चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग की श्रीलंका के मौके पर श्रीलंका-चीन मैत्री संघ के अध्यक्ष आनंद गोनातिलके ने श्रीलंका के अखबार"डेली न्यूज"में"63 सालों की श्रीलंका-चीन मैत्री का सिंहावलोकन"शीर्षक लेख छापा। इसमें कहा गया है कि श्रीलंका व चीन के मैत्रीपूर्ण संबंध ऐतिहासिक दृष्टि या आधुनिक दृष्टि से मजबूत हैं।
लेख के अनुसार नए चीन की स्थापना की शुरुआत में विश्व में सिर्फ कुछ देशों ने चीन को स्वीकार किया, जिनमें श्रीलंका भी शामिल है। वर्ष 1951 में श्रीलंका व चीन के बीच मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान शुरू हुआ। वर्ष 1952 में चीन के साथ राजनयिक संबंध स्थापित हुए बिना श्रीलंका ने पश्चिमी देशों द्वारा चीन पर लगाए गए प्रतिबंधों की अनदेखी करते हुए चीन के साथ चावल से रबर का विनिमय करने का व्यापारिक समझौता संपन्न किया।
इससे श्रीलंका व चीन के मैत्रीपूर्ण आर्थिक व व्यापारिक सहयोग का इतिहास शुरू हुआ। पिछले 63 सालों में श्रीलंका व चीन राजनीति, व्यापार व अर्थव्यवस्था, संस्कृति आदि क्षेत्रों में सहयोग लगातार बढ़ा रहे हैं। साथ ही दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण संबंधों का निरंतर विकास हो रहा है। उम्मीद है कि चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग की श्रीलंका यात्रा से दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण संबंध और मजबूत होंगे।
(मीनू)