चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग 16 सितंबर को श्रीलंका की यात्रा करेंगे। इस दौरान चीन और श्रीलंका के नेताओं के बीच बुनयादी संस्थापन निर्माण के क्षेत्र में सहयोग के विस्तार की संभावना है।
मई 2009 में श्रीलंका ने गृह युद्ध के बाद पुनर्निर्माण शुरु किया, जिससे चीनी पूंजी वाले उद्योगों को मौका मिला। इन उद्योगों का व्यापार मुख्य तौर पर राजमार्ग, बंदरगाह और ऊर्जा जैसे बुनियादी संस्थापन निर्माण परियोजनाएं हैं। चीन स्थित श्रीलंकाई राजदूत रंजीत उयांगोदा ने कहा कि चीनी पूंजी वाली कंपनियों ने श्रीलंका में युद्धोत्तर पुनर्निर्माण के लिए अहम योगदान किया है।
चीनी पूंजी वाली कंपनियों द्वारा श्रीलंका में राजमार्ग और रेलवे का निर्माण किए जाने से इस देश के आर्थिक विकास को आगे बढ़ाया। कोलंबो अंतरराष्ट्रीय हाईवे के निर्माण के लिए चीन ने ऋण दिया, चीनी कंपनी ने इसका निर्माण किया। इस हाईवे के यातायात शुरू होने से श्रीलंकाई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कोलंबो जाने में कम समय लगता है। साथ ही देश में पर्यटन उद्योग और लोजिस्टिक उद्योग के विकास को बढ़ावा मिलेगा।
श्रीलंका के जयवरतनापुरा विश्वविद्यालय के आर्थिक प्रबंधन विभाग के प्रमुख अमरतोंगा ने कहा कि हाईवे उपलब्ध होने से श्रीलंका में विदेशी पूंजी, पर्यटन, वाणिज्य, उद्योग और जन जीवन का तेज़ विकास होगा।
राजमार्ग और बंदरगाह के अलावा श्रीलंका में रेलमार्ग, ऊर्जा, जल संरक्षण और अस्पताल जैसे क्षेत्रों के निर्माण में चीनी पूंजी वाली कंपनियां भी सक्रिय रुप से भाग लेती हैं।
(श्याओ थांग)