भारतीय राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने 12 सितंबर को भारत स्थित चीन के नये राजदूत ल यूछंग के प्रत्यय पत्र को स्वीकार करते समय कहा कि वे चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग की भारत यात्रा का हार्दिक स्वागत करेंगे।
मुखर्जी ने कहा कि वे राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग की यात्रा की प्रतीक्षा में हैं। उन्हें विश्वास है कि इस यात्रा से चीन भारत संबंधों को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र और विश्व की शांति, विकास पर सकारात्मक और महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा।
मुखर्जी ने कहा कि भारत-चीन संबंधों का विस्तार हो रहा है। दोनों पक्षों के बीच आर्थिक ,व्यापारिक और सांस्कृतिक सहयोग निरंतर बढ़ता जा रहा है। नई भारत सरकार पहले की तरह चीन के प्रति मैत्री वाली नीति अपनाएगी। भारत चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाना चाहता है और मिलकर क्षेत्रीय शांति, स्थिरता बनाए रखना चाहता है।
ल यूछंग ने बताया कि राष्ट्रपति मुखर्जी के निमंत्रण पर शी चिनफिंग की भारत यात्रा वर्तमान में दोनों देशों के संबंधों में सबसे बड़ी बात है ,जो चीन-भारत संबंधों के भावी विकास पर भारी और दूर्गामी प्रभाव डालेगी। चीनी पक्ष भारत के साथ घनिष्ठ सहयोग बढ़ाएगा ताकि इस यात्रा की सफलता को सुनिश्चित किया जाए। ल यू छंग 10 सितंबर को भारत पहुंचे।