श्रीलंका के राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे ने 16 सितंबर को श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग के स्वागत में शानदार समारोह का आयोजन किया। दोनों राजाध्यक्षों ने स्नेहपूर्ण और मित्रवत वातावरण में वार्ता की और चीन-श्रीलंका मैत्री का उच्च मूल्यांकन किया। चीन-श्रीलंका के बीच रणनीतिक सहयोगी साझेदारी संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए दोनों नेताओं ने चीन-श्रीलंका स्वतंत्र व्यापार वार्ता को शुरू करने की घोषणा की।
राजपक्षे से हुई भेंट के दौरान शी चिनफिंग ने जोर दिया कि चीन शांतिपूर्ण विकास के रास्ते पर चलने पर डटा रहेगा और पड़ोसी देशों के साथ मित्रवत समान विकास के लिये सदैव तैयार है। चीन-श्रीलंका आपसी विश्वास बढ़ाने वाले अच्छे मित्र और साथी हैं। दोनों देशों के संबंध बड़े और छोटे देशों के बीच सह-अस्तित्व और आपसी लाभ वाले सहयोग का प्रारूप है। चीन श्रीलंका की स्वतंत्रता, प्रभुसत्ता और प्रादेशिक अखंडता का दृढ़ता के साथ समर्थन करता है और श्रीलंकाई जनता द्वारा अपने देश के लिये विकास रास्ता चुनने का समर्थन करता है।
राजपक्षे ने कहा कि श्रीलंका और चीन की मैत्री बहुत पुरानी है। दोनों देशों का संबंध आपसी सम्मान और विश्वास के आधार पर निरंतर आगे विकसित किया जा रहा है। श्रीलंका चीन द्वारा लम्बे अरसे से दिए गए मूल्यवान समर्थन की सराहना करता है। शी चिनफिंग द्वारा पेश किए गए 21वीं शताब्दी में समुद्री रेशम मार्ग के निर्माण का सुझाव श्रीलंका की कल्पना से मेल खाता है। श्रीलंका चीन के साथ इस संदर्भ में प्रयास करता रहेगा और द्विपक्षीय स्वतंत्र व्यापार वार्ता को भी तेज़ करेगा।
इस भेंट के बाद दोनों पक्षों ने रणनीतिक सहयोगी साझेदारी संबंधों को और बेहतर बनाने की चीन-श्रीलंका कार्यवाई योजना पर हस्ताक्षर किया। साथ ही अर्थतंत्र और व्यापार, आधारभूत संरचनाओं के निर्माण, समुद्री वैज्ञानिक अनुसंधान, संस्कृति और शिक्षा के क्षेत्रों में सहयोग समझौतों पर भी हस्ताक्षर किया।
(श्याओयांग)