म्यांमार की सत्तारुढ़ पार्टी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी के प्रवक्ता यु म्यो न्युन्त ने 1 फरवरी को कहा कि देश की सेना ने म्यांमार के राष्ट्रपति यु विन मिन्त, स्टेट काउंसिलर आंग सान सू की और नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी के कई वरिष्ठ अधिकारियों को उस दिन तड़के नज़रबंद कर दिया है।
म्यांमार की सेना के टीवी चैनल पर कहा गया कि देश में एक साल तक आपातकाल रहेगा और देश की शक्ति राष्ट्रीय रक्षा बलों के कमांडर-इन-चीफ़ को सौंप दी गई है।
यु म्यो न्युन्त ने चीनी समाचार एंजेंसी शिनहुआ को बताया कि नजरबंद हुए लोगों में राष्ट्रपति यु विन मिन्त, स्टेट काउंसिलर आंग सान सू की के अलावा, नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी की केंद्रीय कार्य समिति के कुछेक सदस्य तथा कुछ स्थानीय अधिकारी और सांसद भी शामिल हैं।
म्यांमार के सैन्य टीवी चैनल ने बाद में समाचार जारी किया कि संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार, राष्ट्रपति भवन ने एक साल की आपातकाल स्थिति लागू करने और राष्ट्रीय रक्षा बलों के प्रमुख कमांडर मिन ऑन्ग लाइंग को सत्ता सौंपने की घोषणा की है। सेना का मानना है कि पिछले साल चुनाव में धोखाधड़ी हुई थी।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, सेना के पास म्यांमार में कई जगहों पर सरकार और सांसदों का नियंत्रण है। राजधानी नाएप्यीडॉ समेत बड़े दायरे में संचार में रुकावटें हुईं।
गौरतलब है कि इधर के दिनों में म्यांमार के सैन्य पक्ष और नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी के बीच गत वर्ष नवम्बर में आयोजित आम चुनाव के परिणाम पर मतभेद पैदा हुए थे। म्यांमार की नई संघीय संसद के पीपुल्स हाउस यानी निचले सदन की पहली बैठक योजनानुसार 1 फरवरी को होने वाली थी।
(श्याओ थांग)