चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की चीनी कम्युनिस्ट पार्टी कमेटी के सचिव छन छ्वान क्वो ने हाल ही में ल्हासा में कहा कि पर्यावरण के निर्माण को तिब्बत के विकास में प्राथमिकता देनी चाहिये। साथ ही बर्फ़ीले पठार में विश्व की अंतिम पवित्र भूमि की अच्छी तरह से रक्षा की जानी चाहिये।
हाल के कई वर्षों में तिब्बत में संरक्षण में विकास और विकास में संरक्षण एक साथ करने की नियम का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। और हमेशा से बर्फ़ीले पठार के पारिस्थितिकी पर्यावरण की संरक्षण पर प्राथमिकता दी जाती है। तिब्बती पर्यावरण संरक्षण ब्यूरो द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2012 के अंत तक तिब्बत में विभिन्न तरीके वाले 47 प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्रों की स्थापना की गयी। इनका कुल क्षेत्रफल 4 लाख 12 हजार 2 सौ वर्ग किमी. पहुंचा। जो पूरे प्रदेश के क्षेत्रफल का 34.35 प्रतिशत बना। यह अनुपात भी देश भर में पहले स्थान पर है।
तिब्बत के वर्ष 2012 पर्यावरण बुलेटिन के अनुसार वर्तमान में पूरे तिब्बत में जल, वायु, आवाज़, भूमि, विकिरण व पारिस्थितिकी पर्यावरण की गुणवत्ता लगातार अच्छी स्थिति में है। अधिकतर क्षेत्र पहले की तरह है। और पर्यावरण प्रदूषण की समस्या नहीं हुई। वैसे तिब्बत विश्व में पर्यावरण की सबसे अच्छी गुणवत्ता वाले क्षेत्रों में से एक है।
चंद्रिमा