नेपाल की राजधानी काठमांडू और अन्य जगहों पर हुई हड़ताल से यातायात और जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है।
13 जून को नेपाल की अंतरिम सरकार ने इस साल 19 नवंबर को दूसरी संविधान सभा का चुनाव आयोजित करने की घोषणा की। लेकिन 42 पार्टियों ने इस फैसले का विरोध करते हुए हड़ताल का आह्वान किया।
नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी, नेपाल संघीय लोकतांत्रिक मोर्चा और नेपाल की संघीय सोशलिस्ट पार्टी ने कहा कि चुनाव की तारीखों को लेकर सरकार को इन पार्टियों से चर्चा करनी चाहिए।
16 जून को काठमांडू में वाहन नहीं चले, कुछ दुकानें और स्कूल भी बंद रहे।
नेपाल के अंतरिम प्रधानमंत्री यानी नेपाल की अंतरिम चुनाव समिति के अध्यक्ष खिल राज रेगमी ने हड़ताल से पहले सभी पार्टियों से संविधान सभा के चुनाव में हिस्सा लेने की अपील की थी।
(होवेइ)





