चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग 17 से 19 सितम्बर तक अर्थव्यवस्था, राजनीति, संस्कृति आदि क्षेत्रों में द्विपक्षीय आवाजाही एवं सहयोग बढाने तथा अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय समस्याओं पर चर्चा के लिए भारत की राजकीय यात्रा करेंगे, जो उनके राष्ट्रपति बनने के बाद पहली भारत यात्रा है। विश्लेषकों का मानना है कि मौजूदा यात्रा से चीन-भारत संबंधों को लेकर चीन सरकार की व्यापक रुचि दिखती है। इससे दोनों के बीच रणनीतिक सहयोग साझेदारी संबंध बढ़ेंगे।
दुनिया के दो सबसे बड़े विकासशील देशों के रूप में चीन-भारत संबंध 21वीं सदी में विश्व में सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों में से एक हैं। भारत सरकार के युवा और खेल मंत्रालय के क्षेत्रीय समन्यवक जेन जॉर्ज ने कहा कि चीन और भारत के बीच सीमा समस्या मौजूद है। मौजूदा यात्रा के दौरान चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग भारतीय प्रधानमंत्री के साथ इस समस्या पर विचार विमर्श करेंगे, जो दोनों संबंधों के लिये अत्यन्त महत्वपूर्ण है। हमें द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने चाहिए। शी चिनफिंग की मौजूदा यात्रा से मुझे बहुत खुशी हुई।
केरल के युवा कल्याण कमेटी के सचिव के राधाकृष्णन नैयर ने कहा कि चीनी राष्ट्राध्यक्ष की मौजूदा यात्रा से दोनों देशों को सहयोग के अधिक मौके मिलेंगे। हम उनका स्वागत करते हैं। उनकी यात्रा से दोनों देशों की मित्रता और विकास बढ़ेगा।
उम्मीद है कि शी चिनफिंग की मौजूदा यात्रा से चीन-भारत संबंध और बेहतर होंगे।
(रूपा)