8 मार्च को चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा (एनपीसी) की सदस्य, तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के ल्हासा शहर के नाचिन गांव की उप-प्रधान कसांजोका ने 12वीं एनपीसी के पहले सम्मेलन की तिब्बत स्वायत्त प्रदेश प्रतिनिधि मंडल की बैठक में कहा कि तिब्बत में महिला और बच्चों अधिकार सुरक्षित हैं।
संवाददाता द्वारा पेश किये गये इससे जुड़े प्रश्नों के उत्तर में कसांजोका ने कहा कि पुरातन समय में तिब्बती महिलाओं का कोई स्थान नहीं था, उनके पास शिक्षा पाने और अपनी इच्छा से शादी करने का अधिकार भी नहीं था, और राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं का राजनीति में भाग लेना भी असंभव था। लेकिन अब बड़े पैमाने पर तिब्बती महिलाएं राजनीति में भाग ले सकती हैं और राष्ट्रीय मामलों पर खुलकर चर्चा भी कर सकती हैं। इसके साथ ही उन्हें और भी कई अधिकार प्राप्त हैं। साथ ही बच्चों से संबंधिक अधिकार भी कानून के आधार पर सुरक्षित हैं। अब विद्यार्थियों को अंग्रेजी, तिब्बती और हान भाषा समेत तीन भाषाओं की शिक्षा मिल रही है। महिला और बच्चों की स्थिति में बहुत उन्नति हुई है।
चंद्रिमा