मेरी यात्रा का दूसरा दिन सब से अधिक महत्वपूर्ण था ।क्योंकि जिस प्रतियोगिता को जीतकर मैं चीन आया हूं ,उस प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित होना था ।नियत समय पर हम आयोजन स्थल पर पहुंच गये ।जहां मेरे अलावा दूसरे साथ पुरस्कार विजेता भी मौजूद थे ,जो विभिन्न देशों से आये हुए थे ।पुरस्कार आयोजन में चीनी राष्ट्रीय पर्यटन ब्यूरो के अधिकारियों के अलावा चीनी सूचना कार्यालय और सीआरआई के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे ।मैं अपने आप को इन सब के बीच बेहद खुशकिस्मत समझ रहा था ।इस पुरस्कार वितरण समारोह की शुरूआत में चीनी परंपरागत थुंग ह्वांग नृत्य देखने को मिला ।पीली पोशाकों में चीनी लडकियों के द्वारा किया गया नृत्य मनमोहक था ,जो शायद कहीं और देखने को न मिलता ।विजेता श्रोताओं के प्रतिनिधि के रूप में अमेरिकी श्रोता रोजर जी ने रेडियो सुनने और प्रतियोगिता जीतने का संस्मरण हम सब के साथ शेयर किया ।खासकर रोजर एक अमेरिकी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर होने के बावजूद सीआरआई रेडियो कार्यक्रमों के प्रति अपना समय निकालकर सुना करते हैं ।इस के बाद सभी विजेता श्रोता मित्रों को उपस्थित अधिकारियों ने पुरस्कार व प्रमाण पत्र प्रदान किये ।जब पुरस्कार प्रदान किये जा रहा था ,तो खुशी से मेरी आंखें छलक आयीं ।मैं ने अपने प्रमाण पत्र को कई बार खोलकर देखा ,क्योंकि यह मेरे लिए किसी सपने के सच होने जैसा ही था ।
दोपहर भोजन के बाद विजेताओं की पूरी टीम पेइचिंग भ्रमण को निकली ।हम ने प्रमुख स्थलों जिस में थ्येनएनमिंग चौक ,नेशनल थेयटर और बृहद जन भवन आदि प्रसिद्ध स्थलों का दौरा किया ।फिर हम ने स्वर्ग मंदिर व चीनी बाजार का भी दौरा किया ।इस दौरान मैंने थोडी खरीदारी भी की ।चीनी बाजार में एक खास बात देखने को मिली कि भारत की तरह यहां भी मूल्यों में तोलमोल किया जाता है ।मैं ने भी कई सामानों को बतायी गयी कीमतों से बहुत कम कीमत में तोलमोल कर खरीदा ।