ऊशी के ज्यादातर दर्शनीय स्थानों की सुन्दरता थाएहू झील के कारण है, जिसके पानी का फैलाव विशाल है और पानी के ऊपर पालदार नावें चलती हैं। झील के आसपास हरीभरी पहाड़ियां हैं, जहां स्वच्छ चश्मे हैं और सघन पेड़ों व फूल के अतिसुन्दर बगीचे हैं। कछुए के सिर के आकार का मशहूर बगीचा एक ऐसे प्रायद्वीप पर स्थित है, जो एक कछुए के सिर की तरह झील से बाहर निकला दिखाई देता है। कछुए की पीठ पर खड़ी छुडं पहाड़ी की चोटी से झील के बदलते मनोहर दृश्य दिखाई देते हैं। कछुए के सिर की यात्रा करनेके बाद स्वर्गीय कवि क्वो मोरो ने इस की प्रशंसा में लिखा है कि थाएहू झील के सुरम्य स्थानों में कछुए का सिर सर्वश्रेष्ठ है।
इस के अलावा झील के आसपास अन्य सुन्दर स्थान भी हैं, जैसे लीय्वान बाग, जो कौतुहल पैदा करने वाली कृत्रिम शिलामाला के लिए मशहूर है, और आलूचे के फूल का बाग, जो अपने आलूचे के पुष्प और बसन्त में अपनी मनोहरता के लिए प्रसिद्ध है। ऊशी शहर के पश्चिम में फैली ह्वेइशान व शीशान पहाड़ियों पर अनेक ऐतिहासिक रुचि के स्थान भी हैं, जैसे थाडं राजवंश में खोदा गया स्वर्गिक दूसरा चश्मा और मिडं राजवंश में निर्मित चीछाडं बाग व लुडंक्वाडं मीनार। आज इन दोनों सुरम्य पहाड़ियों को शीह्वेइ पार्क में बदल दिया गया है।