षा क्षेत्र के कपिल रामपाल तथा चीनी सेवा व्यापार संघ के श्री चाओ चुंग ई के विचार काफी उत्साहवर्धक लगे।

    उधर कार्यक्रम "मैत्री की आवाज़" के अन्तर्गत पेइचिंग स्थित भारतीय राजदूत अशोक कण्ठ के साथ आज लगातार दूसरे सप्ताह की गई बातचीत सुनने को मिली। वर्ष 2014 पंचशील सिद्धांत की साठवीं वर्षगाँठ तथा चीन-भारत आदान-प्रदान वर्ष होने के उपलक्ष्य में दूतावास द्वारा चलायी जाने वाली गतिविधियों के बारे में अहम जानकारी हासिल हुई। यह जान कर अच्छा लगा कि इस दरम्यान चीन के बारह शहरों में भारत की विशेष झलक दिखलायी जायेगी। बातचीत में भारत,चीन,बांग्लादेश,म्यांमार आर्थिक गलियारे तथा समुद्री रेशम मार्ग के अलावा चीन-भारत द्वारा एक-दूसरे के देश में किन-किन क्षेत्रों में पूंजीनिवेश किया जा सकता है, पर भी महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई। और हाँ, राजदूत महोदय का धाराप्रवाह चीनी बोलना भी बहुत अच्छा लगा। अशोकजी से बातचीत सुन कर लगा कि मानों वह हम सीआरआई हिन्दी परिवार का ही हिस्सा हों। धन्यवाद।

    वनिता:दोस्तो, अगला खत भेजा है पश्चिम बंगाल से सुशोभन साहा ने। वे लिखते हैं नमस्कार।सीआरआई की हिंदी वेबसाइट पर ज़ारी खुनमिंग चित्रकला प्रतियोगिता के लिए पश्चिम बंगाल के न्यू हराइजन रेडियो लिस्नर्स क्लब के सदस्यों द्वारा प्रेषित सभी फोटो सुन्दर और मनोरम हैं। फोटो देखकर मैं मंत्रमुग्ध हो गया। धन्यवाद।

    अनिल:दोस्तो जमशेदपुर झारखण्ड से सागरिका ने एक खत भेजकर कहा कि सी आर आई से यह खबर सुनी कि भारत और चीन के लिए सेवा व्यापार के क्षेत्र में संभावनाएं तलाशने के लिए पेइचिंग में एक संयुक्त बैठक हुई। इस बैठक में चीन स्थित भारतीय राजदूत अशोक कंठ और चीनी सेवा व्यापार संघ के उपाध्यक्ष चाओ चोंग यी ने इसमें हिस्सा लिया। दोनों देश व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गंभीर है और सतत प्रयासरत है ताकि इस क्षेत्र के वर्तमान और भावी शक्तिशाली बाजार को कैसे और अधिक प्रोत्साहित किया जाय। ताकि दोनों देश इससे लाभान्वित हो सकें और दोनों देशों के संबंध और मजबूत हों, इस खबर के बारे में वेबसाइट से भी अच्छी जानकारी हासिल हुई।

    वनिता:दोस्तो, अगला खत भेजा है एस बी शर्मा ने। वे लिखते हैं इस सप्ताह अखिल जी और मीनू जी ने सन्डे के मस्ती में कमाल का जानकारी से श्रोताओ को रूबरू कराया दिल खुश हो गया। दुनिया भर में मनाये जाने वाले बाल दिवस पर दी गई जानकारी काफी बढ़िया थी। भारत में चाचा नेहरू के जन्म दिन यानि चौदह नवम्बर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है पहली बार १९२५ में बाल दिवस मनाने की कोशिश को यूनाइटेड नेशन ने १९५४ में बिधिवत मान्यता दी।

    तब से लगभग हर देश किसी न किसी दिन बाल दिवस मानते हैं जो काफी उत्साहित करने वाला कदम है। अपने होनहारों के लिए समर्पित यह दिन बहुत ही हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाता है। पर मेरे ख्याल से बाल दिवस पर आप थोड़ी और जानकारी दे सकते थे जिसे आपने जरुरी नहीं समझा। अपनी शादी का दिन और समय याद न करने वाले एक चीनी की कहानी सुनाई आज की भाग दौड़ भरी लाइफ में ऐसी बातें बढ़ रही हैं। लेकिन यह अच्छा नहीं है इससे साफ जाहिर होता है कि अब मानवीय मूल्यों का महत्व पैसे से कम हो गया है।

    अनिल:दोस्तो, बिहार से हेमंत कुमार के इस जोक भेजा है। जोक कुछ इस तरह है, जिसे आप सभी के साथ शेयर कर रहे हैं।

    टीचर: तुम कैसे साबित करोगे कि साग-पात खाने वाले की निगाहेँ तेज होती है।

    छात्र: सर, आज तक किसी ने बकरे या घोड़े को चश्मा लगाते देखा है क्या?

    अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडे और वनिता को आज्ञा दीजिए, नमस्कार।

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