फूच्येन प्रांत के निंगत में किसानों का सुखमय जीवन

2021-02-18 10:19:26

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हाल के वर्षों में दक्षिण चीन के फूच्येन प्रांत के निंगत शहर ने इंटरनेट के जरिए स्थानीय कृषि उत्पादों को विशेष ब्रांड बनाया। अंगूर और चाय आदि उत्पाद चीन के विभिन्न क्षेत्रों में बेचने लगे, जिससे स्थानीय किसान गरीबी से बाहर निकले हैं।

जब अंगूर की फसल होती है, निंगत शहर के साईछी कस्बे की रहने वाली छन क्वील्येन परिजनों के साथ सुबह सुबह अंगूर तोड़ने बाहर जाती है। सुबह 7 बजे ताजा अंगूर देश के इधर उधर भेजने लगते हैं। अंगूर के बगीचे में पहुंचते ही छन क्वील्येन मोबाइल फोन खोलकर लाइव शो करती है।

छन क्वील्येन ने कहा कि जब शुरू में अंगूर बेचती थी, उसने सड़क के किनारे खोमचा लगाया था और थोकबिक्री भी की, बड़े परिश्रम से काम करने के बाद भी ज्यादा आय नहीं होती थी। ई-कॉमर्स के प्रभाव में छन क्वील्येन ने इंटरनेट पर अपना नाम फल दीदी में बदला और इंटरनेट पर अंगूर बेचना शुरू किया। अब वह ऑनलाइन लाइव मार्केटिंग भी करती है और बहुत लोकप्रिय हो गयी है।

छन क्वील्येन ने कहा कि अब एक दिन की बिक्री पहले के एक महीने से भी ज्यादा है। ऑनलाइन लाइव मार्केटिंग का विकास बहुत तेज है। इसके सहारे सभी ग्राहक अंगूर उगाने का वातावरण, रोपण का तकनीक और तोड़ने का तरीका सीधे देख सकते हैं।

छन क्वील्येन का अनुभव साईछी कस्बे में गरीबी उन्मूलन की एक मिसाल है। साईछी कस्बे के प्रमुख चाई लोंगयू ने बताया कि कस्बे में 1,000 से अधिक लोग ई-कॉमर्स से जुड़े व्यापार करते हैं। चाई लोंगयू ने कहा कि ई-कॉमर्स से रोजगार के ज्यादा अवसर मिले, जिससे अंगूर व्यवसाय का विकास बढ़ाया गया और किसानों की आय भी बढ़ी। लक्ष्य है कि ग्रामीण पुनरुत्थान होगा और खुशहाल समाज का निर्माण भी होगा।

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फूच्येन प्रांत चीन में श्रेष्ठ चाय के मुख्य उत्पादन स्थलों में से एक है। लेकिन कुछ क्षेत्र दूरस्थ पहाड़ी इलाकों में स्थित है, जिससे व्यवसाय का पैमाना बड़ा नहीं है। किसान मेहनत से चाय उगाने के बाद भी ज्यादा पैसा नहीं कमा सकते हैं। 6 साल पहले वांग मिंगश्यो बड़े शहर से निंगत के श्यातांग गांव वापस आया। वह गांव में कारोबार की स्थापना करना चाहता है। 6 सालों में वांग मिंगश्यो ने सहयोगियों के साथ चीन का पहला गरीबी उन्मूलन चाय उद्यान स्थापित किया, जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी हुई।

इस चाय उद्यान की विशेषता है कि यहां चाय नहीं बेचे जाती, इसके बदले इंटरनेट पर चाय उद्यान के मालिकों की भरती की जाती है। किसान चाय उद्यान खरीदने के बाद मालिक बन जाएंगे और ऐप्स के जरिए हर समय उद्यान में चार के रोपण, उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग और रसद की स्थिति देख सकते हैं। ऐसे में एक एक किसान इकट्ठा होकर एकीकृत प्रबंधन प्रणाली में शामिल हुए। चाय का रोपण और बिक्री भी बड़े पैमाने पर होने लगी।

श्यातांग गांव की महासचिव श्यांग चोंगहोंग ने कहा कि गांव में जो भी किसान इच्छा रखता है, इसमें शामिल हो सकता है। हम इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से बाजार के साथ जोड़ते हैं और किसानों की आय बढ़ाते हैं।

अब श्यातांग गांव में उत्पादित चाय फूच्येन के अलावा, चीन के हर क्षेत्रों में बेचे जाते हैं। चाय उद्यान से आसपास के पर्यटन उद्योग का विकास भी बढ़ाया गया।

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