तिब्बत : औद्योगिक सहायता से गरीबी उन्मूलन की नई शक्ति बने

2020-11-03 13:50:18 CRI

तिब्बत : औद्योगिक सहायता से गरीबी उन्मूलन की नई शक्ति बने

तिब्बत के न्यिंग-ची क्षेत्र में स्थित पोमी काउंटी में औद्योगिक विकास पर्याप्त नहीं हुआ। उधर दक्षिणी चीन के क्वांगचाओ शहर ने पोमी काउंटी के साथ आर्थिक सहायता का संबंध कायम कर इस काउंटी में जड़ी बूटी को रोपण करने की योजना लागू की है।

पोमी काउंटी में उगे एक विशेष जड़ी बूटी है गासट्रोडिया जो उच्च रक्तचाप और हृदय रोग के लिए प्रभावी है। वर्ष 2019 में क्वांगचाओ शहर के एक कार्य दल ने पोमी काउंटी में ऐसे जड़ी बूटी का विकास करने का सर्वेक्षण किया और युन्नान प्रांत से तकनीक का आयात किया। इसके बाद पोमी काउंटी में गासट्रोडिया उद्योग विकास कंपनी स्थापित हुई। जो "कंपनी + बाजार + पेशेवर सहकारी + किसान" के मॉडल से गासट्रोडिया का विकास करने की योजना भी तैयार है। योजना है कि दस करोड़ युआन की पूंजीनिवेश से प्रति वर्ष पाँच सौ मू गासट्रोडिया का रोपण किया जाएगा और तीन साल बाद कंपनी का उत्पादन मूल्य 15 करोड़ युआन तक पहुंचेगा। क्वांगचाओ शहर के कार्य दल के एक अफसर का कहना है कि योजनानुसार अभी तक दो हजार आठ सौ स्थानीय लोगों को रोजगार मौका प्राप्त हो गया है और किसानों की आय में बीस लाख युआन की बढ़ोतरी हो चुकी है। कंपनी की भावी योजना है कि स्थानीय किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा और इन किसानों को कंपनी में पेशेवर कर्मचारी बनाया जाएगा। फिर कार्य दल के समंव्य से क्वांगचाओ, पोमी और युन्नान तीन पक्षों के बीच सहयोगी संबंध कायम किये गये हैं।

उधर न्यिंग-ची क्षेत्र के यूशा गांव में रहने वाली गांव वासी सोलांग वांमू ग्रीनहाउस में गानोडेर्मा लुसीडम मशरूम का रोपण करने के लिए मशहूर हैं। क्वांगचाओ शहर की सहायता से सोलांग वांमू ने अपने आठ ग्रीन हाउस स्थापित किये हैं। वर्ष 2019 में उन की बिक्री 150,000 युआन तक पहुंच गई। लोसांग वांमू के ग्रीन हाउस से यूशा गांव के सौ से अधिक किसानों को भी रोजगार मौका तैयार किया गया है। अब इस क्षेत्र में एक औद्योगिक प्रदर्शन रोपण पार्क भी स्थापित किया गया है जो आसपास 14 गांवों को कवर होता है। पार्क "कंपनी + किसान + बाजार" के मॉडल से संचालित होता है। कंपनी और किसानों के बीच समझौता संपन्न है जिसके अनुसार कंपनी तकनीक तैयार करती है और किसान रोपण और श्रम करने के जिम्मेदार हैं। इससे स्थानीय किसानों की आय में स्पष्ट वृद्धि दर्ज की गयी है।

तिब्बत स्वायत्त प्रदेश का विकास देश के दूसरे क्षेत्रों की सहायता के साथ हो गया है। वर्ष 1995 से राजधानी पेइचिंग की सरकार ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में भारी पूंजी डालकर आधुनिक पशुपालन फार्म, अस्पताल, होटल, ग्रीन हाउस समेत पाँच सौ से अधिक परियोजनाओं का निर्माण किया। इस के अलावा पेइचिंग ने अपने नौ सौ से अधिक कर्मचारियों को तिब्बत की सहायता के लिए भेजा। जनता की सेवा करने के विचार में इन कर्मचारियों और उन के परिवारजनों ने भारी योगदान पेश किया है। तिब्बत की सहायता के लिए चीन की ऐसी संरचना भी कायम की गयी है यानी कि भीतरी इलाकों में हरेक प्रांत या शहर तिब्बत में एक क्षेत्र की सहायदा करने के जिम्मेदार है। और तिब्बत की सहायता करने का काम भी इन कर्मचारियों का एक राजनीतिक मिशन बना है।

उधर तिब्बत की सहायता में प्रतिभाओं का प्रशिक्षण करने का महत्वपूर्ण स्थान होता है। तिब्बत की सहायता करने का उद्देश्य है कि तिब्बत स्वयं शक्ति के सहारे आर्थिक विकास कर सकेगा। इस के तहत तिब्बती स्वायत्त प्रदेश अस्पताल का निर्माण सुचारू रूप से किया जा रहा है। यह एक हजार बिस्तर प्राप्त होने का आधुनिक अस्पताल है। इस के अलावा तिब्बत तकनीशियन कॉलेज के निर्माण में एक अरब युआन की पूंजी लगायी गयी है। इस कॉलेज का निर्माण समाप्त होने के बाद पाँच हजार छात्रों की भर्ती की जाएगी। जिससे तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के इंजीनियरिंग तकनीक स्तर को बहुत उन्नत किया जाएगा। और यह भी चर्चित है कि तिब्बती चिकित्सा विश्वविद्यालय विश्व में एकमात्र ही ऐसा उच्चशिक्षालय है जिसमें तिब्बती चिकित्सा पद्धति प्रणाली की स्थापना की गयी है। वर्ष 2019 में केंद्र सरकार ने एक अरब युआन की पूंजी डालकर इस विश्वविद्यालय का पुनःनिर्माण किया। योजनानुसार वर्ष 2021 तक परियोजना समाप्त हो जाएगी।


तिब्बत में उच्च गुणवत्ता वाले विकास को बढ़ावा देने का प्रयास


तिब्बत में उच्च गुणवत्ता वाले विकास को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है और इसके चलते प्राकृतिक वातावरण के संरक्षण को जोर लगाना अनिवार्य है। बीते तीन सालों में तिब्बत ने प्रति वर्ष दस लाख मू का वनीकरण किया और एक हजार से अधिक गांवों को हरित बनाया गया। अभी तक तिब्बत में पाँच लाख 38 हजार वर्ग किलोमीटर विशाल क्षेत्र में प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्र स्थापित किये गये हैं जो स्वायत्त प्रदेश के क्षेत्रफल के एक तिहाई भाग से अधिक है। तिब्बती सरकार का यही नियम है कि जो उद्योग वातावरण संरक्षण के मापदंड तक नहीं पहुंचते हैं, उस की पुष्टि नहीं की जाएगी। प्राकृतिक वातावरण के संरक्षण को प्राथमिक स्थान पर रखा गया है।

प्राकृतिक संरक्षण की नीतियों से पर्यटन उद्योग के विकास को बढ़ावा दिया गया है। इस साल के पूर्वार्द्ध में तिब्बत का दौरा करने वाले पर्यटकों की संख्या 83 लाख तक जा पहुंची जो देश के दूसरे राज्यों से अधिक है। पर्यटन और संस्कृति के अतिरिक्त तिब्बत में हाई-टेक डिजिटल उद्योग का भी जोरों पर विकास किया जा रहा है। इस साल के पूर्वार्द्ध में तिब्बत के डिजिटल अर्थतंत्र का पैमाना 17 अरब युआन तक रहा जो पिछले साल से 22.3 प्रतिशत बढ़ गया है। जिससे तिब्बत और देश के भीतरी इलाकों के बीच सूचना तकनीक के संदर्भ में मौजूद अंतर को कम किया गया है। ल्हासा शहर में भी उच्च तकनीक वाले व्यावसायिक पार्क स्थापित हो चुका है जिसमें अनेक 5 जी तकनीक कंपनियों को आकर्षित किया गया है।

2019 में, तिब्बत में अंतिम 19 गरीब काउंटियों ने गरीब क्षेत्र की नामसूची में से मुक्त कराया गया। तिब्बत में किसानों और चरवाहों की औसत वार्षिक आय 12,951 युवान तक जा पहुंची है। पार्टी के नेतृत्व में सभी तिब्बती लोगों ने गरीबी से विदाई ली है और आज वे देश के दूसरे क्षेत्रों के लोगों के साथ-साथ खुशहाल समाज का निर्माण करने वाला अभियान कर रहे हैं।

रेडियो प्रोग्राम