चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 17 सितंबर को कोलंबो में श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिसनायके जयरत्ने से वार्ता की।
शी चिनफिंग ने चीन-श्रीलंका संबंधों के विकास बढ़ाने के लिए जयरत्ने के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उन्हें चीन-श्रीलंका मैत्री का गवाह व प्रवर्तक बताया। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे से हुई वार्ता में दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने पर व्यापक सहमतियां हासिल कीं। साथ ही चीन-श्रीलंका संबंधों के भविष्य के विकास पर योजना बनायी। दोनों पक्षों को चीन-श्रीलंका मुक्त व्यापार क्षेत्र पर वार्ता बढ़ाते हुए हमबानटोटा पोर्ट आदि बड़ी परियोजनाओं में सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए। साथ ही पर्यटन, समुद्री वैज्ञानिक अनुसंधान, समुद्री अर्थव्यवस्था, पोर्टों का निर्माण, समुद्री सुरक्षा आदि क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार किया जाना चाहिये। 21वीं समुद्री रेशम मार्ग का निर्माण बढ़ाते हुए दोनों देशों के आदान-प्रदान को मजबूत करने की भी जरूरत है। इनके अलावा दोनों पक्षों को बहुपक्षीय सहयोग बढ़ाना चाहिए। चीन श्रीलंका के संस्थापक के रूप में एशियाई बुनियादी सुविधा निवेश बैंक के तैयारी कार्य में भाग लेने का स्वागत करता है।
जयरत्ने ने कहा कि उन्होंने कई बार चीन की यात्रा की और माओत्से तोंग आदि चीन की पुरानी पीढ़ी के नेताओं से मुलाकात की। चीन के बारे में उनकी गहरी भावना है। श्रीलंका की जनता मूल्यवान समर्थन व सहायता देने के लिए चीन की आभारी है। हम चीन के विकास के सफल अनुभव सीखते हुए 21 वीं समुद्री रेशम मार्ग के निर्माण में सक्रिय भाग लेने को तैयार हैं।
(मीनू)