तिब्बत में किसानों और चरवाहों की आय में स्थिर वृद्धि बनी रही
तिब्बत की शांतिपूर्ण मुक्ति के बाद से लेकर अब तक पिछले 70 सालों में पूरे स्वायत्त प्रदेश में किसानों और चरवाहों की आय में तेज़ वृद्धि साकार हुई, लगातार 18 साल से दो अंकों की वृद्धि दर बनी रही है, और निरंतर 6 साल से देश में प्रथम वृद्धि दर बनी रही। साल 2020 में ग्रामीण नागरिकों की प्रति व्यक्ति प्रयोज्य आय 14,598 युआन तक पहुंच गई, जिसमें साल 2019 की तुलना में 12.7 प्रतिशत का इजाफा हुआ। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश ने किसानों और चरवाहों की आय में वृद्धि दर 13 प्रतिशत को लक्ष्य बनाया है।
संबंधित अधिकारी के मुताबिक, तिब्बत ने धन और परियोजनाओं को गरीबों के लिए समर्पित किया, इसके साथ ही देश में भीतरी इलाके से मिली तिब्बत की सहायता वाली राशि के 80 प्रतिशत से 90 प्रतिशत हिस्से को गरीबी उन्मूलन के लिए दिया । औद्योगिक समर्थन, नीतिगत प्रोत्साहन, रोजगार प्राथमिकता, और सामाजिक सुरक्षा आदि क्षेत्रों को महत्व दिया। वर्तमान में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की 74 गरीब कांउटियों में 6 लाख 28 हज़ार गरीब जनसंख्या पूरी तरह से गरीबी से बाहर निकल गयी है।
इधर के सालों में तिब्बत ने कृषि और पशुपालन उद्योग के जोरदार विकास के चलते संस्कृति और पर्यटन विकास को भी बढ़ावा दिया। साल 2020 तक, 86 हज़ार से अधिक किसानों और चरवाहों ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ग्रामीण पर्यटन सेवा में भाग लिया, प्रति व्यक्ति की औसतन अतिरिक्त आय 4300 युआन से अधिक है। विभिन्न स्तरीय सांस्कृतिक औद्योगिक आदर्श पार्कों में उत्पादन मूल्य 6 अरब युआन से ज्यादा है, जिसकी सालाना वृद्धि दर 15 प्रतिशत रही।
(श्याओ थांग)