चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 22 नवंबर को नाडी में फिजी के प्रधानमंत्री, माइक्रोनेशिया के राष्ट्रपति, समोआ, पापुआ न्यू गिनी, वानुअतु, कुक द्वीपसमूह, टोंगा और नियू के प्रधानमंत्रियों समेत प्रशांत द्वीप देशों के नेताओं के साथ सामूहिक मुलाकात की। शी चिनफिंग ने सम्मेलन की अध्यक्षता की और भाषण दिया।
शी चिनफिंग ने कहा कि चीन और प्रशांत द्वीप देश दूर में स्थित होने के बावजूद दोनों के बीच मैत्रीपूर्ण आवाजाही का लम्बा इतिहास है। पिछले शताब्दी के 70 के दशक में चीन ने क्रमशः आठ प्रशांत द्वीप देशों के साथ राजनयिक संबंधों की स्थापना की। अब दोनों पक्षों के बीच परंपरा मैत्री और मजबूत हो रही है, साझा हितों का विस्तार हो रहा है और सहयोग की व्यापक संभावना है।
नई स्थिति में चीन और प्रशांत द्वीप देशों के बीच संबंधों के विकास पर शी चिनफिंग ने पांच सुझाव पेश किए, जिनमें आपसी सम्मान और साझा विकास वाले रणनीतिक साझेदारी स्थापित करना, उच्च स्तरीय आदान-प्रदान मजबूत करना, व्यवहारिक सहयोग गहराना, सांस्कृतिक आवाजाही का विस्तार करना और बहुपक्षीय समन्वय मजबूत करना शामिल है।
प्रशांत द्वीप देशों के नेताओं ने कहा कि चीन प्रशांत द्वीप देशों का सच्चा दोस्त है। चीन द्वारा प्रस्तुत 21वीं सदी समुद्री रेशम मार्ग और एशिया बुनियादी सुविधाओं के निवेश बैंक स्थापित करने का सुझाव प्रशांत द्वीप देशों को अहम मौके देता है। प्रशांत द्वीप देश चीन के साथ सहयोग बढ़ाने को तैयार है।
(ललिता)