18 सितंबर, एक ऐसा दिन है, जिसे हर चीनी को याद रखना चाहिए। वह राष्ट्रीय शर्म का दिन है, और महान चीनी राष्ट्र के जागरण का दिन भी है। 90 साल पहले इसी दिन यानि 18 सितंबर 1931 को जापान ने चीन पर आक्रमण किया। अगले दिन, जापानी सेना ने चीन के शेनयांग शहर पर कब्जा कर लिया। फरवरी, 1932 को चीन का पूरा पूर्वोत्तर क्षेत्र जापानी सेना के कब्जे में हो गया। 1931 से 1945 तक के 14 वर्षों के दौरान, चीन की भूमि का एक बड़ा हिस्सा हाथ से निकल गया, 3.5 करोड़ लोगों की हताहती हुई, 930 से अधिक शहरों पर कब्जा कर लिया गया, और 4.2 करोड़ लोग बेघर हो गए।
साम्राज्यवादी शक्तियों के आक्रमण से एक देश और एक राष्ट्र का विनाश हो सकता है या एक राष्ट्र को संकट के समय में जागने और उठने के लिए प्रेरित भी किया जा सकता है। आक्रमणकारियों ने यह कभी नहीं सोचा कि उनके इस आक्रमण से चीनी राष्ट्र की जापान विरोधी आग भड़क गई है। चीनी लोग इस क्षण से 14 वर्षों तक अदम्य जापानी-विरोधी युद्ध लड़ा और अंत में समकालीन काल से विदेशी आक्रमण के विरुद्ध चीन के राष्ट्रीय मुक्ति युद्ध में पूर्ण विजय हासिल हुई। इसके पीछे मूल कारण यह है कि साम्राज्यवादी शक्तियों द्वारा दबा-कुचला चीनी राष्ट्र जापानी साम्राज्यवादियों की चीन को निगलने की अभिमानी महत्वाकांक्षा में पूरी तरह से जाग गया है और दृढ़ता से उठ गया है।
इस बार चीनी लोगों का जागरण और उत्थान न केवल चीनी राष्ट्र के राष्ट्रीय स्वतंत्रता और लोगों की मुक्ति प्राप्त करने में आत्मविश्वासी और सक्षम होने का द्योतक है, बल्कि चीनी राष्ट्र का महान पुनरुत्थान प्रक्रिया शुरू होने का प्रतीक भी है। इस ऐतिहासिक मोड़ के पीछे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी है, जो संकट के समय पैदा हुई। इतिहास के महत्वपूर्ण क्षण में, उसने चीनी लोगों का नेतृत्व करते हुए देश और राष्ट्र को बचाया और मौलिक रूप से चीनी लोगों के भाग्य को बदल दिया, और चीनी इतिहास की दिशा निर्धारित की।
इतिहास और जनता ने देश को बचाने, समृद्ध बनाने और लोगों को मजबूत करने में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को एक मजबूत नेता के रूप में चुना है। एक सदी के निरंतर संघर्ष के बाद, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी चीनी लोगों को एकजुट करते हुए चीनी राष्ट्र के महान पुनरुत्थान के उज्ज्वल सड़क पर चल रही है। इतिहास ने साबित कर दिया है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का मजबूत नेतृत्व चीन के सामाजिक परिवर्तन, विकास और प्रगति को बढ़ावा देने की मूलभूत गारंटी है। सभी जातीय समूहों के लोगों की दृढ़ एकता चीनी राष्ट्र के महान पुनरुत्थान की ओर बढ़ने की ताकत का स्रोत है।
आज चीन ने विश्व-प्रसिद्ध आधुनिकीकरण की उपलब्धियां हासिल कर ली हैं, चीनी राष्ट्र का ऐतिहासिक कायापलट हुआ, और चीनी जनता ने चीनी विशेषता वाला एक समाजवाद रास्ता खोज लिया है, जो लोगों को समृद्ध बनाएगा और देश को मजबूत करेगा, और चीनी राष्ट्र का महान पुनरुत्थान साकार कर सकेगा। चीनी राष्ट्र निश्चित रूप से समृद्धि, लोकतंत्र, सभ्यता और सद्भाव के नए रूप के साथ दुनिया के पूर्व में खड़ा होगा।
समय बीत सकता है, और इतिहास को भुलाया नहीं जा सकता है। अतीत को याद करने से ही त्रासदियों से बचा जा सकता है, और इतिहास को याद करने से ही शांति को मूल्यवान समझा जा सकता है।
(मीनू)