“मैं अपनी मां को प्यार करती हूं। मेरी मां एक सुपरवुमन है।”सात वर्षीय लड़की मुबारक के मुंह में सुपर मां तो चीन के शिनच्यांग उइगुर स्वायत्त प्रदेश के कशगर शहर के क्रोमेन गांव में महिला संघ की अध्यक्ष मिरेंजा केज हैं। 28 वर्षीय मिरेंजा केज इस गांव में एक प्रसिद्ध व व्यस्त व्यक्ति हैं, क्योंकि गांव में घर घर जाकर स्थिति जानना उन के सामान्य काम में एक महत्वपूर्ण भाग है। महिला संघ की अध्यक्ष बनने से पहले मिरेंजा केवल उइगुर जाति की एक साधारण महिला हैं। वे घर में सब से छोटी बच्ची है, इसलिये मां-बाप और दो भाई उन का खूब देखभाल करते हैं। वे एक हंसमुख और उत्साही व्यक्ति हैं।
हाई स्कूल से स्नातक होने के बाद सुश्री मिरेंजा ने मां-बाप द्वारा खोली गयी एक छोटी दुकान में काम करना शुरू किया। अवकाश में उन्होंने मेंडारिन और कंप्यूटर सीख लिये। फिर बुद्धिमान मिरेंजा को गांव की कमेटी में एक नौकर मिला। वे ग्राम समिति में एक कर्मचारी बन गयीं। तीन वर्षों तक काम करने के दौरान उन्होंने गांव वासियों के मन में बहुत अच्छी छवि छोड़ी। खास तौर पर महिला से जुड़े कार्यों में उन्होंने उल्लेखनीय भूमिका अदा की है। जल्द ही वे गांव में महिला संघ की अध्यक्षा बन गयीं। आम जीवन में वे महिला के स्वस्थ, बच्चों की शिक्षा, और जनता के मध्यस्थता आदि कार्य संभालती हैं।
प्रजनन कार्य हर ग्रामीण व्यक्ति के वास्तविक हितों से संबंधित एक महान कार्य है। मिरेंजा अकसर घर घर जाकर ग्रामीण महिलाओं को स्वस्थ से जुड़ी जानकारियों का प्रसार-प्रचार करती हैं। उन के अनुसार देश के चिकित्सा बीमा समेत नीति-नियम महिलाओं की व्यापक रूप से रक्षा करने में मददगार हैं। इस की चर्चा में उन्होंने कहा,महिलाओं के लिये शादी से पहले शारीरिक चेक-अप और प्रेग्नेंसी चेक-अप सभी निःशुल्क हैं। बच्चे का जन्म देने में भी ज्यादा पैसे नहीं चाहिये। क्योंकि वे सभी चिकित्सा बीमा में शामिल हुई हैं। इसलिये अपने आप बहुत कम पैसे खर्च किया जाता है। साथ ही बच्चे का जन्म होने के बाद मुफ्त टीकाकरण भी मिल सकता है। मां को भी पोषण संबंधी उत्पाद मिल सकते हैं।
मिरेंजा ने परिचय देते हुए कहा कि हर वर्ष एक बार निःशुल्क शारीरिक चेक-अप के अलावा महिलाओं के लिये दो-कैंसर (गर्भाशय ग्रीवा और स्तन कैंसर) की मुफ्त जांच भी होती है। अगर कोई समस्या हुई, तो चिकित्सा बीमा के अलावा वे गंभीर बीमारी बीमा के लिये भी आवेदन कर सकती हैं। कम आय वाले मुश्किल परिवारों के प्रति बीमा प्रतिपूर्ति अनुपात 95 प्रतिशत तक पहुंच सकती है। जिससे रोगियों की पीठ पर भारी आर्थिक बोझ हटाया जा सकता है।
वर्तमान में ग्रामीण लोग बच्चों की शिक्षा पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान देते हैं। मिरेंजा की नज़र में यह विचारों का एक बदलाव ही है। यह जाहिर हुआ है कि लोगों का जीवन ज्यादा से ज्यादा बेहतर हो रहा है। गांव में अधिकतर लोगों के घर में दो या तीन बच्चे होते हैं। चीनी लोग अगली पीढ़ी की शिक्षा पर बड़ा ध्यान देते हैं। क्योंकि बच्चा हर परिवार का भविष्य है। गांव में रहने वाले बुजुर्गों के अनुसार पिछली शताब्दी के 60 या 70वें दशक में गांव वासी केवल मिडिल स्कूल या प्राइमरी स्कूल से स्नातक होने के बाद तो खेती का काम करते थे या काम करने के लिये बाहर जाते थे। पर 80 या 90वें दशक में हाई स्कूल में पढ़ाई करने वालों की संख्या ज्यादा से ज्यादा हो गयी। और वर्तमान में सभी लोग अपने बच्चे को विश्वविद्यालय में प्रवेश करवाने की कोशिश कर रहे हैं। इस की चर्चा में मिरेंजा ने कहा,मैं शिक्षा कार्य संभालती हूं। इस के दौरान मैंने यह देखा है कि वर्ष 2019 में हमारे गांव के 61 बच्चों ने विश्वविद्यालय में प्रवेश किया। वर्ष 2020 में यह संख्या 93 तक पहुंच गयी। उन में लड़कियों की संख्या ज्यादा है। यह जाहिर हुआ है कि बहुत परिवार बच्चों की शिक्षा पर बड़ा ध्यान देते हैं।
स्थानीय नीति-नियम के अनुसार कम आय वाले परिवारों के बच्चे अगर शिनच्यांग के स्थानीय विश्वविद्यालय में प्रवेश कर सकते हैं, तो उन्हें हर वर्ष 3 हजार युआन की सब्सिडी मिल सकती है। अगर वे अन्य प्रांतों के विश्वविद्यलयों में प्रवेश करते हैं, तो उन्हें हर वर्ष 6 हजार युआन की सब्सिडी मिल सकती है।
गांव वासी ऐशान मैमातो के घर में कुल तीन बच्चे हैं। सब से छोटा बेटा अब हाई स्कूल में पढ़ाई कर रहा है। अन्य दो बेटियों ने क्रमशः थ्येनचिन नॉर्मल विश्वविद्यालय और नानचिंग चीनी परंपरागत चिकित्सा व दवा विश्वविद्यालय में प्रवेश किया। हालांकि विश्वविद्यालय में प्रवेश करना एक खुशी की बात है। लेकिन अमीर न होने के कारण इस दंपति को ट्यूशन की चिंता सताने लगी। जब मिरेंजा ने इस परिवार की आर्थिक स्थिति जानी, तो उन्होंने उन दो लड़कियों के लिये हर वर्ष कुल 12 हजार युआन की शिक्षा सब्सिडी का आवेदन किया। जिससे ऐशान परिवार का आर्थिक बोझ अचानक हल्का हुआ। हर बार जब मिरेंजा को इस परिवार के सदस्यों से मिला, तो ऐशान की पत्नि ने विश्वविद्यालयों में अपनी दो बेटियों की स्थिति उन्हें बतायी, और सरकार की अच्छी नीति का बहुत धन्यवाद दिया। ऐशान की पत्नि ने कहा,मैं चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और चीन सरकार का बहुत धन्यवाद देती हूं। यह धन्यवाद असीमित है। मुझे आशा है कि मेरे बच्चे भविष्य में जनता के लिये उपयोगी व्यक्ति बन सकेंगे। यह मेरी इच्छा है।
मिरेंजा के गांव में कुल 789 परिवार हैं। कुल 3700 से अधिक लोग रहते हैं। हालांकि महिला संघ की अध्यक्ष बनने के बाद केवल एक वर्ष बित चुका है। लेकिन मिरेंजा ने हर परिवार का दौरा किया है। कभी कभार एक दिन में उन्होंने 15 परिवारों का दौरा किया है। इस के दौरान उन्होंने विभिन्न नीति-नियम को हर परिवार में पहुंचाया। ताकि गांव वासियों को ठीक समय पर देश की उदार नीति से लाभ मिल सके। साथ ही वे ध्यान से लोगों की मौजूद समस्याओं के बारे में सुनती हैं। अगर ग्राम समिति उन समस्याओं का समाधान कर सकेगी, तो वे इस का समाधान करने के लिये पूरी कोशिश करती हैं। अगर समाधान नहीं किया जा सकेगा, तो वे ठीक समय पर उपर की सरकार को बताएंगी, और तीन दिनों में संबंधित लोगों को जवाब मिल सकेगा। मिरेंजा को ग्रामीणों की सर्वसम्मत स्वीकृति मिली। जब गांव में कोई समस्या होती है, तो लोग सब से पहले उन्हें बताकर मदद मांगते हैं।
सामान्य शिनच्यांग महिला की तरह मिरेंजा का काम व जीवन देखने में साधारण है, लेकिन वे निरंतर रूप से कोशिश व प्रयास कर रही हैं। उन्हें आशा है कि वे अपने परिवार और समाज के लिये ज्यादा से ज्यादा योगदान दे सकेंगी।
चंद्रिमा