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    भारतमाता
    2014-03-24 09:42:09 cri


    अनिल:आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडे का नमस्कार।

    वनिता:सभी श्रोताओं को वनिता का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः आज के प्रोग्राम में हम श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके साथ ही दिल्ली में मौजूद श्रोता अमीर अहमद के साथ संवाददाता देव का इन्टरव्यू पेश किया जाएगा ।

    वनिता:दोस्तो, आज का पहला खत भेजा है पश्चिम बंगाल से देवशंकर चक्रवर्ती ने। लिखते हैं कि मैं और अपने न्यू हराइज़न रेडियो लिस्नर्स क्लब की सभी साथियों की ओर से सीआरआई हिंदी के सभी उद्घोषक एवं उद्घोषिकाओं और श्रोताओं को होली की शुभकामनाएं। होली का रंग हर रंग से गहरा होता है। मैं होली का त्योहार पर आपको कुछ फोटो भेज रहा हूं । अगर आपको पसंद आये वेब साईट पर प्रकाशित कीजिएगा, हमें बेहद ख़ुशी होगी।

    अनिलः दोस्तो, अगला खत भेजा है सुरेश अग्रवाल ने केसिंगा ओड़िशा से। लिखते हैं कि कार्यक्रम "मैत्री की आवाज़" के तहत गत 5 मार्च से बीजिंग में आयोजित एनपीसी तथा सीपीपीसीसी के वार्षिक सम्मेलनों पर दिल्ली से वरिष्ठ पत्रकार तथा द टेलीग्राफ़ के सहायक सम्पादक चारूसूदन कस्तूरी के विचार सुनवाया जाना काफी अच्छा लगा, क्यों कि उनकी बातों में काफी अनुभव झलक रहा था.वास्तव में, उक्त सम्मेलनों का महत्व चीन ही के लिये नहीं, उस जैसी समस्याओं से जूझ रहे तमाम देशों के लिये भी है.भ्रष्टाचार,आतंकवाद तथा प्रदूषण जैसी समस्याएं सभी के लिए एकजैसी हैं और आर्थिक विकास को ज़ारी रखते हुए प्रदूषण नियंत्रत करना बहुत बड़ी बात है.प्रदूषण के लिए पश्चिमी विकसित देशों की अहम् ज़िम्मेदारी की उनकी बात से मैं पूरी तरह सहमत हूँ.कार्यक्रम के शेष भाग में भी एनपीसी और सीपीपीसीसी सम्मेलनों में पारित 21 सौ साल पुराने रेशम मार्ग को पुनः खोलने तथा चीन,भारत,बांग्लादेश तथा म्यांमार विशेष आर्थिक कॉरिडोर कायम करने सम्बन्धी प्रस्राव और उन पर भारत के श्री एस.भारत तथा चीन की सुश्री चाओ एवं वांगसी लियान के विचार काफी महत्वपूर्ण जान पड़े.यह जान कर भी ख़ुशी हुई कि सन 2013-14 के पहले नौ महीनों में ही भारत-चीन का व्यापार 49 अरब 50 करोड़ अमरीकी डॉलर तक पहुँच गया.और हाँ, कार्यक्रम में युन्नान प्रान्त की विशेष भौगोलिक स्थिति को समझने का भी अच्छा मौक़ा मिला। धन्यवाद।

    वनिता:सुरेश अग्रवाल जी, हमें पत्र लिखने के लिए आप का धन्यवाद। दोस्तो, आज का दूसरा खत आया है हमारे पुराना श्रोता एस.बी शर्माने। लिखते हैं कि सन्डे कि मस्ती अपने पूरी चढ़ाव पर है संडे की मस्ती सी आर आई के सबसे लोकप्रिय कार्यक्रमो में शुमार हो गया है इसके चाहने और सुनने वाले ढेर सारे श्रोता है अब जमशेदपुर में श्रोता यह कहते सुने जाते है कि क्या

    आपने इस सप्ताह सन्डे कि मस्ती सुनी पहले आपका पत्र मिला कार्यक्रम की

    सम्बन्ध में लोग इस तरह कि बाते करते थे पर अब ये दोनों कार्यक्रम सबसे

    लोकप्रिय हो गए है इसे इसी रूप में जारी रखे।

    अनिलः दोस्तो, अगला खत आया है उत्तर प्रदेश से आबिद अली मंसूरी ने। लिखते हैं कि मैँ सीआरआई हिन्दी का एक पुराना श्रोता हूं,किसी कारणवश पत्र लिखने मेँ असमर्थ हूं,लेकिन सीआरआई का प्रसारण नियमित रुप से सुन रहा हूं,वेबसाईट भी रोज़ाना विज़िट करता हूं,आपकी नई वेबसाइट चाइना डॉट कॉम के लिए हार्दिक धन्यवाद एवं शुभकामनाऐँ!

    वनिता:दोस्तो, कर्नाटक से हमरे श्रोता सुनील कुमार परीट ने हमें * भारतमाता* शीर्षत एक कविता भेजी है। जिसका विषय इस प्रकार है,

    भारतमाता तेरे लिए जहां मनाने आया हूँ।

    भारतमाता तेरे लिए जान लुटाने आया हूँ॥

    भारतमाता का सपूत हूँ

    महिमा उसकी गाता हूँ,

    स्वर्ग अब नहीं कहीं

    स्वर्ग भारत में पाता हूँ।

    अनिल:भारतमाता तेरे लिए धरती सजाने आया हूँ।

    भारतमाता तेरे लिए जान लुटाने आया हूँ॥

    वीर मर्दानों की लहू से

    कब से पुण्यभूमि बनी तू

    लोकरक्षा के हित में

    हाथ में फूल लेकर खडी तू।

    भारतमाता तेरे लिए सबको जगाने आया हूँ।

    भारतमाता तेरे लिए जान लुटाने आया हूँ॥

    चहुओर सुंदर हरियाली

    सबमे भरती है तू प्राण,

    तेरी महिमा है अपरम्पार

    संसार की एक है तू शान।

    भारतमाता तेरे लिए जान लुटाने आया हूँ॥

    भारतमाता तेरे लिए जान लुटाने आया हूँ॥

    वनिता: सुनील जी, हमें कविता भेजने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। दोस्तो, अगले खत आया है मंदसौर स्थित मेहर रेडियो लिस्‍नर क्‍लब से हमारे श्रोता श्‍याम मेहर ने। लिखते हैं कि सीआरआई के प्रोग्राम हमें पसंद आते हैं सीआरआई से ज्ञान विज्ञान एवं राजनैतिक,मनोरंजक गीत संगीत आनलाईन श्रोताओं की बात चीनी सीखें ये हमारे फेवरेट प्रोग्राम है। सीआरआई को रंगो भरी होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।

    अनिल:दोस्तो, आगे है हमारे श्रोता अमीर अहमद का खत है। लिखते हैं कि आशा है कि आप सभी लोग स्वस्थ होंगे। सच पश्चिमी देशों के लिए द्वार खोलने में शिनच्यांग वेवुर स्वायत्त प्रदेश का महत्वपूर्ण स्थान है, मालूम हुआ कि चीन वहाँ परिवहन को बहोत महत्त्व देता है ,सच शिनचियांग बहोत सुन्दर है ,मैं ने अपनी आँखों से शिनचियांग की प्राकृतिक दृश्य को देखा है, सच शिनचियांग क्या क्षेत्र है जहाँ सृष्टि के रचियता ने उस ज़मीन को बहोत ही सुन्दर बनाया है। चीन सरकार भी शिनचियांग क्षेत्र के लिए योजनाबद्ध तरीके से विकास कराया है आज शिनचियांग के लोग सम्पन्न के साथ चीन के साथ शिनचियांग सरकार के साथ अपना जन जीवन बहोत अच्छा किया है। मालूम हुआ कि चीनी उप परिवहन मंत्री श्री वांग छांगशुन जी ने कहा कि वर्तमान में शिन्चायंग सरकार ने परिवहन के निर्माण में विकास शुरू किया है और इसमें उन्हें बड़ी उपलब्धियां मिली हैं। पिछले कुछ वर्षों में परिवहन निर्माण की पूंजी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।इससे मालूम होता है चीन ने बहोत तेज़ी के साथ चीन सरकार व् चीनी जनता ने विकास किया है ,मालूम हुआ कि 12वीं पंचवर्षीय योजना से 3 साल पूर्व शिनच्यांग में मार्ग निर्माण के लिए लगभग 1 खरब 11 अरब 90 करोड़ युआन की पूंजी लगाई गई, जो 11वीं पंचवर्षीय योजना की तुलना में दोगुना थी। मालूम हुआ कि शिनचियांग के राजमार्ग और ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का तेज विकास हुआ है।

    वनिता:दोस्तो, अब सुनिए दिल्ली में श्रोता अमीर अहमद के साथ संवाददाता देव का इन्टरव्यू।

    अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडे और वनिता को आज्ञा दीजिए, नमस्कार।

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