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    टी टाइम 140527 (अनिल और वेइतुंग)
    2014-05-27 16:18:18 cri

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ..चाय की आवाज .........आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।...........................................

    अनिलः अनिलः दोस्तो वैसे एक सप्ताह में सात दिन होते हैं, लेकिन हमें आपके लिए प्रोग्राम पेश करने का बड़ा इंतजार रहता है। तो क्या कर रहे हैं आप लोग, रेडियो सेट ऑन किया कि नहीं, अगर नहीं तो जल्दी कीजिए। क्योंकि टी-टाइम प्रोग्राम हो चुका है शुरू।

    दोस्तो आज के प्रोग्राम में सबसे पहले ....जानकारी और उसके बाद जोक्स पेश किए जाएंगे। आज हम अपने कार्यक्रम में मेहमान का कोना भी शामिल करेंगे। जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी पत्रकारिता विभाग के असिसटेंट प्रोफेसर संजय सिंह के साथ बातचीत सुनवाई जाएगी।

    वेइतुंगः ब्रिटिश संग्रहालय ने 22 मई से प्राचीन समय की ममी का प्रदर्शन करना शुरू किया है। खास बात यह है कि यह म्यूजियम उच्च तकनीक के जरिए दर्शकों को ममी के पीछे की कहानी सुनाएगा ,जिसमें उन ममियों का जन्म और मौत शामिल है ।

    यह प्रदर्शनी 30 सितंबर तक चलेगी ,जिसकी थीम है पुराना प्राण ,नयी खोज । संग्रहालय के वैज्ञानिकों ने सीटी स्कैनिंग और थ्री डी फोटोग्राफ तकनीक से एक नयी दृष्टि से दर्शकों के सामने ये ममी दिखाई है। उच्च तकनीकों के जरिये वैज्ञानिकों ने कई स्तरों से बंधी ममी से कई नयी खोज पायी ।उदाहरण के लिए ऐसी तकनीक से एक ममी के सिर में preservative ट्रीटमेंट का उपकरण भी पाया गया ।

    अनिलः संग्रहालय के मिस्र और सूडान भवन से जुड़े जॉन टेलर ने बताया कि हमें नयी तकनीक से इन ममियों की आयु और स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी मिली है । हमें यह भी पता चला है कि ये ममी कैसे बनायी गयी हैं। वैसे पहले कुछ रुचिकर सवालों का जवाब हमें नहीं पता था, पर अब इन ममियों के जरिये हमें जवाब मिल सका है।

    टेलर ने बताया कि हम इस प्रदर्शनी से दर्शकों को यह विचार प्रेषित करना चाहते हैं कि ममी न सिर्फ ऐतिहासिक अवशेष है ,बल्कि एक सच्चा आदमी है ।

    बताया जाता है कि ये ममी ईसापूर्व 3500 से ईंसवी 700 वर्ष के बीच की हैं । वे प्राचीन मिस्र और सूडान में रहते थे ।उनकी आयु और सामाजिक स्थिति अलग अलग थी । उनमें महंत की बेटी ,मंदिर की गायिका और चौकीदार शामिल थे ।

    वेइतुंगः संग्रहालय का कहना है कि इस प्रदर्शनी से दर्शक एक नयी दृष्टि और शानदार दृश्य से कई हजार से पहले के प्राणों का सामना कर सकेंगे ।दर्शक देखेंगे कि हमें उनसे बहुत लगाव है। चाहे कई हजार साल बीत चुके हैं ,फिर भी वे इस विश्व का एक हिस्सा था।

    अनिलः प्राचीन ममियों की जानकारी के बाद हम हेल्थ से जुड़ी बातें करेंगे।

    दोस्तो, हम किसी नए व्यक्ति से मिलते हैं या दोस्त से, हाथ मिलाते हैं। शिष्टाचार समझा जाता है। अच्छे संबंधों की शुरुआत या अभिवादन के तौर पर हाथ मिलाना भले ही शिष्टाचार का अहम हिस्सा हो। लेकिन हेल्थ के ल‌िए यह बड़ा खतरा है। हाल में हुए शोध की मानें तो हाथ मिलाने के दौरान एक हाथ से दूसरे हाथ में कीटाणुओं का इस तरह प्रसार होता है कि यह संक्रमण फैलाने का बड़ा कारण हो सकता है। डेलीमेल में प्रकाशित शोध के मुताबिक सावर्जनिक स्थलों पर सिगरेट पीना और हाथ मिलाना सेहत के लिए एक समान ही खतरनाक है।

    वेइतुंगः यूसीएलए द्वारा करवाए गए इस शोध में शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि हाथ मिलाने से कई तरह के संक्रमण के फैलने का रिस्क अधिक होता है इसलिए इसके बजाय हाथ हिलाकर अभिवादन करना सुरक्षित विकल्प है।

    जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन में प्रकाशित हुए एक शोध में भी माना गया है कि हाथ मिलाना हाइजीन के लिहाज से सुरक्षित नहीं है क्योंकि एक हाथ से दूसरे हाथ तक संक्रमण फैलने का रिस्क अधिक होता है।

    अनिलः वैसे इस रिपोर्ट को पढ़ने के बाद मैं भी किसी दोस्त या व्यक्ति से हाथ मिलाने से पहले सोचूंगा जरूर। दोस्तो आप क्या सोचते हैं इस बारे में, हमें जरूर लिखिएगा।

    हेल्थ सेक्शन के बाद वक्त हो गया है लिस्नर्स के कमेंट शामिल करने का।

    सबसे पहला लैटर आया है सुरेश अग्रवाल का। लिखते हैं कि 20 मई को "टी टाइम" भी ध्यानपूर्वक सुना और पाया कि आज के अंक में बजाये गये अंग्रेज़ी स्टाइल फ़िल्मी गानों के अलावा सब कुछ ठीक था। सूरज पर होने वाली गतिविधियों के कारण बिजली गिरती है और जिससे सालाना कोई चौबीस हज़ार लोगों की मौत हो जाती है, सचमुच यह आंकड़ा काफी भयावह है। सौर आंधी और मौसम परिवर्तन सम्बन्धी जानकारी भी बहुत महत्वपूर्ण लगी। निःशुल्क उपलब्ध हाई वॉइस और वाइबर मोबाइल एप्लिकेशन पर दी गई जानकारी भी काफी रोचक लगी। एक विश्वस्तरीय रेड़ियो प्रसारण होने के नाते आपसे आग्रह है कि कृपया कार्यक्रम में "डी-क्सिंग" सम्बन्धी जानकारी का एक स्थाई स्तम्भ भी शुरू करने का कष्ट करें। मोबाइल का अत्यधिक प्रयोग ख़तरे की घण्टी होने की बात जानते हुये भी लोग इससे बाज़ नहीं आते और मोबाइल से घण्टों चिपके रहते हैं। बढ़ती उम्र पर रोक लगाने सम्बन्धी अमरीकी शोधकर्ताओं के प्रयास सफल हुये तो हम जैसे उन तमाम लोगों की उम्र भी थम जायेगी, जो कि अब जवानी की दहलीज़ लांघ चुके हैं। कार्यक्रम में भारतीय सेना और नये सेनाध्यक्ष दलबीर सिंह के बहुआयामी व्यक्तित्व और कृतित्वकी चर्चा किया जाना भी बहुत अच्छा लगा। और हाँ, कार्यक्रम में पेश "दरोगा और डाकू", "तोते का कार से टकराना", तथा "जज़ और जवान" शीर्षक लतीफ़ों का तो कहना ही क्या ! धन्यवाद इतनी सरस प्रस्तुति के लिये।

    वेइतुंगः वहीं जमशेदपुर झारखंड से एस.बी.शर्मा लिखते हैं कि

    अनिल जी और ललिता जी ने टी टाइम प्रोग्राम को तमाम जानकारियों का

    पिटारा बना दिया है। हर बार हमें नए नए शोध के आश्चर्यचकित करने वाले

    परिणाम सुनने को मिलते हैं। इससे हमें देश दुनिया में क्या नया हो रहा है

    या फिर क्या नया होने वाला है इसकी सम्पूर्ण जानकारी मिल जाती है। इस बार धरती पर गिरने वाले बिजली के रहस्यों को उजागर किया। सूरज पर होने वाली हलचल और गतिबिधियों के कारण धरती पर कहर बरसता है।

    जिसमे लगभग हर साल चौबीस हजार लोगों को अपनी जान गवानी पड़ती है। मोबाइल पर दी गई जानकारी भी अच्छी लगी, इसके अधिक इस्तेमाल से बीमारी हो जाती है। वहीं बढ़ती उम्र को रोकने और हमेशा जवान देखने के लिए बाजार में बहुत सारे एज मिरेकल क्रीम मौजूद है पर वे कितने कारगर है यह कहना मुश्किल है। अब यदि अमेरिकी शोधकर्ता सफल हो गए तो बढ़ती उम्र पर रोक लग सकती है।

    भारतीय सेना ने अपना नया सेनाध्यक्ष दलबीर सिंह के रूप में प्राप्त किया है वे एक बहुआयामी व्यक्ति है। उनके काम और उपलब्धियों की चर्चा आपने इस प्रोग्राम में की। अच्छी लगी, वहीं हंसगुल्ला "दरोगा और डाकू",

    "तोते का कार से टकराना", तथा "जज़ और जवान" शीर्षक ने तो श्रोताओ को

    टेंशन फ्री कर दिया।

    वहीं सऊदी अरब से सादिक आजमी लिखते हैं कि नमस्कार। टी टाईम सुना जिसमें तमाम जानकारियों में मौजूदा दौर में सबसे लोकप्रिय स्मार्ट फोन और इंटरनेट की बढ़ती लोकप्रियता और ऐप्स की विशेषता दर्शाई गई। साथ में हानिकारक बातों का ज़िक्र हमारे लिये उपयोगी बात थी। और मैं समझता हूं कि कम से कम श्रोताओं में ज़रूर जागरूकता आएगी। और उन चीज़ों से परहेज करेंगे। अमरीकी शोध कर्ताओं ने चूहों पर जो ब्लड टेस्ट किया है अगर वह मनुष्यों पर भी सफल हुआ। तो मेरे विचार से संसार मे एक क्रान्ति आ जाएगी। लोग पूर्व मे लंबी आयु हेतु न जाने क्या क्या करते थे। यहां तक कि अंधविश्वास में पड़कर बलि भी चढाते थे पर यह शोध सफल होता है या नही देखना दिलचस्प होगा। भारत के नवनियुक्त सेनाध्यक्ष दलबीर सिंह जी से काफी आशाएं हैं उनके बुलंद हौसले भारतीय सेना में नई ऊर्जा का संचार करेंगे। वे दस किमी. दौड़ते हैं, जो कि सेहत के लिहाज अच्छी बात है। आज के चुटकुले भी लाजवाब थे। कुल मिलाकर कहा जाए तो यह अंक अच्छा लगा। अनिल जी से कहना चाहूंगा कि सर हमको भी सप्ताह भर इस कार्यक्रम का बेसब्री से इन्तज़ार रहता है। जब से cri हिन्दी विभाग ने नये साल पर कार्यक्रम मे बदलाव किया है तब से cri हिन्दी विभाग को नई पहचान मिली है।

    वहीं पश्चिम बंगाल से देवाशीष गोप ने भी हमें लैटर लिखा है। आप सभी का धन्यवाद।

    अब वक्त हो गया है, हंसगुल्लों का। जी हां अगर प्रोग्राम में जोक्स नहीं हुए कहना ही क्या।

    तो आप हो गए हैं तैयार। पहला जोक है..... एक अंग्रेज ने इंडियन से पूछाः भारत में सबसे ज्यादा बर्फ कहां पड़ती है?

    जवाब कुछ ऐसा थाः रात 8 बजे के पहले कश्मीर में और रात 8 बजे के बाद विस्की के ग्लास में।.............

    हंसने की आवाज......

    दूसरा हंसगुल्ला है..... बंता सिगरेट पर दो मीटर की पाइप लगाकर पी रहा था।

    संताः तू पाइप लगाकर सिगरेट क्यों पी रहा है

    बंताः डॉक्टर ने कहा, सिगरेट-बीड़ी से दूर रहना।

    हंसने की आवाज...

    अब बारी है तीसरे हंसगुल्ले की.....

    दोस्तो, इंडिया में अक्सर आप सभी को भिखारी तो नजर आते होंगे और वैसे आजकल गर्मी की सीजन है। सोचिए जरा पब्लिक और भिखारी साथ खड़े हों तो। जोक इस तरह है।

    गर्मी में बस स्टॉप पर खड़े कई सारे लोग बस का इंतज़ार कर रहे थे...

    .इतने में एक भिखारी आया और सबसे भीख में 2-5 रुपए लेकर ऑटो करके चला गया! :P

    。。。。。。。

    दोस्तो, अगर आपके पास भी कुछ जोक्स या शायरी तो हमें भेज सकते हैं..........अब सवाल-जवाब की बारी है। दोस्तो हमने पिछले सप्ताह दो सवाल पूछे थे, पहला सवाल था- बढ़ती उम्र का मुकाबला कैसे किया जाए और यहाँ तक कि बढ़ती उम्र की कुछ प्रक्रियाओं को कैसे पलटा जाए, ऐसा संभव हो सकता है, किस देश के वैज्ञानिकों की यह खोज है, और किस जन्तु या जानवर पर की गई है।

    सही जवाब है अमेरिका और यह खोज चूहों पर की गई है।

    दूसरा सवाल था- भारत के अगले सेनाध्यक्ष का क्या नाम है.—सही जवाब है दलबीर सिंह।

    इन दोनों सवालों का सही जवाब लिखकर हमें भेजा है, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल, पश्चिम बंगाल से देवाशीष गोप और देबशंकर चक्रवर्ती। जमशेदपुर झारखंड से एस.बी.शर्मा और सऊदी अरब से मो. सादिक आजमी और रायपुर, छत्तीसगढ़ से तबीर हुसैन दोसानी ......

    आप सभी को बधाई---- तालियों की आवाज.....आगे भी हमारे सवाल सुनते रहिए। .....

    ....म्यूजिक.....छोटा सा..

    अनिलःअब आज के सवालों की बारी है, पहला सवाल है- प्राचीन काल की ममियों का प्रदर्शन किस देश के संग्रहालय में किया जा रहा है।

    दूसरा सवाल है- हाथ मिलाने से हमारे हेल्थ के लिए क्या नुकसान होता है।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn.

    ...... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें। ........म्यूजिक........

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही ...अगले हफ्ते फिर मिलेंगे.....चाय के वक्त......तब तक आप चाय पीते रहिए और सीआरआई के साथ जुड़े रहिए। नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर,चाइ च्यान.....

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