अमेरिका साल दर साल अफगानिस्तान में हुआ कमज़ोर

2021-10-25 15:47:00

अफगानिस्तान में युद्ध के 20 सालों में अमेरिका ने अमेरिकी मानकों के अनुरूप होने वाले लोकतांत्रिक अफगानिस्तान की “असफल” स्थापना की। साथ ही अमेरिका हर साल अफगानिस्तान में कमज़ोर होता रहा। स्थानीय समय के अनुसार 24 अक्तूबर को अफगान सुलह मामलों पर अमेरिका सरकार के पूर्व विशेष प्रतिनिधि ज़लमई खलीलज़ादी ने यह बात कही।

खलीलज़ादी ने कहा कि आतंकवाद के विरोध के बारे में अमेरिका ने इस लक्ष्य को मूल रूप से प्राप्त किया। लेकिन उनकी राय में लोकतांत्रिक अफगानिस्तान की स्थापना को लेकर अमेरिका “असफल” रहा है। अमेरिका और अफगान तालिबान के बीच वार्ता के कारण अमेरिका अपनी सैन्य अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरा। अमेरिका हर साल अफगानिस्तान में कमज़ोर होता रहा।

उन्होंने आगे कहा कि अमेरिकी लोगों में अफगानिस्तान छोड़ने के तरीके पर असंतोष है। फिर भी ज़लमई खलीलज़ादी की आंखों में अफगान युद्ध समाप्त हो चुका है और अमेरिकी नागरिक कम से कम राहत की सांस ले सके।

बताया जाता है कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकेन ने 18 अक्तूबर को अफगान सुलह मामले पर अमेरिका सरकार के पूर्व विशेष प्रतिनिधि ज़लमई खलीलज़ादी का त्यागपत्र  स्वीकार करने की पुष्टि की। खलीलज़ादी इस सप्ताह कार्यालय छोड़ेगे।

वर्ष 2001 के अक्तूबर में अमेरिका ने आतंकवाद के विरोध के नाम पर अफगान युद्ध आरंभ किया और तालिबान शासन को उखाड़ फेंका। वर्ष 2020 की फरवरी में अमेरिका ने अफगान तालिबान से समझौते पर हस्ताक्षर किये और इस 1 मई के पहले अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की पूर्ण निकासी के लिये वादा किया। इस 30 अगस्त की रात तक सभी अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान से जा चुके थे। दुनिया में कई प्रमुख मीडिया ने रिपोर्ट की कि अमेरिका ने अफ़ग़ानिस्तान में लगभग 20 वर्षों तक चले युद्ध को एक भगदड़ के रूप में समाप्त कर दिया।

(हैया)

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