चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 19 सितंबर को दिल्ली में भारत के मैत्रीपूर्ण व्यक्तियों और संगठनों के प्रतिनिधियों को शांतिपूर्ण सहअस्तितव के पांच सिद्धांत मैत्री पुरस्कार दिए। जिसका उद्देश्य लम्बे समय में चीन-भारत मैत्री बढ़ाने के कार्य में उनके योगदान की प्रशंसा करना है।
ये मैत्रीपूर्ण व्यक्ति और संगठन हैं, चीन की सहायता करने वाले भारतीय डॉक्टर कोटनिस के परिवार के प्रतिनिधि, डॉक्टर कोटनिस स्मारक समिति, भारतीय अन्तरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय का चीनी स्कूल, भारत-चीन मैत्री संघ, भारत-चीन मैत्री संघ के महासचिव महापात्र और आंध्र प्रदेश के भारत-चीन मंत्री संघ के महासचिव रेड्डी।
शी चिनफिंग ने कहा कि चीन और भारत प्राचीन सभ्यता वाले विकासशील देश हैं। दोनों देशों ने एक साथ पंचशील सिद्धांत का प्रवर्तन किया। चीन-भारत मैत्री बढ़ाना एक महान कार्य है।
शी चिनफिंग ने कहा कि पंचशील सिद्धांत चीन, भारत और म्यांमार के पूर्व नेताओं की साझा बुद्धि है, जो अन्तरराष्ट्रीय संबंधों का अहम मापदंड बन गया है। न्यायिक और उचित अन्तरराष्ट्रीय व्यवस्था की स्थापना में पंचशील सिद्धांत की अहम भूमिका है। विश्वास है कि हमारी कोशिश से चीन और भारत के बीच मैत्री अवश्य ही पीढ़ी दर पीढ़ी कायम रहेगी।
(ललिता)