चीनी बौद्ध धर्म संघ ने 16 जनवरी को छंग तू में बौद्घ धर्म के जीवन दृष्टिकोण विषय पर संगोष्ठी आयोजित की। करीब 40 श्रेष्ठ भिक्षुओं और विशेषज्ञों ने दया से जीवन लेने के विषय के बारे में चर्चा की।
उपस्थित भिक्षुओं ने कहा कि दया और गैर-हत्या बौद्ध धर्म की जीवन दृष्टिकोण का मूल है। बुद्धिस्टों को को दया से जीवन लेना चाहिए।
चीनी बौद्ध धर्म संघ के अध्यक्ष ने कहा कि बौद्ध धर्म हत्या और आत्महत्या का विरोध करता है। किसी भी व्यक्ति को जीवन नहीं छोड़ना चाहिए। संघ के उपाध्यक्ष ने कहा कि हत्या कार्रवाई में भिक्षुओं की हिस्सेदारी बौद्ध धर्म के सिद्धांत का उल्लंघन है।
चीनी राजकीय धर्म ब्यूरो के प्रमुख वांग च्वो एन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संधि में कहा गया है कि लोगों का जीवन कानून की रक्षा है। धर्म और अन्य कारण के बहाने हत्या कार्रवाई करने की निंदा की जानी चाहिए।
(ललिता)