थाअड़ मंदिर की घी मूर्ति
2015-04-07 11:24:17 cri
प्रतिवर्ष चीनी कैलेंडर के अनुसार नवें महीने की नयी तारीख को लामा बढ़िया रंगीन घी तैयार करते हैं। पहले वे लोहे के ढांचे पर सन के लोमज की गेंद बिछाते हैं, फिर उसे घी से लेपकर मूर्ति का आधार बनाते हैं। पशु-पक्षी, फूल या धार्मिक आकृतियों की बड़ी मूर्ति बनाने में बीस व्यक्तियों को दो महीने का समय लगता है।
घी मूर्तियां मंदिर की कशीदाकारी की कृतियों से सुशोभित ऊंची अलमारी पर रखी जाती हैं। विशिष्ट ताम्र पात्र में रखे घोल से इन मूर्तियों को साफ किया जाता है।
रात को घी के हजार दीप अलमारी के सामने लाल वेदी पर एक साथ चमकते हैं। तिब्बत, सछ्वान, भीतरी मंगोलिया व छिडंहाए आदि इलाकों से आए तीर्थयात्री वेदी पर "हाता" (सफेद रेशमी फीता), बेर, केक व पैसे चढ़ाते हैं।