छ्याडं जाति चीन की उन अल्पसंख्यक जातियों में से है जिस का इतिहास पुराना है। छ्याडं जाति के लोग मुख्य तौर पर सछ्वान प्रांत के आपा तिब्बती स्वायत प्रिफेक्चर के माओवन, वनछ्वान, लीश्येन, हेश्वे, सुडंफान में और म्यानयाडं क्षेत्र की पेइछ्वान काउन्टी के कुछ भागों से रहते हैं। छ्याड़ जाति की कुल संख्या 82 हजार है और उस में से 53 हजार लोग माओवन काउन्टी में रहते हैं। छ्याडं जाति की अपनी मौखिक भाषा है, मगर लिखित भाषा नहीं है। छ्याडं जाति की संस्कृति व कला रंगीन है। छ्याडं जाति के लोग गाने व नाचने में निपुण हैं। बांसुरी व फूंक कर बजाए जाने वाले अन्य वाद्ययनत्र बजाने में उसकी अपनी विशेषता है। महिलाएं अच्छी कसीदाकारी करती हैं। वास्तु-कला की बात करें, तो यहां के लोग मिट्टी व पत्थर के 30 मीटर ऊंचे मजबूत व शानदार भवन खड़ा कर सकते हैं। मकानों की डिजाइन बेजोड़ होती है।
7 जुलाई 1958 को राज्य परिषद की स्वीकृति से माओवन में छ्याडं स्वायत काउन्टी की स्थापना की गई। इस तरह छ्याडं जाति की जनता को स्वायत्तता मिली। यह अपनी स्वायत काउन्टी की मालिक बन गई। उस समय से राजनीतिक, आर्थिक व सांस्कृतिक क्षेत्रों में काफ़ी काम हुआ है।