70 वर्षों में तिब्बत में ऊर्जा का विकास
शांतिपूर्ण मुक्ति से पहले, तिब्बत में केवल एक छोटा बिजलीघर था। सन् 1951 में शांतिपूर्ण मुक्ति के बाद से लेकर अब तक पिछले 70 वर्षों में तिब्बत में तेजी से आर्थिक और सामाजिक विकास के साथ, लोगों की उत्पादन और जीवन में बिजली की मांग बढ़ रही है। अपने अद्वितीय संसाधनों के आधार पर तिब्बत धीरे-धीरे एक महत्वपूर्ण स्वच्छ ऊर्जा केंद्र बन गया है।
स्वच्छ ऊर्जा के विकास और उपयोग किसानों व चरवाहों के रहने के क्षेत्रों में उत्पादन व जीवन को विद्युतीकरण की ओर बढ़ने में मदद करेंगे। पठार को बिजली की आपूर्ति करते समय "पश्चिम-पूर्व विद्युत पारेषण" से अन्य क्षेत्रों में बिजली स्थानांतरित करने के लिए भी करेंगे। आंकड़ों के मुताबिक, साल 2015 से 2020 के अंत तक तिब्बत ने कुल 6.5 अरब किलोवाट-घंटे स्वच्छ बिजली भेजी है। कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम करते हुए तिब्बत पठारी संसाधनों के लाभों को आर्थिक लाभों में बदल रहा है।
(आलिया)