एक लड़का और लड़की कहीं मिले और यहाँ से शुरू हुई दोस्ती की नई कहानी। मिलने का सिलसिला रहा जारी और दोस्ती बदल गई प्यार में। ली कसमें, निभाएँगे वादा, एक-दूसरे का साथ कभी न छोड़ेंगे। साथ मिल गाया- जन्म-जन्म का साथ हमारा न होंगे जुदा। और अगले ही पल फोन की घंटी बजती है और सामने से आवाज़ आती है- "कहिए, हम आपके जोड़ीदार से छुटकारा पाने में आपकी मदद कैसे कर सकते हैं।"
आप ऊपर लिखे वाक्यों को फिर से पढ़ रहे होंगे और सोच रहे होंगे कि मैंने शायद कहीं गलत लिख दिया है। जी नहीं, मैं आपके साथ आजकल चीन में होने वाले इंस्टेंट प्यार के इंस्टेंट साइड इफेक्टस शेयर करना चाहती हूँ। तो भी, चीन की ताज़ा खबर यह है कि सारी दुनिया को मेड इन चाइना के उत्पादों से सराबोर करने वाले इस महान देश में बनी मेड इन चाइना लव स्टोरीस ने संबंधों के खत्म होने के कारण होने वाले दर्द से बचने के लिए एक अनोखा तरीका खोज निकाला है। वे अब ब्रेकअप की जिम्मेदारी किसी मिडल मैन यानि मध्यस्त को सौंप रहे हैं। इसका मतलब एक और प्रोफेशन का नया इज़ाद किया है चीन ने- "मिडल मैन" जो आपको अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप के बाद होने वाले दर्द और गम से बाहर आने में मदद करेंगे। सुनने में, पढ़ने में अटपटा लगता है लेकिन आजकल जहाँ बाज़ार में पैसे देकर आप अपनी पसंद की कोई भी वस्तु खरीद सकते हैं ,वहाँ एक और आपकी सेवा में हाजिर है और हाँ, यह सेवा आनलाइन शॉपिंग वेबसाइट पर भी जोड़ियों को अलग करने संबंधी जैसी अपनी योग्यता को बताते हुए मौजूद हैं। तो फिर देर किस बात की बेझिझक किसी से भी दिल लगा बैठिए, दिल से प्रेम कीजिए, किसी का भी दिल चुराइए या अपना चोरी होने दीजिए। तो क्या हुआ अगर किसी ने आपका दिल तोड़ा, अनुभवी एजेंट प्यार करने वालों के बीच दरार पैदा करने के लिए फोन या ईमेल के आम तरीकों द्वारा आपको इस दर्द से निजाद दिलवाएँगे। और वह भी एकदम प्रोफेशनल तरीकों यानि पेशेवर ढंग से वे दोनों पक्षों के बीच गलतफहमियाँ या झगड़ा पैदा करने जैसे तरीके अपनाएँगे। यह गलतफहमियां धीरे-धीरे बढ़ती जाएँगी और अंतत: दोनों पक्ष स्वेच्छा से अलग हो जाएँगे।
इस स्थिति में मुझे एक हिन्दी फिल्म का गीत याद आ रहा है। दिल -- दिल है कोई शीशा तो नहीं इक ठेस लगी और.......................................। जी नहीं, नहीं टूटेगा चीन में आपका दिल। कहीं आप यह तो नहीं समझ बैठे कि प्रेम-प्यार जैसे शब्दों का यहाँ कोई मोल नहीं, परिवार या उनके मूल्यों और भावनाओं की यहाँ कोई कद्र नहीं करता। नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है। जैसे हर सिक्के के दो पहलू होते हैं वैसे ही यहाँ भी अगर इंस्टेंट प्यार है तो उसे परमानेंट प्यार बनाए रखने की मुहिम को बढ़ावा दे रहे हैं चीन के सरकारी डाकघर जिससे यहाँ टूटते हुए रिश्तों को बचाए रखा जा सके और कोशिश की जाए कि उसकी नौबत ही ना आए। ऐसा क्या कर रहे हैं चीन के डाकघर!चलिए, अब आपको उसके बारे में भी बताती हूँ।
चीन के सरकारी डाकघरों ने एक नई सेवा शुरु की है – 'लव पोस्ट', जिसके अंतर्गत नवविवाहित जोड़े एक सील लिफ़ाफ़े में अपना प्रेम पत्र भेज सकेंगे जिसे उनकी शादी के सात साल बाद उनके जीवन साथी को पहुँचा दिया जाएगा। इसके पीछे सोच यह है कि तलाक के बारे में सोचने वाले जोड़ों को समय रहते यह याद दिलाया जाए कि आखिर वह एक-दूसरे के करीब क्यों आए थे।
आजकल की तेज़ दौड़ती इंस्टेंट लाइफ में कई लोगों को डाकघर की यह मुहिम अनूठी लग रही है इसलिए कई चीनी जोड़े इसे अपनाने से पीछे नहीं हट रहे। नवविवाहित कपलस का मानना है कि उनका प्यार सात सालों तक परवान चढ़ता रहे इसलिए वे इस सेवा का लाभ उठाने से पीछे नहीं हट रहे और एक-दूसरे को प्रेम-पत्र लिख रहे हैं। डाकघर की इस नई सेवा को कितनी सफलता मिलेगी उसके बारे में तो सात साल बाद ही पता चलेगा लेकिन दिल चाहता हैं कि इस प्यारी–सी कोशिश का अंजाम भी प्यारा हो। अब तो आप भी मान गए होंगे – चीन में किसी का दिल नहीं टूटेगा।
हेमा कृपलानी