चीन भारत के साथ रेशम मार्ग आर्थिक क्षेत्र और 21वीं शताब्दी समुद्री रेशम मार्ग के निर्माण पर महत्वपूर्ण सहमति प्राप्त करने की अपेक्षा करता है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंगलेई ने 18 सितंबर को पेइचिंग में आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
होंगलेई ने कहा कि पिछले वर्ष शी चिनफिंग ने पड़ोसी देशों के साथ रेशम मार्ग आर्थिक क्षेत्र और 21वीं शताब्दी समुद्री रेशम मार्ग के निर्माण का विचार प्रस्तुत किया, जिसका उद्देश्य चीन और पड़ोसी देशों के साथ आपसी लाभ वाले सहयोग मजबूत करने के साथ साथ समान विकास करना है, ताकि सभी देशों को समान समृद्धि मिले।
होंग लेई ने कहा कि चीन ने पड़ोसी देशों के साथ सहयोग को रेशम मार्ग सहयोग के ढांचे में रखा है। चीन आशा करता है कि इससे लम्बे समय में दोनों पक्षों के बीच मित्रवत सहयोग को बढ़ाने में नई ऊर्जा का संचार होगा।
होंग लेई ने कहा कि चीन को आशा है कि शी चिनफिंग की यात्रा से शांति और समृद्धि के उन्मूलन, चीन-भारत रणनीतिक साझेदारी नए स्तर पर पहुंचेगी।
(ललिता)