शीतांग गांव में अंगूर की खेती
आथाई और निमा वुमू के जीवन में सुधार का श्रेय शीतांग गांव में सरकार द्वारा भेजे गए कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य कर्मचारियों की सहायता और समर्थन को जाता है। युनलिंग जिले में सरकारी कृषि तकनीक केंद्र के कर्मचारी, शीतांग गांव में स्थित सरकारी कार्यकर्ता के रूप में ली वनच्ये ने कहा कि शीतांग गांव की प्राकृतिक भौगोलिक स्थित अच्छी है। शुरु में सिर्फ़ कुछ ही गांववासी अंगूर उगाते थे। लेकिन अब अधिकांश गांववासी अंगूर उगाने लगे हैं। ली वनच्ये ने कहा:
"गांववासियों के जीवन में सुधार करने, उनकी आय बढ़ाने के लिए सरकार ने विशेष तौर पर विशेषज्ञ बुलाए। उन्होंने शीतांग गांव की प्राकृतिक स्थिति, समुद्र तल से गांव की ऊँचाई, जमीन, जल जैसे क्षेत्रों का निरीक्षण किया। विशेषज्ञों के विचार में यहां अंगूर उगाना अच्छा है। तो स्थानीय सरकार के समर्थन से गांववासी वाइन कंपनी के साथ सहयोग करते हैं। सरकार किसानों के लिए वाइन बेचने की गारंटी देती और संबंधित तकनीकों का मार्गदर्शन करती है। गांववासी सिर्फ़ अंगूर उगाते हैं। शुरू में सिर्फ़ कुछ किसान अंगूर उगाते थे। लेकिन आज अधिकांश गांव वासी अंकूल उगाने लगे।"
वास्तव में अंगूर जैसे आर्थिक कृषि उत्पादों के उगाने से गेहूं और मकई जैसे कृषि उत्पादों से अधिक आय प्राप्त की जाती है। अंगूर की उत्पादन मात्रा को उन्नत करने के लिए ली वनच्ये समेत गांव में स्थित सहायता के लिए सरकारी कर्मचारी समय-समय पर गांववासियों को खेती संबंधित अतिरिक्त जानकारी देते हैं जैसे खाद कब डाले, कैसे डाले, कीट-नाषक दवाई कितनी डाले आदि। कभी-कभार वे खेती में खुद गांववासियों को अंगूर उगाने से जुड़ी तकनीक सिखाते हैं। इस प्रकार की पेशेवर कृषि तकनीक गांव में स्थित सरकारी कर्मचारियों के कार्यों का एक भाग है। इसके साथ ही वे गांववासियों की तकलीफों को दूर करने और उनकी मांग को पूरा करने की कोशिश भी करते हैं। इसकी चर्चा में गांव में स्थित सरकारी कर्मचारी ली वनच्ये ने कहा:
"गांव में स्थित सरकारी कर्मचारी सभी प्रकार के कार्य करते हैं। हम गांववासियों की समस्याओं के समाधान में मदद करते हैं और न्यूनतम बीमा के आवेदन, गरीबी उन्मुलन, कृषि उत्पादन उगाने से जुड़ी तकनीकी मार्गदर्थन जैसे काम करते हैं। अंगूर, जैतून और जड़ी-बुटी उगाने के अलावा सरकारी कर्मचारी गाय पालने की तकनीक भी सिखाते हैं। जो कार्य गांववासियों के जीवन के लिए लाभदायक हो, तो सरकारी कर्मचारी उस क्षेत्र में उनकी मदद करते हैं।"
आथाई और निमा वुमू जैसे तिब्बती किसानों ने अंगूर उगाने से अपने जीवन में सुधार किया। उनकी तरह युन्नान प्रांत के तीछिंग तिब्बती स्वायत्त प्रिफेक्चर में कई लोग हैं। गांव में स्थित सरकारी कर्मचारियों की सहायता और समर्थन से वे गरीबी से मुक्त हुए। वर्ष 2007 से लेकर अब तक तीछिंग तिब्बती प्रिफेक्चर में लगातार आठ वर्षों में एक हज़ार सरकारी कर्मचारियों के गांव में प्रवेश करने वाली गतिविधि चलाई गई। इसी दौरान कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य, सरकारी कर्मचारी ग्रामीण विकास के समर्थन में सक्रिय हैं।
उन्होंने ग्रामीण लोगों के वास्तविक समस्याओं को दूर किया और भारी मात्रा में सहायता दी, जिससे बड़ी संख्या में किसान गरीबी से मुक्त हुए।
(श्याओ थांग)