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    चीन के नागरिकोँ की औसत आयु
    2014-03-31 09:56:50 cri

     


    अनिल:आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडे का नमस्कार।

    वनिता:सभी श्रोताओं को वनिता का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः आज के प्रोग्राम में हम श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके साथ ही हिन्दी सेवा की 55 वीं वर्षगांठ पर न्यू हराइजन रेडियो लिस्नर्स क्लब द्वारा तैयार ऑडियो सीडी "सभी के दिलों में सी.आर.आई.हिन्दी सेवा " का मुख्य अंश पेश किया जाएगा।

    दोस्तो, आज का पहला खत भेजा है पश्चिम बंगाल से बिधान चंद्र सान्याल ने। लिखते हैं कि सीआरआई हिन्दी सेवा ने दुनिया भर के श्रोताऑ के साथ जो रिश्ता एक दिन जोड़ा था, वह लगातार गहरा होता जा रहा है। साथ साथ निरंतर प्रयास और सहयोग की डोर से हमें बांधे हुए है। चीन की संस्कृति , खानपान , ज्ञान बिज्ञान , दर्शनीय स्थलोँ की खास पेशकश -चीन का भ्रमण , संडे की मस्ती , पश्चिम की तीर्थयाता कथासागर , टी टाइम जैसे आकर्षक और उपयोगी कार्यक्रमोँ के माध्यम से हमें चीन के और करीब लाने की कोशिश सराहनीय है। हमें यह यकीन है कि सीआरआई के साथ प्यार भरा यह नाता हमेशा यूं ही बना रहेगा । हर मौसम मेँ हम सीआरआई के साथ हैं और रहेंगे भी । बसंत ऋतु के आगमन पर हमारी सभी साथियॉ को रंगों के त्योहार होली की हार्दिक शुभकामनाएं।

    वनिता:दोस्तो, अगला खत आया है बिहार से दीपक कुमार दास का। लिखते हैं सीआरआई हिंदी की 55वीं वर्षगांठ शुभकामनाएं। एक महत्वपूर्ण बात है कि पश्चिम बंगाल के न्यू हराइजन रेडियो लिस्नर्स क्लब द्वारा तैयार ऑडियो सीडी सुनी। वैसे मैं वर्षों से सीआरआई से जुड़ा हूं परंतु यह ऑडियो सीडी सीआरआई के प्रचार प्रसार में अहम भूमिका निभा रही है। आप सभी को पता होगा भाई रविशंकर बसु एक शिक्षक हैं। इसके बावजूद वे सी आर आई के साथ लगातार जुड़े हुए हैं।

    अनिलः नेक्स्ट लेटर हमें आया है। भागलपुर बिहार से हेमंत कुमार का। लिखते आपके द्वारा प्रसारित सभी कार्यक्रम ज्ञानवर्द्धक, शिक्षाप्रद, प्रेरणादायक और सारगर्भित होते हैँ।कार्यक्रम प्रस्तुतिकरण शैली तथा प्रसारण गुणवत्ता उच्च स्तर के हैँ। इसलिए कार्यक्रम सुनकर नियमित पत्र लिखने का प्रयास करता हूँ । आपके फेसबुक और वेबसाइट भी बहुत अच्छे लगते है। 18 मार्च को शाम की सभा मेँ 'होली' पर विशेष आलेख पसंद आया। धन्यबाद!

    इसके साथ ही उन्होंने एक सवाल भी पूछा है कि वर्तमान समय मेँ चीन के नागरिकोँ की औसत आयु क्या है?

    हेमंत जी, आपने बड़ा अच्छा सवाल पूछा है। चीन में छठी राष्ट्रीय जनगणना के अनुसार वर्ष 2010 तक चीन में नागरिकों की औसत आयु 74.83 साल है, जो 10 वर्षों से 3.43 साल अधिक हो गई है। नए चीन की स्थापना से पहले आम नागरिकों की औसत आयु सिर्फ 35 साल थी। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या प्रभाग के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में विकसित देशों में लोगों की औसत आयु 75 साल है और विकासलीश देशों में 63 साल। इसके अनुसार चीन में नागरिकों की औसत आयु की स्थिति विकसित देशों के बराबर है।

    वनिता:दोस्तो, अगला खत आया है जमेशदपुर से, भेजने वाले हैं एसबीएस वर्ल्ड श्रोता क्लब के श्रोता एस बी शर्मा ।लिखते हैं कि भारत और चीन के बीच तीसरी रणनीतिक आर्थिक वार्ता 18 मार्च को पेइचिंग में आयोजित कि गई। यह वार्ता पहले साल 2011 और 2012 में भी आयोजित की जा चुकी है। दोनों देश बहुत ही सही दिशा में समझदारी से कदम उठा रहे हैं। भारत की जनता इसका स्वागत करती है। वहीं कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये गए हैं इन दस्तावेजों में एक दूसरे के साथा भरपूर सहयोग की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है। भारत में ऊर्जा, संचार, रेल आदि क्षेत्रो में विकास की व्यापक संभावना है। इस क्षेत्र में चीन काफी विकसित है, उम्मीद है भारत चीन के सहयोग से विकास करेगा।

    अनिलः दोस्तो, अगला खत भेजा है देबाशीष गोप ने। लिखते हैं कि आपके कार्यक्रमों में रोचक जानकारी के साथ-साथ गाने बहुत अच्छे लगते हैं। नयी वेबसाइट भी सुन्दर है। प्रोग्राम में भारत में लोकसभा चुनाव, मलेशिया एयरलाइन्स के लापता विमान की खोज, चीन और अन्य अंतर्राष्ट्रीय खबरें सुनकर बहुत जानकारी मिलती है। आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।

    वनिता:इसके बाद बढ़ते हैं अगले ख़त की ओर। जो आया है पश्चिम बंगाल से, भेजने वाले हैं रविशंकर बसु। लिखते हैं कि हिंदी सेवा की 55 वीं वर्षगांठ पर आप सभी को बधाई।

    अनिलः तीन दिसम्बर 1941 को येनआन शिन्हवा रेडियो ने जापानी भाषा में प्रसारण शुरू किया जो सीआरआई की स्थापना का प्रतीक है। अब सीआरआई एक अंतराष्ट्रीय आधुनिक मीडिया संस्था के रूप में 65 भाषाओं का प्रयोग कर टेलिविजन, वेबसाइट पर ऑनलाइन सामग्री, मोबाइल प्रसारण और साथ साथ फेसबुक समेत मल्टीमीडिया माध्यमों से विश्व के विभिन्न देशों को चीन एवं उसकी संस्कृति से अवगत कराता है। हम सभी जानते है कि चीन और भारत की आवादी दुनिया में सबसे ज्यादा है। इन दोनों देशों का इतिहास बहुत पुराना होने के साथ साथ, उनके बीच आवाजाही का इतिहास कम से कम 2200 साल लम्बा है।भारत और चीन-इन दोनों देश प्राचीन रेशम मार्ग के जरिए जुड़े थे लेकिन बौद्ध धर्म ने दोनों देशों का रिश्तों को और भी मजबूत बना दिया।हमारे देश के साथ ऐतिहासिक मित्रता, सांस्कृतिक एकजुटता और सहयोग मज़बूत करने के लिए 1959 साल के 15 मार्च से चाइना रेडियो इंटरनेशनल की ओर से हिंदी कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ जो आज हमारी मैत्री का पुल है।

    वनिता:आज यह हमारे लिए बहुत ही गर्व की बात है, बड़ी खुशी की बात है कि सीआरआई हिंदी विभाग समय के साथ साथ आगे बढ़ते हुए अपने 55 साल पूरे चुका है। और 55 साल के परिपक्व अनुभव से आज भी दुनिया के कोने कोने में सभी दिलों में एक उत्साहित प्रेरणा की तरह अपनी जगह बनाए हुए है। मैं यहां पर यह उल्लेख करना चाहता हूं कि तकनीकी विकास और श्रोताओं के बदलते व्यवहार को देखते हुए सीआरआई हिंदी विभाग ने हर टाइम कुछ न कुछ नया किया है। सीआरआई-हिंदी के माध्यम से भारत और चीन दोनों देशों में क्या हो रहा है वह समाचार सभी श्रोताओं के बीच पहुंच रहे हैं। मैं गर्व व विश्वास के साथ कह सकता हूं कि सीआरआई- हिंदी सेवा ने पिछले 55 वर्षों में चीन और भारत के बीच मैत्री दूत बनकर दोनों देशों की जनता के दिलों में परस्पर प्रेम,भाईचारा,और आपसी समझ की भावना का संचार किया है।

    अनिलः सीआरआई- हिंदी विभाग की एक पुराने श्रोता के रूप में मुझे एहसास हुआ कि हमारे देश के लिए सीआरआई- हिंदी कितना अहम है और कितना जरूरी है क्योंकि भारत-चीन रिश्तों को करीब से देखने का सबसे बड़ा माध्यम है सीआरआई हिंदी सेवा । दोनों देशों की दोस्ती, विश्वास और दोनों देश की आम जनता की भावनाओं को सीआरआई शानदार और सटीक ढंग से तैयार करके हम तक पहुंचाती हैं। जब कोई भी भारत से राजनेता और विशिष्ट व्यक्ति चीन की यात्रा करते हैं तब हमें उनका इंटरव्यू सीआरआई- हिंदी विभाग में तुरंत सुनने को मिलता है। साथ ही जब कोई चीनी राष्ट्रनेता और विशिष्ट व्यक्ति भारत आते हैं, तब भी हमें सभी समाचार हिंदी रेडियो कार्यक्रमों में सुनने के साथ ही वेबसाईट पर भी पढ़ने का अवसर मिलता है। मैं सीआरआई हिंदी को एक-बार फिर बधाई देता हू्।

    वनिता: दोस्तो, आज का अंतिम खत भेजा है चुन्नीलाल कैवर्त ने। लिखते हैं कि सी.आर.आई. , हिन्दी सेवा के 55 वीं वर्षगांठ पर न्यू हराइजन रेडियो लिस्नर्स क्लब द्वारा तैयार आडियो सी.डी. "सभी के दिलों में सी.आर.आई.हिन्दी सेवा " प्राप्त हुई। सी.डी.में सी.आर.आई. हिन्दी सेवा के कार्यक्रमों का संगीतमय परिचय के साथ प्रमुख प्रसारकों के भाषण तथा क्लब के सदस्यों एवं श्रोताओं के विचार शामिल हैं l

    अनिल:यह हमारे लिए बड़ी खुशी की बात है, आप सीआरआई के प्रचार-प्रसार में लगे हैं। पिछले महीने कोलकाता विश्व पुस्तक मेले में सीडी ,श्रोता वाटिका का वितरण किया गया। साथ ही इस महीने रक्त दान शिविर का भी आयोजन किया जाएगा l आपके प्रयासों के लिए शुक्रिया।

    हिंदी सेवा की 55 वीं वर्षगांठ पर आप सभी को बधाई।

    दोस्तो, अब सुनिए "सभी के दिलों में सी.आर.आई.हिन्दी सेवा " शीर्षक सी.डी.का मुख्य अंश।

    अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडे और वनिता को आज्ञा दीजिए, नमस्कार।

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