स्याही सरिता
2015-02-17 16:32:11 cri
सछ्वान प्रांत के दक्षिणी भाग में छाडंनिडं व च्वाडंआन काउन्टियों की सीमा पर लगभग 300 छोटी बड़ी पहाड़ियां स्थित हैं। इस इलाके में करीब 60 हजार मू(एक म=एकड़ का छठा भाग) में बांस लगा हुआ है। चश्मों व प्रपातों के पानी से बनी मशी(स्याही) सरिता इन पहाड़ियों के बीच कलकल करती बहती है।
मशी सरिता के बारे में एक सुन्दर दंतकथा प्रचलित है। दंतकथा के अनुसार याओ छिडं नामक एक सुन्दर अप्सरा ने परलोक से इहलोक आकर बांस के पौधों का रोपण किया। याओ छिडं को पुरस्कार देने के लिए जेड सम्राट ने अपने एक दूत को भेजा। वह दूत यहां आकर हरे-भरे बांस को देखकर बहुत प्रभावित हुआ और उसने कूची उठाकर एक बड़ा चीनी शब्द"छ्वेइ"(हरियाली) लिखा। लिखने समय अनजाने में कुछ स्याही सरिता में गिर गयी। बाद में लोग इसे"स्याही सरिता"कहने लगे।