चीन के युननान प्रांत में स्थित शीश्वाडंपानना का आदिम जंगल और लूनान के पत्थर जंगल में फैली ऊंची-ऊंची चट्टानें देश-विदेश के यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। मगर कम ही लोग यह जानते हैं कि इसी प्रांत की य्वानमो काउन्टी में एक अनोखा मिट्टी का जंगल भी मौजूद है, जो खुद-ब-खुद बना है और युननान का तीसरा जंगल पुकारा जाता है।
50 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल वाला यह मिट्टी का जंगल प्रान्तीय राजधानी खुनमिडं के उत्तर-पश्चिम में 110 किलोमीटर की दूरी पर य्वानमो काउन्टी में स्थित है। इस के उत्तर में चिनशा नदी बहती है। यहां बुलन्द व रंग-बिरंगी सीधी मिट्टी के खम्भे भिन्न भिन्न रूपों में खड़े हैं, कुछ अकेले हैं और कुछ सामूहिक।
भू-वैज्ञानिकों का विश्वास है कि 15 लाख वर्ष पहले इस क्षेत्र में नदियां व झीलें जाल की तरह बिछी हुई थीं और यहां हरे-भरे जंगल व जानवरों के झुंड के झुंड नज़र आते थे। नदियों के लगातार बहने से पैंदी में गाद की मात्रा बढ़ती गई और परतों का रूप लेती गई। बाद में पृथ्वी की भूपृष्ठ ने नदी-तल व झील-तल को धकेलकर उन्हें छोटी पहाड़ियों में बदल दिया और अर्द्धउष्ण-कटिबन्धीय मानसून के कारण गरमियों में बरसात की भारी मात्रा ने धीरे धीरे इन छोटी पहाड़ियों को अपक्षरित कर वर्तमान रूप दे दिया।
छडंतू-खुनमिडं रेलवे लाइन से या राजमार्ग से य्वानमो काउन्टी पहुंचा जा सकता है।