भारतीय राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने 18 सितंबर को नई दिल्ली में चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग के स्वागत में भव्य समारोह आयोजित किया।
सुबह 9 बजे शी चिनफिंग और उनकी पत्नी फंग लीय्वान की कार राष्ट्रपति भवन पहुंची। चीन और भारत के राष्ट्रीय झंडों के साथ उन्हें 21 तोपों की सलामी( गार्ड ऑफ ऑनर) दिया गया। मुखर्जी, उनकी बेटी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शी चिनफिंग का गर्मजोशी से स्वागत किया। शी चिनफिंग ने सलामी दस्ते से सलामी ली।
स्वागत समारोह के बाद शी चिनफिंग ने वक्तव्य जारी किया। उन्होंने कहा कि चीन और भारत दोनों प्राचीन सभ्यताएं, सबसे बड़े विकासशील देश, नवोदित बाजार और वैश्विक बहुध्रुवीय प्रक्रिया में अहम शक्तियां हैं। हमारे दोनों देशों के बीच संबंधों का रणनीतिक महत्व और वैश्विक भूमिका है। चीन और भारत द्वारा हाथ में हाथ डालकर सहयोग और समान विकास करना अपने 2 अरब 50 करोड़ जनता को फायदा देने के साथ साथ एशिया और दुनिया को समृद्धि व मौके देगा। यह चीनी राष्ट्राध्यक्ष बनने के बाद मेरी पहली भारत यात्रा है। मुझे आशा है कि यात्रा के जरिए हमारे बीच मैत्री और सहयोग बढ़ेगा। मैं भारतीय नेताओं के साथ शांति और समृद्धि के लिए द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी एक नए स्तर पर पहुंचाने को तैयार हूं।
(ललिता)