चीन पर कीचड़ उछालने का तमाशा शर्मनाक
कोविड-19 की उत्पत्ति को लेकर हाल में अमेरिका की मीडिया संस्थाओं, राजनेताओं और खुफिया विभाग ने एक साथ चीन पर कीचड़ उछालने का तमाशा किया।
पहले वॉलस्ट्रीट जर्नल ने डब्ल्यूएचओ सम्मेलन के उद्घाटन से पहले लेख जारी कर कहा कि उसे एक गुप्त सूचना मिली और कोविड-19 की वायरस के वुहान के लैब से लीक होने की बात कही। फिर कई अमेरिकी मीडिया संस्थाओं ने एक साथ अफवाहें फैलायीं। अंत में अमेरिकी राजनेता ने तथाकथित लोक दबाव से खुफिया एजेंसी को जांच करने की आज्ञा दी। चीन को बदनाम करने का तमाशा इस तरह शुरू हुआ।
लेकिन लोग अमेरिका की उपरोक्त कार्रवाइयों से वाकिफ हैं। मिसाल के लिए, शिनच्यांग मुद्दे पर भी अमेरिका ने ऐसा ही किया। तथाकथित थिंक टैंक के विशेषज्ञ ने लेख लिखा, फिर मीडिया संस्थाओं ने रिपोर्टें दीं, अंत में नेताओं ने धमकी दी। सिर्फ अभिनेता बदल गया है।
विडंबना यह है कि पूर्व की अमेरिकी सरकार ने कोविड-19 की उत्पत्ति को लेकर चीन पर कीचड़ उछाला, तो डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों ने इसकी आलोचना की और इसे राजनीतिक हथियार कहा। लेकिन अब चीन पर दबाव डालने के मकसद से वर्तमान सरकार भी वैसा ही कह रही है।
लेकिन तमाशा तो तमाशा ही रहेगा, जो दुनिया में सच्चाई को नहीं झुठला सकता। डब्ल्यूएचओ और कई विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि वायरस की उत्पत्ति की जांच राजनीति से प्रेरित है। खुफिया एजेंसी को वायरस के स्रोत की जांच करने के लिए कहना बिलकुल विज्ञान का उल्लंघन है।
(श्याओयांग)