चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 18 सितंबर को नई दिल्ली में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्ता की, वार्ता के बाद दोनों नेताओं ने संवाददाताओं से भेंट की।
शी चिनफिंग ने बल देते हुए कहा कि मेरी और प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई वार्ता फलदायक है। हम दोनों द्विक्षीय सिलसिलेवार सहयोगी संधियों पर हस्ताक्षर के साक्षी बने हैं और हमने चीन-भारत संबंधों से जुड़े विभिन्न मामलों, विशेषकर सहयोग स्तर की उन्नति और कई दूसरे समान रुचि वाले अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर गहन रूप से विचारों का आदान प्रदान किया है।
शी चिनफिंग ने कहा कि चीन और भारत विश्व पर महत्वपूर्ण असर डालने वाले देश हैं। दोनों देश एक स्वर में बोलेंगे, तो पूरा विश्व सुनेगा। मुझे विश्वास है कि हम दो बड़ी प्राचीन सभ्यताएं सदबुद्धि के साथ पर्याप्त दूरदृष्टि दिखाते हुए साहस और चीन-भारत रणनीतिक सहयोग में संबंधों को लगातार नई प्रगति देंगे, जिससे दोनों देशों की जनता को अधिक लाभ मिलेगा, एशिया की समृद्धि और उत्थान, विश्व की स्थिरता और विकास के लिए बड़ा योगदान दिया जा सकेगा।
मोदी ने कहा कि चीन भारत का सबसे बड़ा पड़ोसी देश है। भारत और चीन सबसे बड़े विकासशील देश हैं। वर्तमान स्थिति में द्विपक्षीय संबंधों का बड़ा महत्व है। शी चिनफिंग की भारत यात्रा से भारत-चीन संबंधों में नया ऐतिहासिक दौर आएगा। भारत चीन के साथ मिलकर पारस्परिक विश्वास बढ़ाते हुए दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोगी साझेदार संबंध को लगातार मज़बूत करना चाहता है।
(श्याओ थांग)