चाइना रेडियो इन्टरनेशनल के हिन्दी विभाग के पत्रकार अनिल आज़ाद पांडेय ने 14 सितंबर को हिन्दुस्तान टाइम्स में"भारत-चीन के साथ आने का समय"शीर्षक लेख प्रकाशित किया, जिसमें कहा गया कि चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग की भारत यात्रा से दोनों देशों के बीच आर्थिक व व्यापारिक सहयोग मज़बूत होगा, चीन और भारत के सहयोग में भारी निहित शक्ति मौजूद है।
लेख में कहा गया कि गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी चार बार चीन के दौरे पर आए थे। अक्सर वह अपने भाषणों में चीन के विकास मॉडल का जिक्र भी करते रहे हैं। चीनी कंपनियां पहले से ही गुजरात में मौजूद हैं। अब चीन के राष्ट्रपति मोदी के जन्मदिन पर गुजरात जाएंगे।गुजरात का उल्लेख इसलिए भी अहम है कि हाल में चीन वहां के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहा है।
लेख में कहा गया कि चीन, भारत का सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर भी है। दोनों देशों का आपसी व्यापार 70 अरब डॉलर के करीब है। साल 2015 तक इसे 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने का मुश्किल लक्ष्य रखा गया है। भारत के लिए चीन में निर्यात के कई मौके हैं। भारत इंजीनियरिंग उत्पादों, आईटी सर्विसेस, कॉटन टेक्सटाइल, होमफर्निशिंग और फार्मा सेक्टर से जुड़ी कंपनियों को चीन के बाजार में काम करने केअधिक से अधिक अवसर दिलाना चाहेगा। पर्यटन भारत के लिए फायदे का सौदा बन सकता है। इस समय दुनिया भर में विदेश यात्रा पर जाने वाले सबसे अधिक पर्यटक चीन के हैं, लेकिन इनमें भारत भ्रमण करने वालों की तादाद बहुत कम होती है। अभी तक चीन के पर्यटकों को आकर्षित करना भारत की प्राथमिकताओं में नहीं रहा है। अब अगर इस ओर ध्यान दिया जाए, तो भारत का पर्यटन बाजार बदल सकता है।
लेख में चीन और भारत के बीच सीमा विवाद के इतिहास और वर्तमान स्थिति का सिंहावलोकन किया गया और कहा गया कि वार्ता के माध्यम से सीमा विवाद का समाधान किया जाएगा। लेख के मुताबिक सीमा विवाद का द्विपक्षीय सहयोग पर असर नहीं पड़ेगा। (श्याओ थांग)