तिब्बत में महिलाओं की स्थिति में हो रहा है सुधार
इस वर्ष तिब्बत की शांतिपूर्ण मुक्ति की 70वीं वर्षगांठ है। पिछले 70 वर्षों में, तिब्बत की सामाजिक व्यवस्था में भारी परिवर्तन देखा गया है, सामाजिक और आर्थिक विकास में भी महान उपलब्धियां हासिल हुई हैं। राजनीति, अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य व शिक्षा आदि क्षेत्रों में तिब्बती महिलाओं को अधिकारों की पूरी गारंटी मिली हुई है, और उन की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।
सबसे जरूरी बात यह है कि नए तिब्बत में, महिलाओं और पुरुषों के समान राजनीतिक अधिकारों पर जोर दिया जाता है और उन्हें समानता की गारंटी दी गई है। विभिन्न जातियों की महिलाओं को कानून के अनुसार समान रूप से अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के इस्तेमाल की पूरी इजाजत है। वर्तमान में राजनीति में महिलाओं की भागीदारी के चैनलों का विस्तार जारी है, और लोकतांत्रिक राजनीति के निर्माण में उन की भूमिका बढ़ रही है। वर्ष 2020 में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के महिला संघ के आंकड़ों के अनुसार निर्णय लेने और प्रबंधन में भाग लेने वाली तिब्बती महिलाओं के अनुपात में काफी इजाफा देखा गया है।सिविल सेवकों की कुल संख्या में महिला सिविल सेवकों का अनुपात 33.3 प्रतिशत रहा, और एनपीसी और सीपीपीसीसी सदस्यों में महिला प्रतिनिधियों का अनुपात 27.9 फीसदी और 26.7 फीसदी रहा।
नए युग में, तिब्बती महिलाएं तिब्बती समाज के निर्माण, सुधार और खुलेपन के कार्य, गरीबी उन्मूलन, सामाजिक स्थिरता और सद्भाव, ग्रामीण पुनरुद्धार और सुंदर तिब्बत के निर्माण में तेजी से महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के अनुसार चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और देश के विकास के लिए शानदार ब्लूप्रिंट को साकार करने के लिए महिलाओं सहित सभी चीनी नागरिकों को एक जुट होकर संघर्ष करने की आवश्यकता है। नए युग में, तिब्बती महिलाओं को एक नए समाजवादी और आधुनिक तिब्बत के निर्माण में अधिक से अधिक योगदान देना चाहिए।