भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को गुजरात में चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग का स्वागत करेंगे। यह भारत-चीन संबंधों के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है। मोदी ने 16 सितंबर को दिल्ली में चीनी संवाददाताओं से यह बात कही।
उन्होंने कहा कि वे शी चिनफिंग के आगमन की तैयारी के लिए 16 सितंबर को गुजरात के सबसे बड़े शहर अहमदाबाद के लिए रवाना होंगे। भारत-चीन मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान में गुजरात की अहम भूमिका है।
मोदी ने कहा कि भारत और चीन के बीच संबंध सभ्यता और संस्कृति से जुड़ते हैं। दोनों देशों की समृद्ध संस्कृति है, जिससे भारत-चीन संबंधों की विशेषता कायम रहती है।
मोदी ने कहा कि पारंपरिक सांस्कृतिक आदान-प्रदान के अलावा, अर्थव्यवस्था और विज्ञान में भारत और चीन के बीच आवाजाही का भी लम्बा इतिहास है। हिन्दी भाषा में शुगर(चीनी) और चाइना का एक ही शब्द है, क्योंकि शुगर बनाने की तकनीक चीन से भारत आई है।
मोदी ने यह भी कहा कि भारत और चीन की जनसंख्या दुनिया की कुल आबादी का करीब 35 प्रतिशत है। अगर दोनों देश हाथ में हाथ डालकर अर्थव्यवस्था का विकास करें, तो न सिर्फ हमारी जनता का जीवन स्तर उन्नत होगा, बल्कि दुनिया के अन्य देशों के लोगों के लिए भी अहम है।
(ललिता)