चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग श्रीलंका की यात्रा करने वाले हैं। इसकी पूर्वसंध्या पर श्रीलंका स्थित चीनी राजदूत वे च्यांग हाओ ने संवाददाता से विशेष साक्षात्कार में कहा कि वर्तमान यात्रा चीनी सर्वोच्च नेता की पहली श्रीलंका यात्रा होगी। जो दोनों देशों के आदान-प्रदान में एक नया मील पत्थर साबित होगा।
वा च्यांग हाओ ने कहा कि गत वर्ष श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे ने चीन की यात्रा की। दोनों देशों के नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी संबंधों को नए स्तर पर पहुंचाने का फैसला किया। शी चिनफिंग की वर्तमान यात्रा से दोनों देशों के संबंधों के दायरे को विस्तृत करते हुए चीन-श्रीलंका संबंधों के विकास के लिए मार्गदर्शन किया जाएगा और दोनों देशों के संबंधों के विकास का नया काल शुरू होगा।
वा च्यांग हाओ ने यह भी कहा कि चीन-श्रीलंका के संबंधों का लंबा इतिहास है। इधर के सालों में दोनों देशों ने बड़े पैमाने पर आपसी लाभ वाला सहयोग किया। वर्तमान में दोनों देशों का उच्चस्तरीय राजनीतिक आपसी विश्वास है। दोनों देश एक दूसरे के केंद्रीय हितों से जुड़े मुद्दों पर एक दूसरे का समर्थन करते हैं। आर्थिक सहयोग के क्षेत्र में श्रीलंका में गृह युद्ध की समाप्ति के बाद बहुत ज्यादा चीनी कंपनियों ने व्यापार, पूंजी-निवेश और बुनियादी सुविधा के निर्माण के लिए श्रीलंका में प्रवेश किया और साथ ही चीनी पर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही है।
(मीनू)