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पेइचिंग में शाही होटल
2014-02-17 14:46:37 cri

 

जैसा कि आप जानते हैं कि चीन की राजधानी पेइचिंग का पुराना राज्य शाही प्रासाद प्राचीन चीन के राजाओं व रानियों का सब से प्रतिष्ठित रहस्यपूर्ण स्थल रहा है । इसी होटल में ठहरने पर आप को जो आनन्द मिलता है , वह पुराने जमाने के किसी राजा को कभी भी महसूस नहीं हुआ था । तो आइये , अब हम चले पेइचिंग के पुराने राज्य शाही प्रासाद के बगल में स्थित शाही होटल देखने ।

शाही होटल पुराने राज्य शाही प्रासाद के पूर्व में शहर रक्षा नदी के तट पर अवस्थित है और बिलकुल पुराने राज्य शाही प्रासाद के बगल में खड़ा हुआ है । सुबह धुप की मुलायम किरणों में पुराने राज्य शाही प्रासाद , शाही पार्क चिंग शान और पेइहाई पार्क के अनुपम भू दृश्यों का आनन्द उठाते हुए नाश्ता किया जा सकता है , जबकि शाम को आसपास की गलियों में बुजुर्ग हाथ में पिंजड़े लिये घूमते और बाल बच्चे क्रीड़ा करते हुए दिखायी देते हैं , यह मन छूने वाला दृश्य केवल प्राचीन देश की राजधानी पेइचिंग और पेइचिंग की पुरानी गलियों में देखने को मिल सकता है । इस शाही होटल के संस्थापक व महा निर्देशक ल्यू शाओ चुन ने ठीक यहां की बेमिसाल भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखकर इसी शाही होटल स्थापित करने का फैसला किया है । उन का कहना है, मेरे ख्याल से यहां एक बहुत अच्छी जगह है। यहां चहल पहल होने पर भी एकदम शांत रहा है , और ध्यान देने योग्य बात यह भी है कि वह शहर के बीचोंबीच में स्थित भी है । क्योंकि पर्यटक यहां पर आज से कोई सात सौ साल पहले निर्मित पुराने राज्य शाही प्रासाद को देख सकते हैं , फिर पूर्व की ओर नजर दौड़ाये , तो शहर की प्रसिद्ध रौनकदार वांग फू चिंग सड़क के दोनों किनारों पर निर्मित आधुनिक इमारतों को देख पाते हैं , हालांकि इन दोनों प्रकार वाले निर्माणों के बीच कोई सात आठ सौ वर्ष का अंतर है , पर फिर भी वे इतने सामंजस्यपूर्ण रूप से नजर आते हैं , यह अकाल्पनिक भू दृश्य देखकर लोग चमतकृत रह जाते हैं और पर्यटकों को यह कल्पना करने पर मजबूर हो गया कि मैं कौन हूं , कहां से आया हूं और फिर कहां जाऊंगा । इसलिये मुझे यह स्थल अतुल्य स्थान बेहद पसंद आया।

शायद शाही होटल का नाम सुनते ही आप के मन में शानदार चीनी पुरानी पारम्परिक वास्तु शैली युक्त महल का चित्रण आया हो , पर यदि आप ने वास्तव में इस होटल में कदम रखा , तो इस होटल की फेशनेबुल वास्तु शैली और सजावटें आप को अवश्य ही अचंभे में डालेंगी। इस शाही होटल के महानिर्देशक ल्यू शाओ चुन ने कहा कि यह शाही होटल एक विश्वविख्यात जर्मन डिजाइन कम्पनी ग्राफट ने पहले छोटी गय़ी पक्की दीवारों व छतों के आधार पर एक आधुनिक होटल का रूप दिया है। उन्हों ने कहा इसीलिये आप को इस होटल में प्रवेश करते ही बड़ा आश्यर्य होकर शंका पैदा हो सकती है कि क्या यह होटल चीन में है , क्या यहां शाही होटल का है , यह स्पष्टतः एक अत्याधुनिक व फेशनेबुल स्थल ही है। वास्तव में आप की यह शंका पूर्व व पश्चिम और प्राचीन परम्परागत चीन व वर्तमान चीन के बीच की सही जोड़ ही है।

शाही होटल भूमिगत रेस्तरां , गेस्ट रुम व बरामदे इन तीन भागों में बटा हुआ है। जिन में भूमिगत रेस्तरां व प्रथम मंजिल के गेस्ट रुमों का रंग सुनहरा है , दूसरी मंजिल का रंग हरा है और तीसरी मंजिल का रंग गहरे नीले का है। होटल के लोबी में खड़ा होकर विशेष डिजाइनर द्वारा बनायी गयी विशाल रोशनीदार शिशा खिड़कियों से पुराने राज्य शाही प्रासाद की लान दीवारों , हरित शीशों से तैयार खपरैलों और पीले रंग की चार दीवारों को साफ साफ देखा जा सकता है , जबकि होटल के भीतर पीले , हरे और नीले ये तीन रंग ठीक चीन के प्राचीन राजशाही महलों में प्रयुक्त तीनों लोकप्रिय रंग ही हैं। डिजाइनरों की नजरों में ये रंग जीवनी शक्ति से ओतप्रोत है और चीनी संस्कृति का एक भाग ही है।

शाही होटल में कुल 55 कमरे प्राचीन चीन के 55 राजाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं , मजे की बात है कि हरेक कमरे के चाबी कार्ड पर कमरे का नम्बर होने के बजाये उसी राजा की तस्वीर अंकित हुई है , ग्राहक इसी तस्वीर सहित कार्ड अपना कमरा खोल सकता है। जब ग्राहक इस होटल को छोड़ते हैं , तो यह होटल मुफ्त में उसी राजा की तस्वीर युक्त एक चीनी मोहर भेंट करता है। महा निर्देशक ल्यू ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इसी सेवा से चीनी परम्परागत संस्कृति की अभिव्यक्ति की जायेगी।

मसलन जब कोई ग्राहक कमरे में पधारे , तो हम उन्हें यह बता देते हैं कि यहां ठहरने के दौरान उन के प्रथम फोन का पहले तीन मिनट मुफ्त में है , चाहे इस फोन का सम्पर्क दुनिया की किसी जगह से क्यों न हो । बेशक , ग्राहक हम से अवश्य ही इस का कारण पूछना चाहते हैं , हम उन्हें यह बता सकते हैं कि यह चीनियों की आदत है। क्योंकि हम चीनी लोग कहीं भी जगह जाते हैं , तो वहां पहुचने के बाद अपने घरवालों को जरूर अपने सुख चैन की सूचना देते हैं । इसलिये अपने सुख चैन देने की फीस नहीं लेनी चाहिये । चीनी लोगों में एक कहावत है कि यदि मां बाप जीवित हो , तो बेटा उन से दूर बाहर नहीं जाता है , बाहर जाने पर सूचना वापस भेजना भी जरूरी है । ग्राहक रहने के लिये हमारे शाही होटल आये हैं , हम चाहते हैं कि वे अपने सुख चैन को घरवालों को सूचित करें।

हालांकि शाही होटल के उद्घाटन को एक साल से कम समय हुआ है , पर दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों के ग्राहक उस के बड़ा प्रशंसक बन गये हैं । नवम्बर 2008 में अमरीका की विश्वविख्यात पत्रिका फुबर्स ने घोषित व्यापारियों के सब से पसंदीदा 12 होटलों में इसी शाही होटल का नाम भी है।

जर्मनी के मिचेल चैबल इस शाही होटल का सहायक जनरल मेनेजर हैं। उन्हों ने परिचय देते हुए कहा कि इस शाही होटल का बेमिसाल स्थल व विशेष डिजाइन विदेशी ग्राहकों का आकर्षम का केंद्र है , बहुत से विदेशी ग्राहक रहने के लिये दूर दूर से यहां आते हैं।

बहुत से ग्राहक हमारे होटल की अलग ढंग की डिजाइन को पसंद करते हैं। बड़े बड़े होटलों की तुलना में यह होटल उन्हें ज्यादा पसंद है। क्योंकि इस छोटे होटल में उन्हें ग्राहकों के साथ सम्पर्क करने का ज्यादा मौका मिलता है , उन के दैनिक काम का अधिकतर समय ग्राहकों के साथ बीत जाता है।

स्पेन से आयी सुश्री रेनाट अपने पति के साथ पेइचिंग के दौरे पर आयी। उन्हें लगता है कि यह शाही होटल सुविधापूर्ण व आरामदेह ही नहीं , बल्कि नजदीगी से चीनी संस्कृति महसूस हो सकती है । उन्हों ने अपना अनुभव बताते हुए कहा इस होटल का भौगोलिक स्थान बेहद अच्छा है , हम बाहर निकलते ही पुराने राज्य शाही प्रासाद को देख सकते हैं । साथ ही हम ने देखा है कि आसपास के गलियों में निर्मित पुरानी वास्तु शैलियों से युक्त निवास स्थान बड़े ढंग से सुरक्षित रखे हुए हैं । मेरा विचार है कि आधुनिक होटल में रहते हुए भी नजदीगी से स्थानीय रीति रिवाज महसूस हो सकता है , यह एक बेजोड़ विकल्प है । जब आप पुरानी गलियों में घूमते हैं , तो अपनी आंखों से आम चीनियों के असली दैनिक जीवन को देख पाते हैं , जबकि यह जीवन पहले सिर्फ पुस्तकों में मिलता था।

आरामदेह वातावरण को छोड़कर इस शाही होटल में व्यजन नामक रेस्तरां भी है , इस रेस्तरा में शाही परिवारों के भोजन बनाता है । दिन ढहने के बाद आप अपने मित्रों के साथ पुराने राज्य शाही प्रासाद व चिंग शान पार्क को देखने के साथ साथ शाही भोजन चखने में बड़े आनन्द हो उठते हैं।

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