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    टी टाइम 140617 (अनिल और ललिता)
    2014-06-17 13:03:57 cri

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां .....आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।...........

    अनिलः दोस्तो वैसे एक सप्ताह में सात दिन होते हैं, लेकिन हमें आपके लिए प्रोग्राम पेश करने का बड़ा इंतजार रहता है। तो क्या कर रहे हैं आप लोग, रेडियो सेट ऑन किया कि नहीं, अगर नहीं तो जल्दी कीजिए। क्योंकि टी-टाइम प्रोग्राम हो चुका है शुरू।

    अनिलः दोस्तो आजकल ब्राजील में फुटबाल विश्व कप जारी है और दुनियाभर के फुटबाल प्रेमियों की नजर मैचों पर लगी है। वैसे टूर्नामेंट में उलटफेर भी देखने को मिला है। पिछले शुक्रवार रात को वर्ल्ड चैंपियन स्पेन को हालैंड के हाथों मुंह की खानी पड़ी। हालैंड ने पिछले विश्व कप फाइनल का बदला लेते हुए, स्पेन को 5-1 से हराकर सभी को चौका दिया। जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ रहा, मैंचों का रोमांच भी बढ़ता जा रहा है। भले ही भारतीय टीम के फुटबाल विश्व कप में शामिल होना एक सपना हो, लेकिन भारत में फुटबाल प्रेमियों के उत्साह में कोई कमी नहीं है। कोलकाता में आजकल कुछ ऐसा ही हो रहा है, आप भी सुन लीजिए।

    कोलकाता में मैच देखते हुए डिनर ख़त्म होने के बाद लोग स्वीट डिश के तौर पर विश्व कप ट्राफी या ब्राज़ील, अर्जेंटीना, जर्मनी और स्पेन के झंडे लिए जा सकते हैं।

    फ़ीफ़ा विश्व कप के मौके पर कोलकाता के विभिन्न क्लबों, रेस्तरां और मिठाई की दुकानों के मेन्यू में तमाम ऐसी चीजों ने जगह बना ली हैं।

    इस तरह से शहर के तमाम फुटबाल प्रेमियों को आकर्षित किया जा रहा है। रात साढ़े नौ बजे से होने वाले मैचों के दर्शक इन लजीज व्यंजनों के साथ-साथ मैच का भी लुत्फ उठा सकें, इसके लिए कई होटलों में बड़े टीवी स्क्रीन लगाए गए हैं।

    कोलकाता के एक प्रमुख होटल गेटवे ने तो इस मौक़े पर होम डिलीवरी की ख़ास व्यवस्था की है। वहां लोग तड़के तीन बजे तक खाने का ऑर्डर दे सकते हैं। आख़िरी मैच ख़त्म होते ही लोगों को भूख सता सकती है, यही सोच कर होटल ने यह व्यवस्था शुरू की है।

    ललिताः इस मौके पर कोलकाता का स्वरूप भी बदल गया है। दीवारों पर ब्राज़ीलियाई और अर्जेंटीनी खिलाड़ियों के पोस्टर, बैनर और कटआउट लगे हैं।

    कई मोहल्ले ब्राज़ील के साओ पाअलो की शक्ल ले चुके हैं। वहां जाकर कई बार ब्राज़ील पहुंचने का आभास होता है। इसी तरह कई मोहल्ले अर्जेंटीना का हिस्सा होने का आभास दे रहे हैं। इन तैयारियों से साफ़ है कि विश्व कप के दौरान पूरा कोलकाता ब्राज़ील और अर्जेंटीना में बदला रहेगा।

    अनिलः आपके शहर में कैसा माहौल है, विश्व कप को लेकर, हमें लिखकर भेज सकते हैं।

    फुटबाल पर चर्चा के बाद मोबाइल से होने वाले खतरों और शोध के बारे में चर्चा करते हैं। वैसे टी-टाइम प्रोग्राम में हम पहले भी इस संबंध में बता चुके हैं।

    एक्सेटर विश्वविद्यालय की ओर से किए गए तथ्यों के अध्ययन में कहा गया है कि जेब में मोबाइल फ़ोन रखने से शुक्राणुओं की संख्या और उनकी गति प्रभावित होती है।

    हालांकि एक शुक्राणु वैज्ञानिक का कहना है कि इसके प्रमाण अब भी अपूर्ण हैं और उनका फ़ोन अब भी उनकी जेब में ही रहता है।

    एनवायरमेंट इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित हुए इस अध्ययन में कहा गया है कि विद्युत चुम्बकीय विकिरण को शुक्राणुओं की संख्या कम करने के लिए ज़िम्मेदार माना जाना चाहिए।

    ललिताः इसके अंतर्गत 1,492 लोगों के शुक्राणुओं की गुणवत्ता के 10 अलग-अलग शोधों का विश्लेषण किया गया। इनमें मोबाइल फ़ोन के विकिरण के संपर्क में आने वाले शुक्राणुओं के प्रयोगशाला में परीक्षण और प्रजनन क्लीनिक में पुरुषों के द्वारा भरी जानी वाली प्रश्नावली भी शामिल थी।

    प्रमुख शोधकर्ता डॉक्टर फियोना मैथ्यूज के मुताबिक इन सबमें से एक में ही मोबाइल फ़ोन के संपर्क और कमज़ोर गुणवत्ता वाले शुक्राणुओं में संबंध का पता चला है।

    अनिलः उन्होंने कहा, "अध्ययन से जो संदेश निकल के आ रहे हैं वह यह है कि मोबाइल फ़ोन के उपयोग के साथ उसी अनुपात में शुक्राणु की गतिशीलता में गिरावट आती है, यह गिरावट आठ प्रतिशत तक है।"

    "मुझे लगता है कि आम आदमी को घबराने की ज़रूरत नहीं है। यदि आपको अपनी प्रजनन शक्ति को लेकर संभावित दिक्कत के बारे में जानकारी है तो आप इसे एक और ध्यान देने योग्य मुद्दा मान सकते हैं। जैसे आप अपने खाने में बदलाव लाते हैं वैसे ही फ़ोन रखने की जगह बदलने के बारे में भी सोच सकते हैं।"

    उन्होंने प्रमाण की गुणवत्ता के संबंध में अन्य वैज्ञानिकों की आलोचना को स्वीकार किया और "साफ़ तौर पर और अधिक शोध किए जाने" की बात कही।

    ललिताः डॉक्टर मैथ्यूज कहती हैं, "यह दिलचस्प है, लेकिन हम बिल्कुल यह नहीं कह रहे हैं कि अपनी जेब में फ़ोन रखने वाला हर कोई नपुंसक हो जाएगा।"

    हालांकि शुक्राणु मोबाइल फ़ोन के कारण कैसे क्षतिग्रस्त हो सकता है, यह स्पष्ट नहीं है।

    अनिलः दोस्तो वैसे भी मोबाइल का अधिक इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है। चलिए अब बात करते हैं, बालों में होने वाले डैंड्रफ की। क्या आप भी इस समस्या से परेशान रहते हैं। आपने भी शायद तमाम प्रोडक्ट यूज किए होंगे, फिर भी सिर में बार-बार रूसी हो जाती है। अब हम आपको कुछ नेचुरल उपाय बताएंगे। जिससे बालों से डैंड्रफ तो जाएगी ही, एंटीडैंड्रफ उत्पादों पर फिजूल में खर्च करने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी और बाल अच्छे हो जाएंगे।

    कपूर से तो आप वाकिफ ही होंगे। इसमें एंटीइन्फ्लामेट्री गुण होते हैं जो डैंड्रफ को बढ़ने से रोकते हैं। कपूर की टिकिया नारियल तेल की शीशी में डाल दें और रोज रात में इससे सिर की मसाज करें। सुबह शैंपू कर लें। रूसी खत्म हो जाएगी।

    नींबू में मौजूद साइट्रिक एसिड रूखी को खत्म करने में मददगार होता है। नारियल तेल कोगर्म कर इसमें नींबू का रस मिलाएं और नहाने से एक घंटे पहले सिर की मसाज करके छोड़ दें और फिर शैंपू करें।

    दूसरा उपाय यह है कि एक कटोरी में थोड़ा सा बेसन लें और इसमें दही मिलाएं। इसको ‌स्काल्प पर लगाकर तीस मिनटतक छोड़ दें और फिर शैंपू से बाल साफ करें। इससे रूसी खत्म हो जाएगी।

    ललिताः वहीं एक कप दही में दो नींबू निचोड़ लें और इस मिश्रण को सिर पर लगाकर 20 मिनट छोड़ दें। फिर शैपू से सिर साफ करें। इससे डैंड्रफ भी दूर होगा और बालों की नमीं भी बरकरार रहेगी।

    इसके अलावा आप इस नुस्खे को भी आजमा सकते हैं। नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाएं और इसमें आधा नींबू निचोड़ दें। इसे सिर पर लगाकर 30 मिनट तक छोड़ दें और शैंपू कर लें। सप्ताह में दो बार इसे लगाएं।

    अनिलः दोस्तो प्रोग्राम में अब वक्त हो गया है, लिस्नर्स के कमेंट शामिल करने का। पहला लैटर हमें भेजा है, झारखंड से एस. बी. शर्मा ने। कहते हैं कि पिछला अंक अनिल जी और वेइतुंग जी ने उम्दा ढंग से पेश किया। इसमें ब्राजील में चल रहे फुटबाल विश्व कप के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। बताया गया कि खेल शुरू होने से पहले सारी टिकटें बिक गई, इससे ब्राजील सहित यूरोपीय देशों में फुटबाल के क्रेज का पता चलता है। वैसे भी फुटबाल के प्रशंसक तो दुनिया भर में हैं। स्किन कैंसर के उपचार के लिए अमेरिका के शिकागो में दो-दो सफल परिक्षण किए गए। इस अनुसंधान के विषय में भी बहुत ही सरल और विस्तृत जानकारी दी गई। सादिक आजमी द्वारा भेजे गए जोक के साथ प्रोग्राम में प्रस्तुत संताबंता पर जोक्स अच्छे लगे। बेहतरीन कार्यक्रम के लिए धन्यवाद।

    साथ ही सागरिका शर्मा ने भी कमेंट भेजा है, उन्होंने भी फुटबाल वर्ल्ड कप और स्किन कैंसर के बारे में लिखा है। कहती हैं कि मैं आपका प्रोग्राम पसंद करती हूं। जानकारी के लिए धन्यवाद।

    ललिताः अगला लैटर हमें आया है भागलपुर बिहार से डां. हेमंत कुमार का। लिखते हैं कि आपके द्वारा प्रसारित सभी कार्यक्रम मनोरंजक, ज्ञानवर्द्धक, शिक्षाप्रद, प्रेरणादायक और सारगर्भित होते हैं। कार्यक्रम प्रस्तुतिकरण शैलीत था, प्रसारण गुणवत्ता उच्च स्तर के हैं। इसलिए कार्यक्रम सुनकर नियमित पत्र लिखने का प्रयास करता हूँ। 10 जून को शाम की सभा में कार्यक्रम 'टी-टाईम' में फीफा वर्ल्ड कप 2014 तथा स्किन कैंसर के बारे में ब्रिटेन के वैज्ञानिकों द्वारा दो सफल परीक्षणों के बार में दी गई जानकारी सही मायने में हमेशा की तरह रोचक तथा ज्ञानवर्द्धक लगी। कार्यक्रम में इस के अलावा कई हिंदी सौंग तथा चुटकुलों का भी आंनद उठाया। सुन्दर प्रस्तुति के लिए हार्दिक धन्यवाद!

    अनिलः अगला कमेंट हमें भेजा है, सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल से असीम. जे. घोष ने। लिखते हैं कि सादरप्रणाम। 10 जून को टी-टाइम का अंक सुना। फुटबाल वर्ल्ड कप पर यह अंक मुझे इतना अच्छा लगा कि मैंने सीआरआई हिंदी वेबपेज पर ऑनलाइन भी सुना। कम समय के "टी-टाइम" कार्यक्रम में जिस बखूबी से आप लोगों ने प्रोग्राम पेश किया, वह काबिले तारीफ है। मैं यहाँ पर जानना चाहता हूँ कि चीन में कुल कितने फुटबॉल क्लब हैं?

    पिछले बार की तरह इस बार भी मैं ब्राजील टीम का समर्थन कर रहा हूं। वैसे भी इस बार विश्व कप ब्राजील में आयोजित हो रहा है। हां तो दोस्तो, आप लोग भी तैयार हैं ना...! चीअर्स फुटबाल वर्ल्ड कप 2014……

    अनिलः आगे लिखते हैं कि प्रोग्राम के दूसरे भाग में त्वचा यानी स्किन कैंसर के ऊपर शिकागो में अमेरिकन सोसाइटी ऑफ़ क्लीनिकल ऑन्कोलॉजी की कांफ्रेंस में परीक्षण के परिणामों पर चर्चा काफी अच्छी लगी। स्वास्थ संबंधी नई खोज के बारे में अधिक से अधिक जानकारी हमें देने के लिए अनुरोध करता हूँ। हंसगुल्ले यानी जोक्स सुनकर भी मजा आया।

    घोष जी ने सवाल पूछा है कि चीन में कुल कितने फुटबाल क्लब हैं, मैं यहां बता दूं कि चीन में कुल 46 फुटबाल क्लब हैं।

    लिस्नर्स के कमेंट यही तक...आप सभी का धन्यवाद।

    .....अब वक्त हो गया है हंसगुल्लों का। आज के प्रोग्राम में पहला जोक है...शीशे के सामने...

    संता (बंता से)-तू शीशे के सामने बैठकर क्यों पढ़ता है?

    बंता-इसके तीन फायदे हैं-

    1. खुद पर नजर रहती है।

    2. साथ में रिविजन भी हो जाता है।

    3. पढ़ने के लिए कंपनी भी मिल जाती है।

    दोस्तो आजकल गर्मी सितम ढा रही है, ऐसे में सड़क पर फुटपाथ में सब्जी बेचने वालों का भी बुरा हाल होता है और सब्जी का भी। दूसरा हंसगुल्ला भी सब्जी पर है।

    सब्जी वाला सब्जी पर पानी छिड़क रहा था।

    काफी देर हो गयी।

    तो संता गुस्से से बोला-

    संता-भाई साहब! अगर भिन्डी होश में आ गई हो तो 1 किलो तोल दो!!!!!

    दोस्तो आजकल गर्मी पड़ रही है और बिजली कटौती भी जारी है। अब जरा संता भाई को क्या हुआ। आप भी सुन लीजिए।

    संता के ऊपर बिजली का तार गिर गया।

    वो बेचारा तड़प-तड़प के मरने ही वाला था कि उसे याद आया कि दो दिन से बिजली गुल है।

    संता उठा और कपड़े झाड़ते हुए बोला, 'साला, फालतू में ही डरा दिया।'

    दोस्तो, अगर आपके पास भी कुछ जोक्स या शायरी तो हमें भेज सकते हैं..............

    अब बारी हैसवाल-जवाब की। दोस्तो हमने पिछले सप्ताह दो सवाल पूछे थे, पहला सवाल था- इस बार का फुटबाल विश्व कप कि किस देश में आयोजित हो रहा है और इसमें कितनी टीमों हिस्सा ले रही हैं। सही जवाब है इस बार का विश्व कप ब्राजील में चल रहा है और इसमें 32 टीमें भाग ले रही हैं। हमने प्रोग्राम में 31 टीमों की जानकारी दी थी, बाद में श्रोता सुरेश अग्रवाल जी द्वारा ध्यान दिलाए जाने के बाद हम इसमें संशोधन कर रहे हैं। धन्यवाद सुरेश जी।

    दूसरा सवाल था- स्किन कैंसर के बारे में किस देश में परीक्षण चल रहे हैं। सही जवाब है अमेरिका।

    इन दोनों सवालों का सही जवाब हमें लिखकर भेजा है, पश्चिम बंगाल से बिधान चंद्र सान्याल, देबाशीष गोप, सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल से, असीम जे. घोष, झारखंड से एस. बी. शर्मा और सागरिका शर्मा, उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल, भागलपुर बिहार से हेमंत कुमार आदि ने।

    आप सभी को बधाई ..... आगे भी हमारे सवाल सुनते रहिए। .....

    अनिलः अब आज के सवालों की बारी है, पहला सवाल है- ब्राजील में चल रहे फुटबाल विश्व कप में किस टीम ने विश्व चैंपियन स्पेन को हराया है और कितने गोल के अंतर से।

    दूसरा सवाल है- हालिया शोध के मुताबिक मोबाइल से हमें क्या नुकसान हो सकता है।

    अगर आपको इन सवालों का जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ई-मेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही ...अगले हफ्ते फिर मिलेंगे.....चाय के वक्त......तब तक आप चाय पीते रहिए और सीआरआई के साथ जुड़े रहिए। नमस्ते, बाय-बाय, शब्बाखैर, चाइच्यान.....

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