उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत की बड़ी आबादी 28 साल की औसत उम्र में है और इसकी वजह से भारत में बहुत श्रम शक्ति मौजूद है। इसके अलावा भारत सरकार श्रम कर्मचारियों की शिक्षा व प्रशिक्षण पर व्यापक महत्व दे रही है। भारत में अपने श्रम की आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम होने के साथ-साथ अन्य देशों को भी प्रदान कर सकता है।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि युवा लोगों की बड़ी संख्या से बेरोजगारी बढ़ेगी। लेकिन उन्हें अच्छी शिक्षा व प्रशिक्षण देने के बाद न केवल इन सामाजिक अंतर्विरोधों को कम किया जा सकता है, बल्कि अधिक उपभोक्ताओं का प्रदान करते हुए श्रम बाजार व उपभोक्ता बाजार के बीच एक गुणी चक्र बनाया किया जा सकेगा।
अंजली