चेछाई कला मंडली की प्रस्तुति
नानमूथे तिब्बती ओपरा की शुरुआत बौद्ध मठों में हुई थी, धीरे धीरे इसका विकास होता गया और एक समय बाद ये आम लोगों के जीवन में अपनी जगह बनाने में सफल रहा। यह पारंपरिक तिब्बती संस्कृति का एक विशेष भाग है, जिसे चीनी राष्ट्रीय गैर भौतिक सांस्कृतिक अवशेष की नामसूचि में शामिल किया गया है। नानमूथे तिब्बती ओपरा के विषय में अधिकतर ऐतिहासिक व्यक्तियों की कहानी, लोकप्रिय कथाओं में वीरों की कहानियां शामिल हैं। वर्ष 2008 में कान्नान तिब्बती प्रिफेक्चर की लूछ्यू कांउटी में चेछाई कला मंडली की स्थापना हुई। इस मंडली ने स्थानीय आठ लोक तिब्बती ओपरा की खोज कर उसका संग्रह किया और वह बाहरी विश्व के सामने इन तिब्बती ओपरा के प्रचार प्रसार के काम में जुट गया। नानमूथे तिब्बती ओपरा उनमें से एक है। स्थानीय तिब्बती लोग इस प्रकार के ओपरा को पसंद करते हैं। जब लोगों के पास समय होता है तो वो अपने ओपरा स्वयं बनाकर इसके मंचन के साथ ही खुशियां मनाते हैं। नानमूथे तिब्बती ओपरा की जानकारी देते हुए लूछ्यु कांउटी के प्रसार विभाग की प्रधान केसांग लामाओ ने कहा:"इस तरह के तिब्बती ओपरा की प्रस्तुति में प्रयोग किए जाने वाले उपकरण, वस्त्र और संगीत बजाने वाले वाद्ययंत्र सरल हैं। आम तौर पर इनमें अर्हू और बांसूरी जैसे वाद्ययंत्रों का इस्तेमाल किया जाता है।"
नानमूथे तिब्बती ओपरा का मज़ा लेने के अलावा लुछ्यु कांउटी में रह रहे तिब्बती लोग क्वोच्वांग नृत्य को भी बहुत पसंद करते हैं। क्वोच्वांग नृत्य तिब्बती जाति के लोक नृत्यों में से एक है। यह एक प्रकार का सामूहिक नृत्य है। नाचने के वक्त लोग दूसरे का हाथ पकड़कर एक बड़ा गोला बनाते हैं। वे संगीत की ताल पर अपने हाथ और पैरों को हिलाते हुए घड़ी की सुईयों की दिशा में चलते और नाचते हैं। चेछाई कला मंडली ने लुछ्यु कांउटी में लोकप्रिय रहे आठ किस्मों वाले क्वोच्वांग नृत्य धुनों का संग्रह किया और इसे"लुछ्यु क्वोच्वांग"का नाम दिया है। इस कला मंडली के प्रधान च्वोमा च्या ने जानकारी देते हुए कहा कि इन लोक नृत्यगान की धुनों में स्थानीय तिब्बती गीत नृत्य का पुराना रस सुरक्षित किया जाता है। उन्होंने कहा:"हम स्थानीय रीति रिवाज़ के आधार पर इन धुनों का संग्रह करते हैं। वस्त्र, संगीत और नृत्य के प्रबंध जैसे क्षेत्रों में पुराने रस को सुरक्षित किया गया है।"
चेछाई कला मंडली द्वारा प्रस्तुत विभिन्न सांस्कृतिक अभिनय को स्थानीय लोग पसंद करते हैं। लेकिन लुछ्यु कांउटी की जनसंख्या मात्र 37 हज़ार है और आम तौर पर बिखरे हुए रहते हैं। इस तरह इस कांउटी में वाणिज्यिक स्तर पर अभिनय करने के लिए कला मंडली को बाज़ार नहीं मिलता। इसकी चर्चा करते हुए चेछाई कला मंडली के प्रधान च्वोमा च्या ने कहा:"हमारी कला मंडली एक साल में सिर्फ़ दस चरणों की प्रस्तुतियां पेश करती है। एक ही थिएटर में पांच छै सौ दर्शक शामिल होते हैं। अगर एक पेशेवर और वाणिज्यिक प्रस्तुति पेश करना चाहता है, तो टिकट बेचना जरुरी है। लेकिन हमारे यहां एक छोटी कांउटी के रूप में जनसंख्या कम है। एक टिकट सिर्फ 20 युआन में बिकता है।"
च्वोमा च्या के कथन का मतलब ये है कि वाणिज्यिक अभिनय करने से कला मंडली एक साल में मात्र एक लाख युआन की आय प्राप्त करती है। लेकिन मंडली के सदस्यों को एक साल में 20 लाख युआन का वेतन देना होता है। वास्तव में चेछाई कला मंडली सरकारी समर्थन पर ही निर्भर रहती है।