तिब्बती चुमलांमा पर्वत के राष्ट्रीय स्तरीय प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्र के प्रबंध ब्यूरो ने 19 दिसम्बर को कहा कि तिब्बत में जंगली जानवरों के मरने या घायल होने का मुख्य कारण हिम तेंदुए हैं, क्योंकि उन की संख्या बढ़ चुकी है।
1988 में तिब्बत स्वायत प्रदेश ने चुमलांमा पर्वत के प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्र की स्थापना की और 1994 में इसे राष्ट्रीय स्तरीय प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्र बनाया गया। संरक्षण क्षेत्र की स्थापना के पिछले 20 से ज़्यादा सालों में स्थानीय जंगली जानवरों का कारगर संरक्षण किया गया और हिम तेंदुए की संख्या भी बढ़ी है।
चीन सरकार तिब्बत में पारिस्थितिकी संरक्षण के लिए स्थानीय लोगों को भत्ते के रूप में पैसे देती है, जिससे चुमलांमा क्षेत्र में हिम तेंदुए और अन्य जंगली जानवरों की संख्या में इजाफा हुआ।
(श्याओयांग)