चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग और ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति एमोमाली राखमोनोव ने चीन व ताजिकिस्तान की अहम सहयोग परियोजनाओं की शुरूआती रस्म में भाग लिया। ये परियोजनाएं हैं कि दुशान्बे नंबर 2 थर्मल पावर प्लांट के दूसरे दौर की परियोजना और ताजिकिस्तान में चीन-मध्य एशिया प्राकृतिक गैस पाइपलाइन की डी लाइन के हिस्सा की परियोजना।
शी चिनफिंग ने भाषण देते हुए कहा कि दुशान्बे नंबर 2 थर्मल पावर प्लांट चीन व ताजिकिस्तान के व्यावहारिक सहयोग की प्रतीकात्मक परियोजना है, जो दोनों देशों की जनता की मैत्री का द्योतक है। दोनों पक्षों की समान कोशिश में पहले दौर की परियोजना समाप्त हुई, जिससे दुशान्बे के लोगों की बिजली आपूर्ति स्थिति सुधार गयी। आशा है कि दूसरे दौर की परियोजना के निर्माण से स्थानीय लोगों को और ज्यादा रोशनी मिलेगी।
राखमोनोव ने अपने भाषण में कहा कि बिजली की कमी ताजिकिस्तान के आर्थिक व सामाजिक विकास में खड़ा सबसे बड़ा बाधा है। दुशान्बे नंबर 2 थर्मल पावर प्लांट ने ताजिकिस्तान की ऊर्जा आत्मनिर्भरता शक्ति बढ़ायी, जो ताजिकिस्तान व चीन के उच्चस्तरीय सहयोग की मिसाल है। इस से एक बार फिर यह साबित हुआ कि चीन ताजिकिस्तान का विश्वसनीय रणनीतिक साझेदार है।
(मीनू)