चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष यु चेंगशेंग ने कहा कि तिब्बती क्षेत्र में केंद्र सरकार की नीतियों को व्यापक रूप से लागू करना चाहिए। वे कान सू प्रांत के कान नान तिब्बती स्वायत्त प्रिफेक्चर का दौरा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि तिब्बती क्षेत्रों में केंद्र सरकार समर्थित विकास व स्थिरता की नीति को महत्व देना चाहिए, व्यापक किसानों और चरवाहों का जीवन स्तर उन्नत करना चाहिए। साथ ही दलाई लामा गुट के खिलाफ लड़ाई करनी चाहिए, ताकि तिब्बत की दीर्घकालिक समृद्धि व स्थिरता सुनिश्चित की जा सके।
यु चेंगशेंग ने 7 से 8 जुलाई तक तिब्बती क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने कहा कि तिब्बती क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण कार्य है विकास। और विकास की प्राथमिकता है व्यापक किसानों और चरवाहों के जीवन को सुधारना। लोगों के जीवन में सुधार आने से ही स्थिरता को बनाए रखने का विश्वसनीय आधार तैयार हो सकता है।
दलाई लामा की चर्चा में उन्होंने कहा कि दलाई लामा लंबे अरसे से चीन को विभाजित करने की साजिश कर रहा है। चीन के एकीकरण व तिब्बती क्षेत्र के विकास के लिए दलाई ग्रुप के खिलाफ लगातार लड़ाई करनी चाहिए। चीन सरकार का रुख व नीति स्पष्ट है कि दलाई लामा द्वारा सार्वजनिक बयान दिए जाने कि तिब्बत प्राचीन काल से चीन का एक अभिन्न भाग है। साथ ही तिब्बत की स्वतंत्रता की मांग छोड़ने पर ही चीन सरकार उसके साथ संबंध सुधारेगी।
(मीनू)