हाल में अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय ने 2013 में दुनिया के सबसे बदनाम नकली बाजारों की सूची जारी की, जिसमें चीन को सबसे बड़ा नकली बाजार माना गया है। इस पर चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता शेन तानयांग ने कहा कि अमेरिका के बयान के पीछे कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि चीन सरकार बौद्धिक संपदा अधिकार को व्यापक महत्व देती हैं। इधर के वर्षों में बौद्धिक संपदा अधिकार की रक्षा पर जोर दिया गया है और उल्लेखनीय प्रगति प्राप्त हुई, जिसे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और चीनी व विदेशी उद्यमों की प्रशंसा भी मिली।
बताया जाता है कि तिसम्बर 2013 में आयोजित 24वें चीन-अमेरिका वाणिज्य और व्यापार संयुक्त सम्मेलन में चीन ने अमेरिका द्वारा एक तरफातौर पर जारी नकली बाजार संबंधी रिपोर्ट पर ध्यान दिया। जबकि अमेरिका ने चीन सरकार और चीनी उद्यमों के साथ संपर्क और सहयोग के दौरान इसे सुधारने का वचन भी किया। शेन तानयांग ने कहा कि चीन ने अमेरिका से चीन में बौद्धिक संपदा अधिकार की रक्षा के बारे में उचित मूल्यांकन करने की मांग की, ताकि बौद्धिक संपदा अधिकार क्षेत्र में दोनों के बीच सहयोग के लिये अच्छा माहौल तैयार हो सके।
(रूपा)